पचावली। (देवेंद्र भार्गव की रिपोर्ट) सिंध नदी के किनारे पर बसे पचावली ग्राम के लोग इन दिनों परेशान हैं। नदी के किनारे लाखों की लागत से अस्थि विसर्जन के लिये बाबा घाट तैयार किया गया था। इलाके के एकमात्र इस घाट पर लोग अस्थि विसर्जन के लिए जाते हैं लेकिन तस्वीर गवाही दे रही है कि यहां किस कदर गंदगी का साम्राज्य है। लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोगो ने बताया कि पचावली बस स्टैंड पर स्थित बाबा घाट
सिंध नदी के पास लाखों की लागत से बना था। यह घाट आज कचरा घर में तब्दील हो गया है। स्थानीय जिम्मेदार घ्यान नहीं दे रहे हैं जिससे लोग तो परेशान हैं ही बल्कि स्वच्छ भारत को पलीता लग रहा है। यह घाट ठीक बस स्टैंड के सामने ही स्थित है, और
नदी में पर्याप्त पानी होने की वजह से अब एकमात्र यही पक्का घाट बचा है। जिस पर भी कचरा पड़ा हुआ है। जगह-जगह से लोग अस्थियां विसर्जन करने के लिए यहां आते हैं।

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