एसबीआई के कियोस्क संचालक का कारनामा,
आदिवासी महिलाओं को बनाया ठगी का शिकार
पीडित महिलाओ की फरियाद पर रन्नौद थाने हुई 420 की एफआईआर
रन्नौद। भारतीय स्टेट बैंक से सम्बद्ध एक कियोस्क संचालक ने कई गरीब महिलाओं के खाते से लाखों उड़ा डाले। विश्वास की छाव तले अंगूठा लगवाता रहा और रुपये आये नहीं ये कहकर खुद रुपये उड़ाता रहा। जब गरीब आदिवासी महिलाओं को पता लगा तो वे पुलिस के पास पहुंची जिसके बाद 420 का केस दर्ज कर लिया गया। आरोपी को बंदी बनाकर जेल भेज दिया है। जानकारी के अनुसार रन्नौद के ग्राम करौंदी एवम इचोनिया की महिलाओं के खाते में योजनाओं के रुपये आते हैं। जिसे कियोस्क संचालक रविन्द्र यादव निवासी भिलारी निकालता है। महिला गीता, गुड्डी ने बताया कि उनसे अंगूठा लगवाने के बाद जब कई दिनों तक पैसे नहीं आये और खाता चेक करवाया तो पता लगा कि खाते से रुपये निकाल लिये गए हैं। कुछ महिलाओं को 3500 के बदले 1000, 1500 तो किसी को 2000 दे दिये। जिसके बाद करीब 10 महिलाओं ने थाने में शिकायत दर्ज करवाई। थाना प्रभारी रन्नौद अनिल रघुवंसी ने बताया कि रविन्द्र को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पड़ताल जारी है।
इन महिलाओं ने की फरियाद
जिन महिलाओं के खाते में सेंध लगाई उनमें पारवती आदिवासी, मानकुवर आदिवासी, कपूरी आदिवासी, भूरी आदिवासी, ममता आदिवासी ग्राम इचोनिया, गिरजा आदिवासी, गुडिया आदिवासी, केशर बाई, गुडडी आदिवासी, कल्लू आदिवासी, रामप्यारी आदिवासी, रामबाई, निवासी करोंदी जबकि जानकी आदिवासी, मिथलेश आदिवासी, कलली आदिवासी, संपत आदिवासी, दिजजो आदिवासी, कलली आदिवासी, ममता आदिवासी, कमला आदिवासी, बटन आदिवासी, गीता आदिवासी, भगवती आदिवासी, लछ्छो आदिवासी, पुसता आदिवासी, ब्रह्मा आदिवासी, छिममा आदिवासी, हलकी आदिवासी निवासी ईचौनिया के नाम शामिल हैं।
बैंक स्टेटमेन्ट ने दी गवाही
पुलिस ने जब बैंक स्टेटमेंट निकलवाया तब पूरी बात साफ हुई। कुछ अन्य ग्रामों की महिलाओं के साथ इसी तरह की ठगी की बात सामने आई है। पुलिस जांच कर रही है। महिलाओं ने बताया कि रविन्द्र कहता था तुम तो आंख बंद करके अंगूठा लगाती चलो। उन्हें क्या पता था जब आंख खुलेगी तो खाते तन्हा मिलेंगे।
ये बोले बैंक प्रबंधक
रन्नौद पुलिस बैंक आई थी। उन्होंने आदिवासी महिलाओं के स्टेटमेंट निकलवाने के लिए कहा। देखा तो अकाझिरी कियोस्क स़ेटर संचालक रविंद्र ने ग्राहकों के साथ ठगी की है। शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया। हम विभागीय कार्यवाही कर रहे हैं। अकाझिरी और माडा स़ेटर की आईडी बंद कर रहे हैं।
आरआर वर्मा, एसबीआई प्रबंधक रन्नौद।

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