छत से झांक रही थी शिक्षक की मासूम बिटिया गिरी, मौत
कोई टिप्पणी नहींरैलिंग से झांकते समय हुआ हादसा, ग्वालियर किया गया था रैफर
शिवपुरी। शहर के पुरानी शिवपुरी क्षेत्र में मंगलवार की दोपहर करीब 4 बजे एक हृदय विदारक हादसे में महज सात साल की मासूम की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार हाई स्कूल सुनाज में पदस्थ शिक्षक लक्ष्मी नारायण कुशवाह की सात साल की बेटी माधवी उर्फ मनु घर की दूसरी मंजिल की छत पर खेल रही थी इसी दौरान सड़क से किसी फेरी वाले की आवाज सुनकर मासूम मनु रेलिंग से नीचे झांकने लगी और असंतुलित होकर दूसरी मंजिल से नीचे आ गिरी। परिजन उसे तत्काल जिला अस्पताल लेकर आए जहां से उसे ग्वालियर रेफर कर दिया गया पर देर शाम उपचार के दौरान बच्ची ने दम तोड़ दिया ।मौत की खबर से मोहल्ले सहित शिक्षा विभाग में शोक की लहर दौड गई है।
'मामा' बनकर आये 'नाना के शिष्य ने पूरे गाँव को भात पहनाकर दिला दी नरसी के भात की याद'
कोई टिप्पणी नहींशिवपुरी। कहा जाता है कि 15वीं शताब्दी में भगवान श्रीकृष्ण ने गाजियाबाद जिले के मुराद नगर के गांव शमशेरपुर में अपने परम
भक्त के यहां नरसी का भात दिया था। 15वीं शताब्दी में गुजरात निवासी नरसी मेहता भगवान श्रीकृष्ण के अनन्य भक्त थे। उनकी बेटी ने अपनी पिता नरसी से अपनी बेटी का भात देने के लिए कहा था। नरसी अपनी मंडली के साथ खाली हाथ भात देने के लिए गांव शमशेरपुर आ गए। बुजुर्ग बताते हैं कि तब नरसी ने भगवान श्रीकृष्ण को याद किया। इसके बाद भगवान श्रीकृष्ण को खुद ही भात आना पड़ा। भात देते समय एक घंटे तक सोने की बारिश हुई थी। आज 21वी सदी है लेकिन यादों के बीच नरसी के भात की याद इसलिये ताजा हुई कि MP के शिवपुरी जिले की बदरवास तहसील के ग्राम एजवारा में ठीक इसी तर्ज पर आज गाँव भर को भात पहनाया गया है। भगवान कृष्ण तो नहीं लेकिन उन्ही की तर्ज पर इस ग्राम की एक गरीब कन्या के घर उसी के नानाजी के शिष्य ने पूरे ग्राम कोभात पहनाकर ऐसी अनूठी मिसाल पेश की है जो सदियों याद रखी जायेगी। दरअसल इस ग्राम में थान सिंह यादव की सुपुत्री का विवाह था। जिसके मामा नहीं थे और नाना जी सालों पहले संत हो गए थे। जब विवाह तय हुआ तो लड़की की माँ अपने संत भाई के पास यूपी पहुंची और भात देने की गुहार लगाई लेकिन उन्होंने संत और हालात की दुहाई देकर ऐसा करने से इंकार कर दिया। लेकिन जब यह बात संत के एक फुटवियर व्यवसाई शिष्य मिस्टर सिंघल को पता लगी तो उन्होंने संत से इजाजत ली कि वह मामा की कमी पूरी करेगा भात लेकर जाएगा तो वह ग्राम आ पहुंचा। 8 तोले सोना, 1 किलो चांदी और पूरे ग्राम के लिये नगदी कपड़े साड़ी गमछे लेकर व्यवसाई ग्राम पहुंचा। एक एक व्यक्ति को अपने हाथों भात पहनाया तो यह खबर आग की तरह जिले में वायरल हो गई। लोग भगवान कृष्ण के नरसी भात से इसकी तुलना करते नजर आए। हालांकि व्यवसाई ने कहा कि वह इस तरह चर्चित होना नहीं चाहते बल्कि किसी की मदद कर के उन्हें खुशी हो रही है और देखा जाए तो उन्होंने अपने संत की कृपा से यह सद्कार्य किया है।
भक्त के यहां नरसी का भात दिया था। 15वीं शताब्दी में गुजरात निवासी नरसी मेहता भगवान श्रीकृष्ण के अनन्य भक्त थे। उनकी बेटी ने अपनी पिता नरसी से अपनी बेटी का भात देने के लिए कहा था। नरसी अपनी मंडली के साथ खाली हाथ भात देने के लिए गांव शमशेरपुर आ गए। बुजुर्ग बताते हैं कि तब नरसी ने भगवान श्रीकृष्ण को याद किया। इसके बाद भगवान श्रीकृष्ण को खुद ही भात आना पड़ा। भात देते समय एक घंटे तक सोने की बारिश हुई थी। आज 21वी सदी है लेकिन यादों के बीच नरसी के भात की याद इसलिये ताजा हुई कि MP के शिवपुरी जिले की बदरवास तहसील के ग्राम एजवारा में ठीक इसी तर्ज पर आज गाँव भर को भात पहनाया गया है। भगवान कृष्ण तो नहीं लेकिन उन्ही की तर्ज पर इस ग्राम की एक गरीब कन्या के घर उसी के नानाजी के शिष्य ने पूरे ग्राम कोभात पहनाकर ऐसी अनूठी मिसाल पेश की है जो सदियों याद रखी जायेगी। दरअसल इस ग्राम में थान सिंह यादव की सुपुत्री का विवाह था। जिसके मामा नहीं थे और नाना जी सालों पहले संत हो गए थे। जब विवाह तय हुआ तो लड़की की माँ अपने संत भाई के पास यूपी पहुंची और भात देने की गुहार लगाई लेकिन उन्होंने संत और हालात की दुहाई देकर ऐसा करने से इंकार कर दिया। लेकिन जब यह बात संत के एक फुटवियर व्यवसाई शिष्य मिस्टर सिंघल को पता लगी तो उन्होंने संत से इजाजत ली कि वह मामा की कमी पूरी करेगा भात लेकर जाएगा तो वह ग्राम आ पहुंचा। 8 तोले सोना, 1 किलो चांदी और पूरे ग्राम के लिये नगदी कपड़े साड़ी गमछे लेकर व्यवसाई ग्राम पहुंचा। एक एक व्यक्ति को अपने हाथों भात पहनाया तो यह खबर आग की तरह जिले में वायरल हो गई। लोग भगवान कृष्ण के नरसी भात से इसकी तुलना करते नजर आए। हालांकि व्यवसाई ने कहा कि वह इस तरह चर्चित होना नहीं चाहते बल्कि किसी की मदद कर के उन्हें खुशी हो रही है और देखा जाए तो उन्होंने अपने संत की कृपा से यह सद्कार्य किया है।
बड़ा धमाका: नरवर के ज्वेलर्स को 3 बाइक सवारों ने लूटा, 8 लाख के जेवर नगदी छीनकर ले गए
कोई टिप्पणी नहींशिवपुरी। अमोलपठा निवासी और नरवर में आभूषण की दुकान संचालित करने वाले एक व्यवसाई को तीन बाइक सवार बदमाशों ने रास्ते मे लूट लिया। दिन दहाड़े शाम 5 बजे बदमाशों ने ज्वेलर्स विनोद सोनी से बेग छीना और फरार हो गए। व्यवसाई डेली अपडाउन करता है और आज जब रोजाना की तरह वह नरवर से बाइक पर जेवरात का बैग लेकर घर लौट रहा था तभी रास्ते मे उसे बाइक सवार 3 बदमाशों ने बाइक से गिराया और बेग छीनकर भाग निकले। बेग में करीब 8 लाख के जेवर नगदी की बात सामने आ रही है। व्यवसाई विनोद के अनुसार बेग में 100 ग्राम सोना, 5 किलो चांदी व नगद 7 हजार रखे हुए थे। खबर लिखे जाने तक पुलिस सीमा के निर्धारण में जुटी हुई है।
पुरानी पेंशन बहाली एवं क्रमोन्नति को लेकर अध्यापक संघ ने सौंपा ज्ञापन
कोई टिप्पणी नहींशिवपुरी। शासकीय सेवक सेतु भारत (राइजिंग आजाद मिशन फॉर ओल्ड पेंशन) आजाद अध्यापक संघ ने पुरानी पेंशन बहाल करने एवं वर्ष 2006 के बाद नियुक्त अध्यापकों के क्रमोन्नति आदेश जारी करने जैसी मांगों को लेकर डिप्टी कलेक्टर मनोज गरवाल को माननीय प्रधानमंत्री एवं माननीय मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन गत दिवस सौंपा है।
आजाद अध्यापक संघ के जिलाध्यक्ष सुनील वर्मा एवं शासकीय सेवक सेतु भारत के जिलाध्यक्ष अमरदीप श्रीवास्तव ने संयुक्त रुप से बताया कि 2005 के बाद नियुक्त शासकीय कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बंद करके नेशनल पेंशन स्कीम एक छलावे के रूप में दी गई है जो शासकीय कर्मचारियों को बिल्कुल ही स्वीकार नहीं है। वर्तमान में बाजार आधारित नेशनल पेंशन स्कीम में सेवानिवृत्त होने वाले कतिपय कर्मचारियों को 500 रुपए से लेकर 1500 रुपए तक मासिक पेंशन मिलती है जिससे बुढ़ापे की चिंता शासकीय सेवकों को सता रही है। इसका त्वरित निदान कर पुरानी पेंशन प्रदान की जाए एवं आयुक्त लोक शिक्षण द्वारा अध्यापक संवर्ग को नियमानुसार मिल रही क्रमोन्नति को निरस्त कर दिया गया है जो कि अन्याय पूर्ण है माननीय मुख्यमंत्री जी से अनुरोध है कि अध्यापक संवर्ग की क्रमोन्नति पर रोक लगाने संबंधी आदेश को निरस्त किया जाए तथा शिक्षकों के राज्य शिक्षा सेवा में नियुक्त अध्यापक संवर्ग की सेवा अवधि एवं वरिष्ठता की गणना प्रथम नियुक्ति दिनांक से करके उनके क्रमोन्नति आदेश शीघ्र ही जारी करने का स्पष्ट आदेश निकाला जाए अन्यथा की स्थिति में अध्यापकों को आंदोलन करने को विवश होना पड़ेगा।
ज्ञापन कार्यक्रम मे के पी जैन जिला संयोजक अरविंद सरैया प्रांतीय सदस्य रिजवाना खान महिला जिलाध्यक्ष तनुजा गर्ग संभागीय सचिव प्रदीप नरवरिया राजेश खत्री कार्यकारी जिलाध्यक्ष बल्लभ आदिवासी जिला उपाध्यक्ष जीतेंद्र शर्मा दौलतराम धाकड़ जिला मीडिया प्रभारी कुबेर कुशवाह जिला सचिव श्रीमती सविता अग्रवाल जी पी शर्मा अनिल मलावरिया श्रीनिवास भार्गव आदर्श सिरोठिया , सुगन चंद ओझा दीपक कुमार भार्गव आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे
*सुनील वर्मा*
*जिला अध्यक्ष आजाद अध्यापक संघ जिला शिवपुरी*
*अमरदीप श्रीवास्तव*
*जिला अध्यक्ष शासकीय सेवक सेतु*
*(राइजिंग आजाद मिशन फॉर ओल्ड पेंशन) जिला- शिवपुरी*
इतिहास में राष्ट्रवीर दुर्गादास राठौर का अद्वितीय स्थान है: केजी राठौर
कोई टिप्पणी नहींराष्ट्रवीर दुर्गादास राठौर महज व्यक्ति नहीं एक राष्ट्रीय विचारधारा के रूप में मान्य हैं -के जी राठौर
राष्ट्रवीर वीर दुर्गादास राठौर की पुण्यतिथि पर जरूरतमंद को किये कंबल वितरित
शिवपुरी। राष्ट्रवीर दुर्गादास राठौर महज व्यक्ति नहीं एक राष्ट्रीय विचारधारा के रूप में मान्य हैं। भारतीय इतिहास ही नहीं अपितु विश्व इतिहास में वीर दुर्गादास का अद्वितीय स्थान है। अपने राज्य या सत्ता सुख भोगने की लालसा में युद्ध लड़ने वाले तो अनेक हुए हैं, परंतु भारतीय स्वतंत्रता एवं संस्कृति की रक्षार्थ निष्पक्ष भाव से संघर्ष करने में राष्ट्रवीर दुर्गादास राठौर अद्वितीय हैं उक्त उद्बोधन आज राष्ट्रवीर दुर्गादास राठौर जी की पुण्यतिथि के अवसर पर अभियोजन अधिकारी के जी राठौर ने व्यक्त किए। राठौर युवा जागृति मंच एवं युवा प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वाधान में राष्ट्रीय दुर्गादास राठौर जी की 303 वी पुण्यतिथि के अवसर पर सदस्यों ने राष्ट्रीय दुर्गादास राठौर चौक पर पहुंचकर पुष्पांजलि अर्पित की एवं दीप प्रज्वलित किया राठौर युवा जागृति मंच के सदस्यों द्वारा राष्ट्रवीर दुर्गादास राठौर चौराहा पोहरी बाईपास पर धन संग्रह कर चौराहे की साज-सज्जा हेतु चारों ओर लाइट की हंडिया लगवाई जिससे रात्रि में दुर्गादास चौराहे की रौनक और बढ़ गई व दुर्घटना होने की संभावना भी कम हुई ।
राष्ट्रवीर दुर्गादास राठौर जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए युवा प्रकोष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष व मंच के अध्यक्ष जितेंद्र राठौर ने कहा कि हिंदुस्तान में अनेक राजा- महाराजा, सरदार, सामंत, शाह-बादशाह हुए, परंतु किसी को राज्य, किसी को पद, किसी को धन संपत्ति का स्वार्थ रहा। वहीं राष्ट्रवीर दुर्गादास राठौर अपने लिए नहीं, देश के लिए तत्पर रहे। इसी विशेषता को लेकर दुर्गादास को राष्ट्रवीर दुर्गादास राठौर कहा जाता है। वीर दुर्गादास राठौर के त्याग की तुलना स्वतंत्रता के लिए लड़ने वाले राजा महाराजाओं से नहीं की जा सकती। क्योंकि राजा-महाराजाओं ने अपना राज्य अर्जित करने के लिए विरोधी शक्तियों से लड़ाई लड़ी थी, जबकि दुर्गादास राठौर ने अपने लिए नहीं बल्कि राष्ट्र, क्षत्रित्व, हिंदुत्व धर्म की रक्षा के लिए लडाईया लडी।
राठौर युवा जागृति मंच के सदस्यगण एवं मनियर की युवा टीम द्वारा राष्ट्रवीर दुर्गादास राठौर जी की 303 वी पुण्यतिथि के अवसर पर जरूरतमंदों को इस सर्दी के सीजन में ठंड से बचाव हेतु कंबल वितरण का कार्य भी किया गया जिसमें अस्पताल चौराहा, कोर्ट रोड, माधव चौक पर चिन्हित कर अति जरूरतमंद लोगों को गर्म कंबल भी वितरित किए गए। इस अवसर पर पूर्व प्रदेश कोषाध्यक्ष श्री मानक चंद राठौर अभियोजन अधिकारी के जी राठौर युवा प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर राकेश राठौर श्री रमेश राठौर श्री हुकम राठौर, राठौर युवा जागृति मंच के अध्यक्ष जितेंद्र राठौर महामंत्री विशाल राठौर राकेश राठौर विवेक राठौर रवि राठौर अनिल राठौर मोनू राठौर लकी राठौर जीतू राठौर राजकुमार राठौर हिरदेश राठौर दीपक राठौर संजय सुरेंद्र नीरज आदि उपस्थित रहे
श्रवण वाधित देवकी, दिव्यांश, राज सहित सात बच्चों की बदलेगी तकदीर
कोई टिप्पणी नहींसुनने व बोलने के लिए होगा निशुल्क आपरेशन
- दस श्रबण आधित बच्चों को मिली हियरिंगएड
-पूर्व विधायक प्रहलाद भारती ने की सरकारी योजना आरबीएसके की तारीफ
शिवपुरी। जन्म से ही गूंगे-बहरे देवकी, दिव्यांश और राज सहित सात बच्चों की तकदीर बदलेगी, वह राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम अन्तर्गत मिलने वाली सरकारी सहायता से निशुल्क आपरेशन कराने के उपरांत बोलने और सुनने लगेंगे।इतना ही घीरे-घीरे श्रबण क्षमता खोते जा रहे 21 बच्चों की भी निशुल्क कान के आपरेशन होने से उनकी सुनने की क्षमता वापस लौट सकेगी। यह संभव इसलिए हो सका क्योेंकि आज जिला चिकित्सालय शिवपुरी में स्वास्थ्य विभाग द्वारा राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम अन्तर्गत श्रबण बाधित रोग निदान शिविर का आयोजन किया गया था। इस शिविर में 70 बच्चों का पंजीयन किया गया। जिसमें से 7 बच्चे काक्लियर इम्पालांट सर्जरी के लिए, 21 बच्चे सीएसओएम सर्जरी के लिए चिन्हाकित किए गए। इसके अलावा दस 7 बर्ष से अधिक उम्र के बच्चों को हयरिंग एड का भी बितरण शिविर के दौरान किया गया।
शिविर का शुभारंभ मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व विधायक प्रहलाद भारती तथा भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष विपुल जैमनी ने दप प्रज्जवलन कर किया। शिविर में शिवपुरी जिले के कोलारस, बदरवास, सतनवाडा, करैरा, पिछोर, खनियाधांना, पोहरी, नरवर सहित शिवपुरी शहरी क्षैत्र के श्रबण बाधित बच्चों ने उपचार के लिए अपना पंजीयन कराया था जिन्हें संबोधित करते हुए पूर्व विधायक श्री भारती ने कहा कि मॉ भारती के इन नौनिहालों के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही आरबीएसके स्कीम अपने आप में विशेष है क्योंकि इसमें अमीर गरीब, जात पात नही बल्कि बच्चे के रोगी होने पर उसका उपचार कराया जाता है। इसके लिए सरकार साढे छः लाख रूपए की आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है। अधिक से अधिक लोगों को इस योजना का लाभ लेना चाहिए।
कार्यक्रम में भाजपा मंडल अध्यक्ष विपुल जैमनी ने योजना अन्तर्गत आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए सरकार की प्रसन्नसा की। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पवन जैन ने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम अन्तर्गत तथा उसके होने वाले विभिन्न निशुल्क आपरेशन के बारे में जानकारी प्रदान की और अपील की नन्हें बच्चों के जीवन में बदलाव लाने के लिए सभी मिलकर सहयोग करें।
शिविर में मुख्य रूप से सिविल सर्जन डॉ राजकुमार ऋषीश्वर, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एनएस चौहान, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ संजय ऋषीश्वर, डीएचओ डॉ. रोहित भदकारिया, आरएमओ डॉ सुनील कुमार सहित आरबीएसके चिकित्सक, डीईआईसी स्टाफ व ग्रामीण क्षैत्रों से आए नागरिक उपस्थित थे।
जनता बोली कलेक्टर सर, देर रात तक दम से बज रहे डीजे का शोर रोकिये, सड़क पर रेडी, डीजे से जैम
1 टिप्पणीशिवपुरी। करीब 2 साल बाद कोरोना चुनाव चककल्स के चलते थम गया है। प्रतिबंध हटा दिये गए हैं। लोग उत्साह से शादी कर रहे हैं। सभी को काम मिल रहा है। मैरिज होल की रौनक लौट आई है तो ढोल ओर डीजे भी दम से बज रहे हैं यह तो ठीक है। होना भी चाहिये लेकिन कुछ नियम का पालन होना जरूरी है। मसलन बेशक आतिशबाजी चले, डीजे बजे लेकिन इसके शोर की सीमा तय होना जरूरी है। कितने डेसिबल तक डीजे बजाए जाएं और वह भी रात को तय समय तक यह जरूरी हो गया है। क्योंकि नगर के ज्यादातर विवाह घर रिहायशी इलाकों में हैं और रात 2 बजे तक डीजे का शोर लोगों को हैरान किये हुए है।नगर के जागरूक लोगों ने कलेक्टर अक्षय सिंह से अपील की है कि सीधे मैरिज घर संचालकों और डीजे, रेडी वालों को सख्त निर्देश दिये जायें की फला समय तक ही डीजे वह भी निर्धारित डेसिबल तक ही बज सकेंगे। अगर नियम तोड़ा तो डीजे जब्त कर लिया जाएगॉ।
फरवरी से 10, 12 के एग्जाम भी आ गए
'बीट सिस्टम' से हुआ 'समस्याओं का समाधान', 'कलेक्टर अक्षय के साथ एसपी राजेश ने किया भ्रमण'
कोई टिप्पणी नहींशिवपुरी। ग्वालियर एवं चंबल संभाग में संभागायुक्त आशीष सक्सेना के प्रयासों से बीट सिस्टम शुरू किया गया है जिसके तहत ग्राम पंचायत स्तर पर आमजनों की समस्याओं का निराकरण किया जा रहा है। इसके लिए सप्ताह में दिन चिन्हित किया गया है। मंगलवार को पूरे जिले में बीट समाधान केंद्रों पर ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान किया गया।
कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल सहित अन्य अधिकारियों ने बीट समाधान केंद्रों का निरीक्षण किया। संभाग आयुक्त द्वारा लगातार इसकी मॉनिटरिंग की गई। सभी एसडीएम, नायब तहसीलदार अपने क्षेत्र में निकले और समझौता योग्य प्रकरणों का आपसी समझौते से निराकरण कराया। शिवपुरी एसडीएम गणेश जायसवाल सतनवाड़ा के गांव सकलपुर पहुंचे वहां उन्होंने दो ग्रामीणों के बीच खेत के पास रास्ते को लेकर विवाद चल रहा था, उसे मौके पर दोनों के बीच समझौता कराकर सुलझाया। ग्रामीणों ने भी इस व्यवस्था की सराहना की।
कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह और पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल पिछोर, खनियाधाना क्षेत्र में भ्रमण पर निकले। उन्होंने वहां ग्राम पंचायतों में बीट सिस्टम का जायजा लिया। जहां कहीं कमी देखी वहां व्यवस्था को सुचारू बनाने के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि संभाग आयुक्त द्वारा आमजन की समस्या का स्थानीय स्तर पर ही निराकरण के लिए यह व्यवस्था शुरू की गई है जिससे ग्रामीणजन को जिला मुख्यालय या विकासखंड मुख्यालय पर आकर परेशान ना होना पड़े बल्कि उनकी समस्या का समाधान और शासन की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उनके गांव में ही मिल जाए।
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