राष्ट्रीय पर्यटन दिवस पर शक्तिशाली महिला संगठन ने उपसंचालक नेशनल पार्क अनिल सोनी को शाॅल श्रीफल एवं पौधा देकर किया सम्मानित
*शिवपुरी में पर्यटन की अपार संभावनाए हैं : अनिल सोनी उपसंचालक नेशनल पार्क
शिवपुरी। भारत विविधताओं का देश है। यहां पर्यटन स्थलों की भरमार है। दुनियाभर के पर्यटकों की नजर भारत के पर्यटन स्थलों पर रहती है। भारत के पर्यटन स्थलों के प्रचार प्रसार के लिए हर साल 25 दिसंबर को राष्ट्रीय पर्यटन दिवस मनाया जाता है। शक्तिशाली महिला संगठन द्वारा शिवपुरी में राष्ट्रीय पर्यटन दिवस के अवसर शहर के प्रमुख पर्यटन स्थल नेशनल पार्क के उप संचालक अनिल सोनी को शाॅल, श्रीफल, पौधा , मास्क एवं सेनीटाईजर देकर उनको सम्मान किया। इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक रवि गोयल ने कहा कि शिवपुरी में पर्यटन की अपार संभावनाए है वस जरुरत है इस दिशा में लोगो को जागरुक करने और टाईगर एवं अन्य पर्यटन स्थल को शिवपुरी में सबारने की जिससे कि यहा पर्यटन से लोगो को रोजगार की अपार संभावनाए के द्वार खुले।सम्मानित होने वाले नेशनल पार्क के उपसंचालक अनिल सोनी ने कहा कि पर्यटन के महत्व के बारे में जागरूक करने के लिए पर्यटन दिवस मनाया जाता है पर्यटन दिवस के जरिए देश विदेश तक भारत की ऐतिहासिकखूबसूरती, प्राकृतिक सुंदरता, संस्कृति का प्रचार प्रसार होता है। कश्मीर से कन्याकुमारी तक कई पर्यटन स्थल हैंजो यात्रियों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। पर्यटन दिवस इन्हीं आकर्षण को दुनिया के सामने लाने का एक जरिया है। वैसे तो पूरी दुनिया में विश्व पर्यटन दिवस 27 सितंबर को मनाया जाता है लेकिन भारत का पर्यटन दिवस 25 जनवरी को होता है। इस दिन की शुरुआत 1948 में ही हो गई थीए जब देश आजाद होने के बाद भारत में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक पर्यटन यातायात समिति का गठन किया गया। शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क, छत्री एवं इसके आसपास चुरन छांछ जो कि भीम भेटका जैसा लगता है इसके साथ शिवपुरी में बहुत अच्छे पर्यटन स्थल है इसको बढ़ावा देने के लिए माधव राष्ट्रीय उधान में हम टाईगर को लाने वाले है जो कि एक सर्किल के अन्दर रहेगा इससे जो भी पार्क आएगा उसको टाईगर के दीदार होगें ऐसा अर्थशास्त्र में कहा जाता है कि अगर हम एक रुपये टाईगर पर खर्च करते है तो उसका 25 सौ गुना रिटर्न हमको मिलता है इससे आप टाईगर रिजर्ब प्रोजेक्ट की महत्वता का आकंलन लगा सकते है। उन्होने कहा कि भारत की जीडीपी में पर्यटन दिवस का गहरा प्रभाव है। साल भर विश्व स्तर से लोग भारत के दार्शनिक स्थल देखने आते हैं, जिससे भारत का आर्थिक स्तर बढ़ता है। यहां का पर्यटन भारत की संस्कृति और सभ्यता को दर्शाता हैए जिसका प्रचार प्रसार विदेशों तक होता है। भारत के पर्यटन से लगभग 7.7 प्रतिशत लोग अपनी आजीविका चला रहे हैं। इससे रोजगार मिलता है। कार्यक्रम में उपसंचालक अनिल सोनी , शक्तिशाली महिला संगठन के रवि गोयल, वर्षा शर्मा, लव कुमार बैष्ठव, पूजा शर्मा , धर्मगिरी, श्रीमती कमलेश कुशवाहा, साहव सिंह धाकड़ प्रमुख रुप से उपस्थित थे।

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