शिवपुरी। भ्रूण स्टिंग के वायरल वीडियो की जांच से घिरे सिद्धि विनायक अस्पताल का पंजीयन निरस्त कर दिया गया है। पंजीयन अगले आदेश तक निलंबित किये जाने का आदेश सीएमएचओ डॉ पवन जैन के हस्ताक्षर से जारी हुआ है। जारी आदेश में लिखा गया है कि वीडियो वायरल सम्बन्धी जांच प्रचलन में होने के चलते अस्थाई रूप से पंजीयन निरस्त किया जाता है। बता दें कि कद्दावर चेहरे इस अस्पताल के संचालक हैं और किसी भी हद तक उनकी पहुंच है जिसके चलते आरंभ से ही जांच यु टर्न ले रही है। बीते रोज इसी स्वास्थ्य महकमे ने सिद्धि अस्पताल की सोनोग्राफी मशीन को एक झटके में क्लीन चिट दे डाली थी। आज फिर नकेल कसी गई है हालांकि अस्थायी पंजीयन का मतलब बड़ा धमाका नहीं है क्योंकि जांच टीम से जुड़े स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों ने यह भी कहा है कि जो जांच होनी थी वह हो चुकी है यानी कि जिसने वीडियो तैयार किया उनकी गिरेबान नापने की प्रक्रिया अभी तक अमल में नहीं लाई जा सकी है।
कहीं कोर्ट न चला जाये अस्पताल प्रबंधन !
स्वास्थ्य महकमे की दाल इसलिये पतली है कि भ्रूण का मामला संगीन होता है। अस्पताल पर आंच आई तो भविष्य खतरे में हो सकता है लेकिन यदि जांच बे दम रही तो अस्पताल प्रबन्धन कोर्ट के रास्ते से स्वास्थ्य टीम को मामू बना सकता है। यह हम नहीं कह रहै बल्कि जानकारों का ऐसा कहना है।

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