स्वस्थ एवं सुरक्षित पर्यावरण के बिना समाज की कल्पना भी अधूरी है: आर.के. श्रीवास्तव, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक
शिवपुरी। बासंखेड़ी गावं में अनुपयोगी प्लास्टिक की बोतलो में औषधीय पौधा लगाकर पर्यावरण संरक्षण का सन्देश दिया साथ ही गांव वालो को पर्यावरण के महत्व के बारे में जागरुक किया।
शिवपुरी। हमारे जीवन में कई चीजों का महत्व है जिसमें से एक हमारा पर्यावरण भी है। हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम अपने पर्यावरण की रक्षा करें लेकिन इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि इंसान ही सबसे ज्यादा पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है। पेड़ों की कटाई से लेकर घने जंगलों को सपाट बनाने जैसे कई काम इंसानों ने ही किए हैं। हर साल काफी बड़ी संख्या में पेड़ काटे जाते हैं जो कि पूरी तरह गलत है। ऐसे में विश्व पर्यावरण दिवस हमें इन सब चीजों के दुष्प्रभाव के बारे में बताने और पर्यावरण के प्रति जागरूक करने का काम करता है। यह कहना था संवेदना ए सोसाईटी फोर ग्लोबल कन्सर्न भोपाल की सचिव डा. चित्रा श्रीवास्तव का जो कि आज पर्यावरण को बचाने के लिए अनुप्रयोगी प्लास्टिक की बोतलो का उपयोग कर औषधीय पौधो को बढ़ावा देने हेतु जागरुकता कार्यक्रम ग्राम वांसखेड़ी में शक्तिशाली महिला संगठन, संवेदना ए सोसाइटी फोर ग्लोबल कन्सर्न भोपाल, बिट्रानिया न्यूट्रीशन फाउण्डेशन , कृषि विज्ञान केन्द्र शिवपुरी एवं महिला बाल विकास विभाग शिवपुरी द्वारा संयुक्त रुप से मप्र वन विभाग के अपर प्रधान मुख्य वन सरंक्षक सीनियर आई.एफ.एस. रमेश कुमार श्रीवास्तव के मुख्य आतिथ्य में आयोजित हुआ। कार्यक्रम के बारे में अधिक जानकारी देते हुए कार्यक्रम संयोजक रवि गोयल शक्तिशाली महिला संगठन रवि गोयल ने बताया कि लोगों को हमारे पर्यावरण की रक्षा के लिए प्रेरित करने पर्यावरण की सुरक्षा के प्रति जागरूक करने और सचेत करने के उद्देश्य से हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। हर साल इस दिन को मनाने के लिए एक थीम रखी जाती है जिसके आधार पर ही इस दिन को मनाया जाता है। इस बार की थीम कोरोना काल से जोड़ा गया है एवं इस साल 2021 की थीम पारिस्थितिकी तंत्र बहाली है। पारिस्थितिक तंत्र की बहाली कई रूप में हो सकती है जैसे. पेड़ उगाना शहर को हरा.भरा करना बगीचों को फिर से बनाना नदियों और तटों की सफाई करना आदि। हर किसी को इस दिन पर्यावरण की बहाली का संकल्प लेना चाहिए। इसी उददेश्य को लेकर संस्थाओं ने मिलकर आज आदिवासी बाहुल्य वांसखेड़ी गांव मे समुदाय एवं सरकार को साथ लेकर जागरुकता कार्यक्रम सह पौधा रोपण कार्यक्रम आयोजित किया पौधा उन परिवारों के घर लगाए गए जिन्होने कि इस महामारी की त्रासदी में अपनी जान गवां दी इसी लिए उन परिवारों को एवं दिवंगत आत्मा की शान्ति के लिए एवं हमको आक्सीजन के महत्व का पता चले एवं हम अभी भी किसी भी प्रकार की लापरवाही न करें और आगे थर्ड वेव आने से बच सकें इस उददेश्य से पौधे रोपित किए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक म.प्र. आर के श्रीवास्त ने कहा कि पर्यावरण से ही हम हैं इस बात से बिल्कुल इंकार नहीं किया जा सकता कि संपूर्ण मानवता का अस्तित्व प्रकृति पर ही निर्भर है। इसलिए हमें समय रहते एक स्वस्थ एवं सुरक्षित पर्यावरण की कल्पना करनी चाहिए। प्रकृति को बचाने के लिए सिर्फ एक अकेला व्यक्ति काफी नहीं है ऐसे में हम सब को मिलकर कुछ संकल्प लेने होंगे जिनसे हम अपने पर्यावरण को फिर से हरा भरा कर सके। आज वांसखेड़ी में आयोजित यह कार्यक्रम निःसन्देह तारीफ के काबिल है ऐसे छोटे छोटे प्रयोग सभी करें तो हम अपने पर्यावरण को फिर से हरा भरा कर सकते है एवं बचा सकते है । कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा0 एम0के0भार्गव ने कहा कि हम सबको संकल्प लेने होंगे
हर किसी को साल में कम से कम एक या दो बार एक पौधे जरूर लगाने चाहिए और उनकी देखरेख भी करनी चाहिए। साथ ही ये संकल्प लेना चाहिए कि वो नदी तालाबों और पोखर को प्रदूषित नहीं करेंगे। इसके अलावा कूड़े.कचरे को कहीं भी फेंकने की जगह पर उसे कूड़ेदान में ही डालें ताकि आप पर्यावरण की रक्षा कर पाएं। साथ ही उन्होने हर घर में पोषण वाटिका लगाने एवं कुपोषण को दूर भगाने की मुहिम का 40 परिवारों के लिए बीज किट देकर शुभांरभ किया जिससे कि गर्भवती माताए, कुपोषित बच्चो एंव खून की कमी से जूझं रही महिलाओं को सुपोषित किया जा सकें। कार्यक्रम में स्वच्छ भारत मिशन के संभागीय संमन्वयक अतुल त्रिवेदी ने गावं के स्तर पर मप्र स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों को वर्चुअल माध्यम से इस कार्यक्रम में भागीदारी करना निश्चित रुप से शिवपुरी के लिए गौरव की बात है कार्यक्रम में किशोरी बालिकओें की भागीदारी पर्यावरण को बचाने के लिए नींव का पत्थर साबित होगी। कार्यक्रम में गांव में पिछले एक साल में पर्यावरण को बचाने के काम में अपनी अमूल्य योगदान देने वाली सुपोषण सखी रचना लोधी, उर्मिला आदिवासी , रामकली आदिवासी, न्यूट्रीशन चैम्पियन रोनक लोधी, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सपना धाकड़ आंगनवाड़ी जंसवत कौर एवं आशा कार्यकर्ता रचना जाटव को उपहार एवं शाॅल देकर अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में शक्तिशाली महिला संगठन की पूरी टीम, आंगनवाडी , सहायिका आशा कार्यकर्ता , सुपोषण सखी एवं समुदाय की किशोरी बालिकाओं ने सक्रिय सहयोग प्रदान किया।

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