शिवपुरी। शारदा सॉल्वेंट के पास ग्राम मुढैनी में श्री हनुमानजी मंदिर प्रांगण में आज श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। श्री गणेश पूजन के बाद श्रद्धालुओं ने 108 विशाल कलश यात्रा के बाद कथा का श्रवण किया, कथा महात्म श्रवण कराते हुए कथा व्यास वाल योगी वासुदेव नंदिनी भार्गव ने भक्ति की महिमा का वर्णन करते हुए बताया कि जीवन में ज्ञान और वैराग्य भले ही सुषुप्त अवस्था में हो लेकिन भक्ति जागृत रहना चाहिए , क्योंकि भक्ति ही ज्ञान वैराग्य को पुष्ट करती है जिस प्रकार हमें समय-समय पर भोजन चाहिए होता है वैसे ही ज्ञान और वैराग्य को भी कथा का श्रवण कराते रहना चाहिए जिससे वह जागृत रहे लेकिन सब उपकृम भक्ति के द्वारा ही संभव है ।ज्ञान भी हो किंतु भक्ति का पद दोनों में श्रेष्ठ हो, साथ ही भागवत तथा समस्त पीड़ा को हरने वाली है अत्यंत दुर्लभ कथा ठाकुर जी की कृपा से ही हमको प्राप्त होती है कथा हमारे परिश्रम से नहीं अपितु कृष्ण के अनुग्रह से ही शुलभ होती है । आदि कथा के महत्म की चर्चा की गई महात्म अर्थात महिमा और कथा से परिचय उसकी महिमा के द्वारा ही किया जा सकता है।

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