बोले, सीएम शिवराज के नाम पर दे रहे धमकी
- फर्जी मुख्तयारनामा के जरिए साली के नाम पर प्लांट हथियाने का भी आरोप
- शिकायत करने के बाद भी नहीं हो रही सुनवाई
- न्याय के लिए व्यापारी ने लगाईं मुख्यमंत्री से गुहार
ग्वालियर। चंबल क्षेत्र के एक पूर्व विधायक पर गम्भीर आरोप सामने आए हैं। एक व्यवसायी के परिवार ने प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान से न्याय की गुहार लगाईं है। ग्वालियर शहर के इस व्यापारी का आरोप है कि पूर्व विधायक रणवीर जाटव व उनके परिवार ने गहरा षडय़ंत्र रच कर फर्जी मुख्तयारनामा के आधार पर गोहद के पिपरसाना स्थित एक क्रेसर प्लांट पर जबरन कब्जा कर लिया है। व्यवसायी का कहना है कि पूर्व विधायक ने सत्ता का दुरुपयोग करते हुए व्यापारी पर हरिजन एक्ट का झूठा मुकदमा भी दर्ज करा दिया है और व्यापारी की अन्य सम्पति को भी नुक्सान पहुंचाकर मानसिक प्रताड़ना दे रहे हैं। क्रेसर प्लांट संचालक राजेन्द्र प्रसाद खण्डेलवाल ने मीडिया के समक्ष कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि इस मामले में जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन से लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री को शिकायती आवेदन देते हुए उसने न्याय की गुहार लगाई है।
क्रेसर प्लांट संचालक राजेन्द्र प्रसाद खण्डेलवाल ने आज पत्रकार वार्ता कर बताया कि पिपरसाना में वर्ष 2017 में उसके द्वारा श्रीजी इंफ्राटेक फर्म के नाम से एक क्रेसर प्लांट लगाया गया था। जिसमें चेतन प्रकाश गुप्ता बतौर पार्टनर 40 प्रतिशत के हिस्सेदार थे। इस हिस्सेदारी में गड़बड़ी करते हुए चेतन प्रकाश गुप्ता द्वारा खुद को श्रीजी इंफ्राटेक का पावर ऑफ अटर्नी धारक बताते हुए 16 दिसंबर 2020 को उक्त क्रेसर प्लांट भगवती इंफ्राटेक के नाम बेच दिया। व्यवसायी के अनुसार भगवती इंफ्राटेक की हिस्सेदार मोनिका मौर्य पुत्री विद्याराम मौर्य पूर्व विधायक व भाजपा नेता रणवीर जाटव की साली हैं, जिनके द्वारा पिपरसाना स्थित क्रेसर प्लांट पर जबरन कब्जा कर लिया गया है। व्यापारी राजेन्द्र प्रसाद खण्डेलवाल ने कहा कि उसका क्रेसर कब्जाते हुए शैलेन्द्र यादव व गोहद के पूर्व विधायक रणवीर जाटव द्वारा उसे जान से मारने की धमकी दी जा रही है। इस कारण पीड़ित व्यापारी और उसका पूरा परिवार बेहद मानसिक प्रताड़ना झेल रहा है। व्यवसायी ने कहा है कि इस हाई प्रोफाइल मामले की जानकारी पीडि़त द्वारा भिंड प्रशासन से लेकर प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह तथा जांच एजेंसियों तक से की गई लेकिन कही से कोई न्याय की उम्मीद नहीं जगी, बल्कि उलटे उसे कई विभागों के नोटिस पर नोटिस मिल रहे हैं। इससे परेशान होकर पीडि़त व्यापारी राजेन्द्र प्रसाद खण्डेलवाल ने न्यायालय में शिकायत की है।
किराए पर लेकर किया कब्जा
व्यापारी राजेन्द्र प्रसाद खण्डेलवाल ने पत्रकारों को बताया कि 15 जुलाई 2020 को श्रीजी इंफ्राटेक के साथ करारनामा करते हुए उसका क्रेसर प्लांट किराए पर लिया गया था। जिसमें क्रेसर सहित सभी मशीनों एवं वाहनों का प्रयोग करने के संबंध में दोनों पक्षों के बीच लिखित करार हुआ था। इसके एवज में भगवती इंफ्राटेक द्वारा 1 करोड़ 32 लाख 75 हजार रुपए 30 नवंबर 2020 तक देने का वादा किया गया था। लेकिन उक्त समय सीमा के बाद भी उसे किरायानामा के तहत तय राशि का भुगतान नही किया गया। जिसे मांगने पर पूर्व विधायक रणवीर जाटव और उनके अन्य लोगों द्वारा उसके प्लांट पर हथियारबंद बदमाशों को तैनात कर पूरा क्रेसर अपने कब्जे में ले लिया और व्यापारी खंडेलवाल और उसके परिवार को धमकाना शुरु कर दिया गया। व्यवसायी के मुताबिक इस पूरे प्रकरण में पूर्व विधायक रणवीर जाटव द्वारा राजीनामा कराने का दबाब भी बनाया गया, ऐसा न करने पर व्यापारी को जान से मारने की धमकी दी गई।
फर्जी मुख्तयारनामा से विक्रय का भी आरोप
खंडेलवाल का कहना है कि इस व्यापारी का प्लांट कब्जाने के लिए आरोपियों द्वारा एक फर्जी मुख्तयारनामा तैयार किया गया है। रजिस्ट्रार कार्यालय भिंड में तैयार किए गए इस मुख्यतयारनामा में गवाह के बयान, दस्तावेज क्रमांक सहित पक्षकारों के फोटो नही लगाए और विक्रेता के रुप में उसके फर्जी हस्ताक्षर किए गए हैं। इस पूरे मामले की जानकारी होने के बावजूद भी रजिस्ट्रार भिंड ओपी अंब द्वारा इसे सही मान कर इसी दस्तावेज के आधार पर चेतन प्रकाश गुप्ता द्वारा श्रीजी इंफ्राटेक के स्वामित्व के क्रेसर प्लांट को मोनिका मौर्य की फर्म भगवती इंफ्राटेक को दिनांक 16 दिसंबर 2020 को बिक्री कर दिया गया।
लगाया प्रताडऩा का आरोप
व्यापारी राजेन्द्र प्रसाद खण्डेलवाल ने पूर्व विधायक रणवीर जाटव पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके द्वारा सत्ता का दुरुपयोग करते हुए उसके खिलाफ षडय़ंत्र रचा जा रहा है। जिसमें उसके डंफरों को जबरन गोहद थाने में जप्त कराने के साथ साथ, ग्वालियर स्थित मकान को अवैध घोषित कराने, फर्जी तरीके से आपराधिक प्रकरण दर्ज कराते हुए मानसिक रुप से प्रताडि़त किया जा रहा है। इस संबंध में व्यापारी द्वारा कई बार जिला व पुलिस प्रशासन को आवेदन देकर अवगत कराया जा चुका है। व्यापारी खण्डेलवाल ने मप्र सरकार से हस्तक्षेप कर तुरंत न्याय दिलाने की मांग की है। इस संबंध में अब तक पूर्व विधायक की तरफ से कोई बयान सामने नहीं आया है। उक्त आरोप में कितना दम है ओर कितनी सच्चाई है ये देखना बाकी है। फिलहाल आज यह मामला संभाग भर में जबरदस्त चर्चा का वायस बना हुआ है। देखिये वीडियो।

कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें