तीर्थक्षेत्र रावणेश्वर द्वादश ज्योतिर्लिंग श्री
वैद्यनाथ धाम एवं ठीक सामने स्थित देवी पार्वती शक्ति पीठ, देवघर (झारखंड)
(झारखंड से शिक्षाविद निर्भय गौड़ की रिपोर्ट)
भारत के सभी ज्योतिर्लिंगों के शीर्ष पर त्रिशूल लगता है मगर वैद्यनाथधाम परिसर के शिव- पार्वती मंदिरों के शीर्ष पर पंचशूल लगे हैं !
बाबाधाम व पार्वती शक्तिपीठ का शिखरों से लाल धागों से गठबंधन किया जाता है जो पूरे भारत में किसी तीर्थक्षेत्र पर नही होता ।
ज्योतिर्लिंग के ठीक पास सामने माता पार्वती शक्तिपीठ का होना इस श्रीछेत्र को सर्वाधिक शक्तिशाली बनाता है।
महाशिवरात्रि के दौरान लाखों श्रद्धालु सुल्तानगंज से कांवर में गंगाजल भरकर 105 किमी पैदल चलकर और ‘बोल बम’ का जयघोष करते हुए वैद्यनाथधाम पहुंचते हैं।
बैद्यनाथ चिकित्सा, उपचार, प्रकृति और स्वास्थ्य के देवता ज्योतिर्लिंग स्वरूप हैं जिन्हे महान शिवभक्त विराट ज्ञानी रावण ने स्वयं स्थापित किया था।
देखिए सोमवार शाम को दो घंटे होने वाली विविधता से भरी भव्य आरती की एक झलक।

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