वाकई भूल गये या
मौके पर मौजूद लोग इस बड़ी भूल पर चुटकी लेते नजर आये। खुसुर फुसुर हुई कि क्या वाकई नाम याद न रहा या कोई राजनीति है। लोगो का यहां तक कहना था कि कोंग्रेस बीजेपी का तालमेल समय समय पर देखने को मिलता रहता है। हालांकि इन बातों से इतर जो वजह इस भूल के लिए जिमेदार लग रही है, उसके अनुसार 3 बार प्रागीलाल बसपा से इसी इलाके में चुनाव लड़ चुके हैं। अब वे कोंग्रेस में हैं, और मैदान में हैं।

कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें