शिवपुरी। नगर पालिका चुनाव की घोषणा 25 दिसंबर के बाद से लेकर शीतकालीन सत्र के आसपास होने के कयास लगाये जा रहे हैं। ऐसे में बीजेपी, कोंग्रेस, बीएसपी, आम आदमी पार्टी सहित निर्दलीय भी मैदान में उतरने की तैयारी में जुट गए हैं। ऐसे में संगठन की रायशुमारी में कोंग्रेस एक कदम आगे दिखाई दे रही है। 25 दिसंबर को नगर में कोंग्रेस नगरीय निकाय चुनाव को लेकर मंथन करने जा रही है। इसके लिए
ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सचिव एवं मप्र के सह प्रभारी तथा पर्यक्षवेक सुधांशु त्रिपाठी शिवपुरी में जिले के कांग्रेसियों एवं नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष व पार्षद के लिए टिकटाकांक्षियों की बैठक लेंगे। जिसमें हंगामे के आसार बताए जा रहे हैं। जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता विजय चौकसे ने बताया कि कल 25 दिसम्बर को दोपहर 12 बजे गुना वायपास चौराहे स्थित पुराना गुना चुंगी नाका शान्ति कोल्ड स्टोर जिला एवं शहर कांग्रेस कार्यालय पर बैठक होगी। जिलाध्यक्ष पं. श्रीप्रकाश शर्मा की अध्यक्षता में यह बैठक आयोजित की गई है जिसमें जिले के सभी ब्लॉकों के अध्यक्ष, प्रदेश कांग्रेस के स्थानीय पदाधिकारी, प्रदेश प्रतिनिधि, ऑल इंडिया कांग्रेस के प्रतिनिधि, मोर्चा संगठनों के जिलाध्यक्ष, वर्तमान एवं पूर्व विधायक एवं सांसद, पूर्व विधानसभा व लोकसभा प्रत्याशी, जिला पंचायत सहित जनपद पंचायत के पूर्व व वर्तमान अध्यक्ष एवम उपाध्यक्ष, नगर पालिका एवं नगर परिषदों के पूर्व और वर्तमान अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष तथा जिला, ब्लॉक के पदाधिकारियों से पर्यवेक्षक त्रिपाठी आगामी नगरीय निकाय चुनावों के संबंध में चर्चा करेंगे।
ये दौड़ में नेत्रियां
कोंग्रेस में भी टिकिट के लिए घमासान है। जिसमें पूर्व विधायक गणेश गौतम की पत्नी तृप्ति गौतम, नपा के पूर्व जिलाध्यक्ष गणेशीलाल जैन की पुत्री जो महिला कोंग्रेसध्यक्ष हैं, राजेश बिहारी पाठक की पत्नी शांति पाठक, शहर कोंग्रेस अध्यक्ष मोहित अग्रवाल की पत्नी राखी अग्रवाल, विजय चौकसे की पत्नी, भोला की पत्नी वीना जैन अध्यक्ष के टिकिट की लाइन में दिखाई दे रहे हैं। बीजेपी की तरह ही कोंग्रेस पार्टी में भी पत्नी का हाथ थामकर नपाध्यक्ष की कुर्सी कब्जाने की जुगत लगाई जा रही है। इस क्रम में महिला कोंग्रेस की जिलाध्यक्ष इंदु जैन अपने बूते पर अध्यक्षी करने का मादद्दा रखती हैं।
इधर बीजेपी में अपनी दम पर कई नेत्रियां
जबकि बात बीजेपी कि की जाए तो यहां एक से अधिक महिलाएं खुद अपने बूते पर अध्यक्षी करने की दम रखती हैं। इनमें से कुछ जो अब बीजेपी में आ चुकी हैं। उन्हें राजनीतिक अनुभव भी हासिल है। जिनमें वार्ड 2 से पार्षद रह चुकीं और परिषद में जनता के लिए लड़कर पहचान बनाने का मौका मिला। फिर 2 करोड़ की वार्ड में सीसी सड़क व विकास कार्य कराने के साथ साथ नीलू महिला कोंग्रेस में थीं तब राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के आशीर्वाद से जिलाध्यक्ष रह चुकीं हैं। नीलू शुक्ला जन आवाज उठाने, भाषण से लेकर खुद के बूते राजनीति का दम रखती हैं। सिंधिया परिवार की पूरी तरह निष्ठ नीलू बेदाग हैं, और मंत्री यशोधरा राजे की भी लाडली हैं। जबकि शशि शर्मा जो कि महिला कोंग्रेस की जिलाध्यक्ष रही वह भी सिंधिया की करीबी हैं। बेबाक शैली के चलते जानी जाती हैं। वे दिल्ली तक दौड़ लगा आई हैं। बीजेपी में ही मंजुला जैन भी डिजर्व करती हैं। बीते चुनाव में मंजुला निर्दलीय अध्यक्ष लड़ीं थी हालांकि कोंग्रेस प्रत्याशी जीते थे। इस बार उन्होंने प्रचार शुरू कर दिया है। इधर डॉक्टर रश्मि गुप्ता मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया के साथ सक्रिय रूप से जुड़ी हुई हैं। अंजू गुप्ता उपभोक्ता फोरम की सदस्य रही हैं। एक और जिलाध्यक्ष रह चुकीं उषा भार्गव भी खुद ही राजनीति करती रही हैं। इनके अलावा कोंग्रेस की ही तरह पतियों के बूते कई अन्य महिला नेत्रियों की ब्रांडिंग बीजेपी में इन दिनों की जा रही है। जनता के मन की बात करें तो वह जनता की सुनवाई करने वाली ओर सहज उपलब्ध रहने के साथ साथ विजन रखने वाली महिला अध्यक्ष चाहती है।

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