8वे राष्ट्रीय अधिवेशन में राजकुमार शर्मा ने प्राइवेट स्कूलों की समस्याओं को राष्ट्रीय मंच पर रखा
शिवपुरी। प्राइवेट स्कूल एंड चाइल्ड वेलफेयर एसोसिएशन का तीन दिवसीय आंठवा राष्ट्रीय अधिवेशन नई दिल्ली के पांच सितारा होटल में संपन्न हुआ। नई शिक्षा नीति को प्रभावी ढंग से लागू करने में व लॉकडाउन के कारण प्राइवेट स्कूलों की बिगड़ी हुई स्थिति को सुधारने के लिए मंथन हुआ। तीन दिवसीय अधिवेशन में अतिथियों में मुख्य रूप से सिक्किम के राज्यपाल महामहिम श्री गंगा प्रसाद , भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं बिहार सरकार के मंत्री शाहनवाज हुसैन, कांग्रेस के महामंत्री श्री तारिक अनवर , झारखंड के वित्त मंत्री श्री रामेश्वर उरांव, एमएचआरडी के संयुक्त सचिव संतोष सादगी, भजन सम्राट श्री अनूप जलोटा , पासवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री समायल अहमद ने तीन दिवसीय अधिवेशन के विभिन्न सत्रों में अपनी उपस्थिति दी।
28 राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों से आए 200 से अधिक शिक्षाविदों की इस अधिवेशन में उपस्थिति रही। नई शिक्षा नीति की स्थापना पर हुए मंथन में मध्य प्रदेश से चेयरमैन पवन कुमार शर्मा ने स्कूल संस्थानों को चार आधारभूत और महत्वपूर्ण तैयारियां करने की बात कही। प्यून से लेकर प्रिंसिपल तक को अपग्रेड करना होगा। ताकि तेजी से बदलती हुई परिस्थितियों के अनुसार छात्रों को तैयार किया जाए। ग्लोबल क्लासरूम्स बनाने होंगे ताकि हर परिस्थिति में विद्यार्थी की पढ़ाई निरंतर चल सके। ए आई, कोडिंग, एम एल, रोबोटिक्स, सिस्को ब गूगल क्लासरूम # दूसरा अभी कक्षा में 80% टीचर बोलते हैं 20% विद्यार्थी , इसे बदलना होगा। अब से विद्यार्थी 80% और अध्यापक 20% प्रस्तुति देंगे व एग्जामिनेशन में भी 30% लिखित तथा 70% प्रायोगिक को लागू करना होगा। # विद्यार्थियों के अलग-अलग आइक्यू और सी क्यू लेवल होते हैं उन्हें कठिनतम समस्याएं देकर खुद से सॉल्व करवाना होगा । कक्षा 6 से 8 तक के लिए कई तरह के वोकेशनल कोर्स विद्यार्थी की दशा और दिशा पहले ही तय कर देंगे। NEP का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थी को क्रिएटिव , इनोवेटिव तथा फिजिकली फिट बनाना है व तेजी से बदलते हुए विश्व में अपनी उपस्थिति दर्ज कराना है। शर्मा को एजुकेशनल रिसर्च एंड इन्नोवेशन के लिए अवार्ड मिला।
28 राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों से आए 200 से अधिक शिक्षाविदों की इस अधिवेशन में उपस्थिति रही। नई शिक्षा नीति की स्थापना पर हुए मंथन में मध्य प्रदेश से चेयरमैन पवन कुमार शर्मा ने स्कूल संस्थानों को चार आधारभूत और महत्वपूर्ण तैयारियां करने की बात कही। प्यून से लेकर प्रिंसिपल तक को अपग्रेड करना होगा। ताकि तेजी से बदलती हुई परिस्थितियों के अनुसार छात्रों को तैयार किया जाए। ग्लोबल क्लासरूम्स बनाने होंगे ताकि हर परिस्थिति में विद्यार्थी की पढ़ाई निरंतर चल सके। ए आई, कोडिंग, एम एल, रोबोटिक्स, सिस्को ब गूगल क्लासरूम # दूसरा अभी कक्षा में 80% टीचर बोलते हैं 20% विद्यार्थी , इसे बदलना होगा। अब से विद्यार्थी 80% और अध्यापक 20% प्रस्तुति देंगे व एग्जामिनेशन में भी 30% लिखित तथा 70% प्रायोगिक को लागू करना होगा। # विद्यार्थियों के अलग-अलग आइक्यू और सी क्यू लेवल होते हैं उन्हें कठिनतम समस्याएं देकर खुद से सॉल्व करवाना होगा । कक्षा 6 से 8 तक के लिए कई तरह के वोकेशनल कोर्स विद्यार्थी की दशा और दिशा पहले ही तय कर देंगे। NEP का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थी को क्रिएटिव , इनोवेटिव तथा फिजिकली फिट बनाना है व तेजी से बदलते हुए विश्व में अपनी उपस्थिति दर्ज कराना है। शर्मा को एजुकेशनल रिसर्च एंड इन्नोवेशन के लिए अवार्ड मिला।
राजकुमार शर्मा हुए सम्मानित : पासवा शिवपुरी ज़िला अध्यक्ष श्री राजकुमार शर्मा जी को जिला स्तर पर एक मजबूत संगठन और उसके श्रेष्ठ संचालन के लिए लीडरशिप आइकॉन अवार्ड दिया गया। साथ ही राजकुमार शर्मा ने बताया कि कोरोना महामारी के कारण सैकड़ों स्कूल बंद हो चुके हैं अधिकांश की आर्थिक स्थिति बुरी तरह से खराब हो चुकी है साथ ही 18 महीने से विद्यार्थी घर पर बैठे हैं जिसके कारण उनकी मानसिक विकास रुक गया है सरकार के द्वारा किसी भी तरह की कोई भी सहायता प्राइवेट स्कूलों को नहीं दी गई है राष्ट्रीय मंच पर उन्होंने अपनी बात रखी बा सरकार से सहायता के लिए आग्रह किया।

इस परिस्थिति में प्राइवेट स्कूल संचालक तो अपने को किसी प्रकार से सम्भाल लेंगे परंतु प्राइवेट स्कूलों में लंबे समय से कार्यरत कर्मचारी जो इस दंश से पीड़ित हुए है वे अपने को और अपने परिवार को कैसे संभाले इस बारे में कोई मुद्दा नही उठाया गया।
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