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धमाका बड़ी खबर: Indore Lok Sabha Election 2024: इंदौर में बड़ा झटका देते हुए कांग्रेस प्रत्याशी ने अपना नामांकन वापस ले लिया, BJP में हो सकते हैं शामिल

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सोमवार, 29 अप्रैल 2024

Indore Lok Sabha Election 2024 इंदौर। महानगर इंदौर में लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय कांति बम ने आज पार्टी को झटका देते हुए अपना नामांकन वापस ले लिया।इसके बाद इंदौर सीट पर अब भाजपा के लिए मैदान लगभग साफ हो गया है उसके सामने निर्दलीय और अन्य दलों के अलावा कोई प्रत्याशी नहीं बचा। जानकारी के अनुसार, कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम भाजपा विधायक रमेश मेंदोला के साथ निर्वाचन कार्यालय पहुंचे थे, जहां उन्होंने अपना नामांकन वापस ले लिया। इसके बाद में कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और विधायक मेंदोला के साथ भाजपा कार्यालय के लिए रवाना हो गए। माना जा रहा है कि बम भाजपा की सदस्‍यता लेंगे।
कांग्रेस नहीं दे रही थी साथ: अक्षय कांति
नामांकन वापस लेने के बाद अक्षय कांति बम ने कहा कि जब से उन्होंने नामांकन जमा किया था, तब से ही कांग्रेस की ओर से उन्हें कोई सपोर्ट नहीं मिल रहा था। हालांकि, राजनीतिक गलियारों में यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि फॉर्म भरने के बाद से ही कांग्रेस अक्षय कांति पर दबाव बना रही थी।
सूरत जैसा खेल इंदौर में हो सकता
कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय के नामांकन वापस लेने के बाद यहां भी सूरत जैसा खेल होने की चर्चा होने लगी है। दरअसल, इससे पहले गुजरात के सूरत में भी ऐसा ही घटनाक्रम हुआ था। वहां, कांग्रेस प्रत्याशी ने अपना नामांकन वापस ले लिया था, इसके साथ ही अन्य दलों की उम्मीदवार और निर्दलीय प्रत्याशी अपना पर्चा वापस ले चुके थे। जिसके बाद सूरत में भाजपा ने निर्विरोध चुनाव जीत लिया था।












धमाका बड़ी खबर: राहुल गांधी को सूरत कोर्ट ने जमानत दी, अगली सुनवाई 13 अप्रैल को

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सोमवार, 3 अप्रैल 2023

Rahul Gandhi Defamation Case: राहुल गांधी को सूरत कोर्ट ने जमानत दे दी है. निचली अदालत के फैसले को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सूरत (Surat) की सेशंस कोर्ट में चुनौती दी है. सोमवार (3 अप्रैल) को राहुल गांधी को सूरत कोर्ट ने जमानत दे दी है. अब 13 अप्रैल को अगली सुनवाई होगी. राहुल गांधी का अगली सुनवाई में मौजूद रहना जरूरी नहीं है. सूरत की अदालत ने राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि मामले में प्रतिवादियों से 10 अप्रैल तक जवाब दाखिल करने को कहा है. राहुल गांधी (Rahul Gandhi) भी सुनवाई के लिए सूरत कोर्ट पहुंचे थे.
राहुल गांधी के साथ उनकी बहन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी सूरत पहुंची. साथ ही कांग्रेस शासित तीन राज्यों के मुख्यमंत्री और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता भी गुजरात पहुंचे. सूरत में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एचएच वर्मा की कोर्ट ने मोदी सरनेम को लेकर राहुल गांधी की ओर से की गई एक टिप्पणी के संबंध में दायर आपराधिक मानहानि के मुकदमे में उन्हें 23 मार्च को दोषी करार देते हुए दो साल के कारावास की सजा सुनाई थी.हालांकि, अदालत ने राहुल गांधी को उसी दिन जमानत भी दे दी थी और उनकी सजा के अमल पर 30 दिन के लिए रोक लगा दी थी, ताकि वह ऊपरी अदालत में अपील दाखिल कर सकें. सूरत की अदालत की ओर से दोषी ठहराए जाने के बाद, लोकसभा सचिवालय ने 24 मार्च को एक अधिसूचना जारी कर राहुल गांधी को संसद की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया था.
लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराए जाने के बाद राहुल गांधी आठ साल तक चुनाव नहीं लड़ पाएंगे, बशर्ते कोई उच्च अदालत उनकी दोषसिद्धि और सजा पर रोक न लगा दे. राहुल गांधी के खिलाफ बीजेपी विधायक और गुजरात के पूर्व मंत्री पूर्णेश मोदी ने उस टिप्पणी को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी जिसमें उन्होंने कहा था कि सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों है.













धमाका एक्सक्लूसिव: सूरत के हीरा व्यापारी धनेश - अमी की 9 वर्षीय बेटी देवांशी ने लिया संन्यास

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बुधवार, 18 जनवरी 2023

Surat सूरत। विविधताओं से लवरेज भारत में अलग अलग अचंभित करने वाली जानकारी सामने आती रहती हैं लेकिन आज धमाका जो विशेष खबर पर फोकस करने जा रहा है वह दिल से सैल्यूट करने वाली है। 
जी हां, सूरत के हीरा व्यापारी धनेश - अमी बेन की 9 साल की बेटी देवांशी ने संन्यास ले लिया है। खेलने, कूदने की इस उम्र में सन्यास की बात शायद ही किसी को समझ आए लेकिन हकीकत यही है। दरअसल सूरत के हीरा व्यापारी संघवी मोहन भाई की पोती और धनेश - अमी बेन की 9 साल की बेटी देवांशी के संन्यास का दीक्षा महोत्सव वेसू में 14 जनवरी को शुरू हुआ और आज यानी 18 जनवरी को सुबह 6 बजे से उनकी दीक्षा शुरू हो चुकी है। देवांशी ने 35 हजार से ज्यादा लोगों की मौजूदगी में जैनाचार्य कीर्तियश सूरीश्वर महाराज से दीक्षा ली। 
500 किमी. पैदल यात्रा के साथ 357 दीक्षा दर्शन कर चुकी देवांशी ने कभी टीवी नहीं देखी
आपको बता दें कि देवांशी अब तक पांच सौ किमी की यात्रा कर चुकी हैं और 357 दीक्षा दर्शन भी किए। उन्होंने कभी टीवी नहीं देखी। अमी बेन धनेश भाई संघवी ने बताया कि देवांशी जब 25 दिन की थी तब से नवकारसी का पच्चखाण लेना शुरू किया। 4 महीने की थी तब से रात्रि भोजन का त्याग कर दिया था। 8 महीने की थी तो रोज त्रिकाल पूजन की शुरुआत की । 1 साल की हुई तब से रोजाना नवकार मंत्र का जाप किया। 2 साल 1 माह से गुरुओं से धार्मिक शिक्षा ली और 4 साल 3 माह की उम्र से गुरुओं के साथ रहना शुरू कर दिया था। यहां तक कि जैन धर्म में प्रतिबंधित चीजों को कभी इस्तेमाल नहीं किया। न ही कभी  अक्षर लिखे कपड़े पहने। देवांशी न केवल धार्मिक शिक्षा बल्कि क्विज में गोल्ड मेडल अर्जित कर चुकी हैं, भरतनाट्यम, योगा में भी वह प्रवीण हैं। 
उम्र को छका चुकी देवांशी
देवांशी 5 भाषाओं की जानकार हैं, वह संगीत, स्केटिंग, मेंटल मैथ्स और भरतनाट्यम में एक्सपर्ट हैं। देवांशी को वैराग्य शतक और तत्वार्थ के अध्याय जैसे महाग्रंथ कंठस्थ याद हैं। 
देखते ही बनी वर्षी दान यात्रा
सूरत में देवांशी की वर्षीदान यात्रा निकाली गई थी। इसमें 4 हाथी, 20 घोड़े, 11 ऊंट थे। इससे पहले मुंबई और एंटवर्प में भी देवांशी की वर्षीदान यात्रा निकली थी।










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