ओरछा। देश भर में ख्यातिनाम राजा राम की नगरी ओरछा में प्रदेश भर के ब्राह्मण एकत्रित हुए। यहां अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा की प्रदेश स्तरीय बैठक ओरछा में संपन्न हुई। बैठक में मध्य प्रदेश के 17 जिलों के जिला अध्यक्षों सहित प्रदेश स्तर के पदाधिकारी, संभाग स्तर के पदाधिकारी, प्रदेश संभाग स्तर की महिला पदाधिकारी, युवा मोर्चा प्रदेश स्तर व जिला स्तर के समस्त कार्यकारिणी के पदाधिकारी उपस्थित रहे। उक्त बैठक में अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के प्रदेश अध्यक्ष अनिल पांडे, प्रदेश महासचिव प्रदीप चतुर्वेदी, प्रदेश सचिव अतुल शर्मा, ग्वालियर चंबल संभाग अध्यक्ष मनोज गुरु, संभागीय महिला उपाध्यक्ष शोभा पुरोहित एवं संगठन मंत्री मैथिली मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथियों द्वारा भगवान परशुराम के छाया चित्र पर विधिवत पूजन कर माल्यार्पण कर किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता पंडित कैलाश मिश्रा द्वारा की गई। उसके बाद समस्त जिलों से आए जिला अध्यक्ष ने अपने कार्य की प्रगति रिपोर्ट सभी विप्र
बंधुओं के समक्ष रखी। लगभग समस्त 17 जिलों में मंडल स्तर से लेकर जिला स्तर तक की समस्त कार्यकारिणी गठित हो चुकी हैं।
बंधुओं के समक्ष रखी। लगभग समस्त 17 जिलों में मंडल स्तर से लेकर जिला स्तर तक की समस्त कार्यकारिणी गठित हो चुकी हैं।
प्रदेश सचिव प्रदीप चतुर्वेदी द्वारा समाज को संगठित करने के उद्देश्य से आने वाली पीढ़ी को एक सूत्र में बांधने का आव्हान किया और कहा कि कोई भी निर्धन ब्राह्मण धन के अभाव में शिक्षा से यदि वंचित होता है तो हम उसके आगे की पढ़ाई की व्यवस्था अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा की ओर से करने की व्यवस्था करेंगे। साथ ही उस बालक का एक टेस्ट भी लिया जाएगा। इसी क्रम में प्रदेश के सचिव अतुल शर्मा द्वारा कहा गया कि आज हमारे समाज में दहेज रूपी दानव बहुत तेजी से पैर पसार रहा है। इसकी रोकथाम के लिए हम सबको आगे आना होगा। उन्होंने अपनी कविता के माध्यम से समाज को जागृत करने का तरीका सभी को बताया। संभागीय अध्यक्ष मनोज गुरु द्वारा बताया गया कि आज हमारा समाज बिखराव की ओर अग्रसर है, जिसे हमें एक सूत्र में पिरोना है। उन्होंने कहा कि ब्राह्मण अपने शास्त्रों को त्याग चुका है जबकि ब्राह्मण को शास्त्र का ज्ञान बहुत जरूरी है उन्होंने रामायण का उदाहरण देते हुए कहा कि जब प्रभु श्री राम को 14 वर्ष का वनवास हुआ तब उन्होंने राजपाट, नाते रिश्तेदार सभी को त्याग सभी को त्याग दिया था पर यदि उन्होंने कुछ नहीं त्यागा तो वह शास्त्र। उन्होंने अपने धर्म का पालन करते हुए अपने शस्त्र अपने पास रखें लेकिन आज के युग में ब्राह्मणों ने अपने शास्त्रों को त्याग दिया है उन्होंने कहा कि आज सभी समाजों की निगाह ब्राह्मणों पर होती है। ब्राह्मण का रंग कैसा होना चाहिए, ब्राह्मण का खानपान कैसा होना चाहिए। आज इतना बड़ा बुद्धिजीवी समाज बिखराव की ओर है जबकि हम जितने निचले स्तर पर समाज पर जाएंगे उतनी ही जातियां संगठित हैं। उसका कारण यह है कि उन लोगों का नेतृत्व करने वाला सिर्फ एक होता है और आज हमारे समाज में कई नेतृत्वकर्ता हैं। जब तक यह एक जुट होकर कार्य नहीं करेंगे समाज में एकजुटता नहीं होगी। कार्यक्रम का संचालन मनोज गुरु द्वारा किया गया। अंत में प्रदेश अध्यक्ष का उद्बोधन हुआ जिसमें उन्होंने कहा कि मुझे हर्ष है कि हमारा अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा पूरे प्रदेश में किस गति से कार्य कर रहा है। उन्होंने समाज के उत्थान के लिए कहा की जो भी मुझसे बन पड़ेगा सदैव समाज के लिए समर्पित रहूंगा। उन्होंने अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के आगामी कार्यक्रमों के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि मकर संक्रांति के बाद हम पूरे मध्यप्रदेश में ब्राह्मण बालकों के जनेऊ संस्करण, फरसा पूजन कार्यक्रम, युवा संवाद कार्यक्रम हमारे ब्राह्मण बालक बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आरम्भ करेंगे। हर्षद चलाना, लाठी चलाना, तलवार चलाना जैसे कई अन्य गतिविधियां जनवरी के बाद हम प्रारंभ करने जा रहे हैं। यह शिविर पूरे मध्यप्रदेश में चलाए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि जिस किसी को अपनी राजनीति चमकाना हो वह संगठन से दूर रहे क्योंकि यह संगठन राजनीति से परे होकर समाज सेवा के लिए बनाया गया है। जो भी व्यक्ति समाज के लिए कार्य करता है उसे सम्मान समाज में निश्चित मिलता है। कार्यक्रम के उपरांत समस्त जिले से आये सभी ब्राह्मण अतिथियों को तिलक लगाकर जनेऊ एवं परसराम चालीसा भेंट की गई। उक्त कार्यक्रम के समापन के बाद सभी अतिथियों को स्वरुचि भोज प्रदेश अध्यक्ष द्वारा कराया गया। कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन मैथिली द्वारा किया गया। उक्त बैठक में ग्वालियर, मुरैना, भिण्ड, श्योपुर, दतिया, शिवपुरी, अशोकनगर, सागर, टीकमगढ़, राजगढ़, होशंगाबाद, नीमच आदि जगहों से समाज बन्धु शामिल हुए।

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