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'साहित्य परिषद ने मनाया' 'सारागढ़ी युद्ध स्मृति दिवस'

सोमवार, 13 सितंबर 2021

/ by Vipin Shukla Mama
सेवा निवृत्त सैनिकों का किया सम्मान
शिवपुरी। अखिल भारतीय साहित्य परिषद जिला शिवपुरी द्वारा ऐतिहासिक सारागढ़ी युद्ध स्मृति दिवस को शिवपुरी गुरुद्वारे में व्याख्यान माला व सेवा निवृत्त हो चुके सैनिकों का सम्मान कर मनाया।
साहित्य परिषद शिवपुरी के जिलाध्यक्ष आशुतोष शर्मा ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा कि गुरु गोविंद सिंह जी ने अपने साहेब जादो और अनुयायियों के साथ जो इतिहास चमकौर के युद्ध मे रचा था, उसी इतिहास को सारागढ़ी के युद्ध मे ईशर सिंह के नेतृत्व में 21 सिख्खो ने दोहराया था,छह घण्टे चले इस युध्द में आक्रांताओं को अपने रण कौशल से पीछे धकेलने उनके मंसूबे ध्वस्त करने का कार्य किया था, दुर्भाग्य ये है कि इस युद्ध को विदेशों में तो याद किया जाता है,पर भारतीय पाठ्यक्रम में इसका कही जिक्र नही , बैटल ऑफ सारागढ़ी के नाम से मात्र 21 सिख्खो के पराक्रम जिसमे उनने बीस हजार से अधिक आक्रांताओं से युद्ध किया था और   चार सौ से अधिक आक्रांताओं को मार कर इतिहास रचा था।आज हम उन पराक्रमी सैनिकों को स्मरण करने उन बलिदानियों को श्रद्धा के पुष्प अर्पित करने एकत्रित हुए है।
शायर सलीम बादल ने इस अवसर पर कहा कि ये युद्ध भारतीय वीरों के अदम्य साहस को प्रकट करने वाला युद्ध है।
ज्योति मजेजी ने कहा
ज्योति मजेजी ने कहा कि इस दिवस से हमें मांग करनी चाहिए कि फतेह सिंह और जोरावर सिंह के बलिदान दिवस पर बाल दिवस मनाया जाए ताकि बच्चे उनसे प्रेरणा ले।
सुरिंदर बोले
सिक्ख संगत के सुरेंद्र सिंह बॉबी ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह के दिखाए मार्ग पर चलते हुए वीर सेनानियों ने सारागढ़ी में कौशल दर्शाया था। उद्बोधन के पश्चात भारतीय सेना में सेवाये देकर सेवा निवृत्त हो चुके गुरदीप सिंह और गोविंद सिंह का सरोपा भेँट कर शॉल ओढ़ा कर अभिनंदन राम पंडित,सुकून शिवपुरी , विजय भार्गव, सुनील बंसल, त्रिलोचन जोशी द्वारा किया गया। कार्यक्रम का संचालन विकास शुक्ल प्रचंड तो आभार ज्ञापित रंजीता देशपांडे ने किया।

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