शिवपुरी। लोकशिक्षण संचनालाय मध्यप्रदेश द्वारा दिनांक 15मार्च 2021 को सभी संगठनों के प्रदेशाध्यक्ष के साथ सीएम राइज विद्यालयों के क्रियान्वयन हेतु एक बैठक भोपाल होटल पलाश में रखी गई।जिसमें प्रदेश के समस्त मान्यता प्राप्त एवं गैर मान्यता प्राप्त शिक्षक संगठनों को एक बैठक आयोजित कर बुलाया गया है इस संबंध में मध्य प्रदेश शासकीय अध्यापक संघठन के प्रान्तीय अध्यक्ष आरिफ अंजुम बैठक में उपस्थित रहेंगे।
सास का स्पष्ट शब्दों में कहना है की यह योजना यदि प्रदेश में लागू होती है तो इससे शिक्षक छात्र शिक्षा को पूरी तरह समाप्त करने का षड़यंत्र है, एक तरफ तो पूर्ववर्ती सरकारों द्वारा 1 किलोमीटर पर प्राथमिक शाला 3 किलोमीटर पर माध्यमिक शाला एवं 5 किलोमीटर हाई स्कूल हायर सेकेंडरी को प्रारंभ कर शिक्षा को जन जन तक पहुंचाने का कार्य किया था इस योजना से बच्चों के शिक्षा के मौलिक अधिकारों का भी हनन हो रहा है क्योंकि इस योजना के तहत 15 किलोमीटर के क्षेत्र में उन समस्त प्राथमिक /माध्यमिक हाई स्कूल हायर सेकेंडरी शालाओं को बंद कर शिक्षा व्यवस्था को समाप्त करने की योजना से हालांकि इस 15 किलोमीटर के क्षेत्र की अशासकीय शिक्षण संस्थाओं को बंद नहीं किया जाएगा इससे स्पष्ट है कि यह योजना केवल सरकारी शिक्षा को ही समाप्त करने का कुठित प्रयास है शासन ने मॉडल स्कूल, जवाहर नवोदय विद्यालय, केंद्रीय विद्यालय इत्यादि शालाओं को खोला गया है इन विद्यालयों को ही ठीक ढंग से सुविधाएं देकर ठीक किया जा सकता है जहां तक 15 किलोमीटर के क्षेत्र में संचालित शालाओं के बच्चे एवं शिक्षक का क्या हश्र होगा इसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते शासन प्रशासन यह बात कह रहा है की बच्चों को बसें लेकर आएंगे इस संबंध में संगठन का कहना है कि जब उसी गांव के बसाहट, मोहल्ले आदि से शिक्षक द्वारा बमुश्किल बच्चों कोविद्यालया तक लाया जाता था ऐसे में बसें 15 किलोमीटर से कैसे ला सकेंगे शासन एवं प्रशासन के कुछ अधिकारियों उच्च अधिकारियों की दिमाग क ल्पना के अलावा कोई योजना नही है यह योजना देखने और सुनने में तो अच्छी लग सकती है परन्तु व्यवहारिक रूप से कतई उचित नही है इस योजना से गरीब ,मजदूर,बंचित वर्ग के बच्चे शिक्षा से दूर हो जायेगे,ओर शिक्षत पालकों के बच्चे इस योजना का लाभ ले सकेंगे,इस तरह आगामी पीढ़ी में बहुत बढ़ी आवादी शिक्षा से दूर होतीचली जाएगी,यह योजना निजीकरण को मजबूत करने की दिशा में कदम है ,शासन, प्रशासन ट्रांसपोर्ट ओर विद्यालय निजी हाथों में सौपकर शिक्षा व्यवस्था को समाप्त करने की योजना बना रहा है।अतः यह योजना कहि से भी कहीं तक लाभकारी नही हो सकती है, हम सब लोगो ने आज विरोध नही किया तो बो दिन दूर नही जब शिक्षको को घर बिठा दिया जाएगा। हम ऐसी योजना का विरोध भी करेंगे।अतःआज समस्त शिक्षक,शिक्षा एवम शिक्षार्थी हितेषी संगठनों पर यह बढ़ी जबाब दारी है हम इस काले कानून का डटकर सर्वसम्मति से विरोध करे,अन्यथा आने बाली पीढ़ी हमे कभी क्षमा नहीं कर सकेगी। आमंत्रित समस्त संगठनों से अपील है कि इस योजना का डटकर विरोध किया जाए और मीटिंग का बहिष्कार किया जाए। इस सम्बंध में संगठन का अनुरोध है कि 15 किमी के क्षेत्र में संचालित शालाये बंद नही की जाये ।

Ha 15 km k dayre me sanchalit sabhi shala ko band na karke sarv suvidha yukt Kare har shala me do teacher anivarya ho taaki shiksha ki gunwatta
जवाब देंहटाएंBarh sake. Taaki berojgari bhi kam ho sake.