शिवपुरी। शिवपुरी के समस्त साहित्यकारों ने स्थानीय संस्कार विद्यालय में काव्य गोष्ठी आयोजित कर हिंदी दिवस को मनाया,इस अवसर पर मुख्य अतिथि हिंदी विद्वान पुरुषोत्तम गौतम,विशिष्ठ अतिथि राजेन्द्र जैन राजमाया,रामदयाल जैन तो अध्यक्षता याकूब साबिर ने की।
सर्वप्रथम विकास शुक्ल प्रचंड की सरस्वती वंदना से कार्यक्रम प्रारम्भ हुआ, पुरुषोत्तम गौतम ने अपने विचार रखते हुए कहा कि हिंदी विश्व की सबसे समृद्ध भाषा है, दो हजार धातुओ से करोड़ो शब्द जिसमे बनते है, विश्व की सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा हिंदी है। राजेन्द्र जैन राजमाया ने कहा कि हमे हिंदी को अधिक से अधिक प्रयोग में लाने की मुहिम चलानी चाहिए।
गोष्ठी का शुभारंभ रामकृष्ण मोर्य के हिंदी गीत हिंदी अपनी भाषा है,हिंदी अपनी शान है,दुनिया की भाषाओं में हिंदी ही महान है से हुआ, इसके बाद क्रमशः राकेश मिश्रा ने भाषा हिंदुस्तान का, बड़ा सकेगी मान, संस्कृत हिंदी का हमे पूरा हो जब ज्ञान,
शरद गोस्वामी ने हुआ है धन्य यह जीवन, मिला जब देश हिंदी का,
राकेश सिंह आकाशवाणी ने कश्मीर हो या कन्याकुमारी या गोहाटी,चंदन से भी बढ़कर है मेरे देश की माटी,
आशुतोष ओज ने यही समय है,सही समय है,निज भाषा उत्थान करे,हिंदी है हम,हिंदी से हम, हिंदी पर अभिमान करे,

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