जगदीश हरदेनिया कैलारस की रिपोर्ट
कैलारस। मुरैना जिले की एक बड़ी औद्योगिक ईकाई शक्कर कारखाना डेढ़ दशक से बंद पड़ा हुआ है यह बता दें शक्कर कारखाना संचालन के समय क्षेत्रीय हजारों लोग कार्य करते थे और उनके परिवार का खर्चा बहुत ही अच्छे से चलता था साथ में ही क्षेत्रीय किसान गन्ना उत्पादन का अपने परिवार और अन्य जरूरत की पूर्ति करता था लेकिन इस मुद्दे को स्थानीय नेताओं द्वारा उठाया गया कि शक्कर कारखाना संचालित होना चाहिए लेकिन चाहे प्रदेश में भाजपा सरकार हो पूर्व में कांग्रेस सरकार रही हो किसी ने इस और ध्यान नही दिया नाही कोई ठोस कदम उठाया और किसानों को शक्कर कारखाना चालू कराने की वात कही और फिर अनदेखा किया। वैसे तो बताया गया कि गन्ना संचालन के लिए किसी प्राइवेट कंपनी से चर्चा चल रही है अभी तक कोई नतीजा सामने नहीं आया है गन्ना कारखाने के बंद होने से हजारों की संख्या में लोग बेरोजगार हो गये है साथ ही कर्मचारियों को मिलने वाला फंड और अन्य पैसा शक्कर कारखाना प्रबंधक पर बकाया है और क्षेत्रीय किसानों ने गन्ना शुगर मील को दिया उसका भुगतान भी आज तक नहीं हुआ है शुगर मील की जगह अन्य प्रदेश की सरकार अलग उद्योगिक स्थापित कर सकती है जिससे क्षेत्रीय युवाओं को रोजगार मिलेगा साथ मे क्षेत्र का युवा बेरोजगारो ने प्रदेश सरकार से मांग की है तो शुगर मिल चालू कराया जावे नही तो अलग से दूसरी प्रदेश सरकार औद्योगिक इकाई स्थापित कर सकती है और शक्कर कारखाने पर कर्मचारी और क्षेत्रीय किसानों का पैसा बकाया है उसे वापिस कराया जावे।

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