शिवपुरी। न जाने कौन से गुण पर दयानिधि रीझ जाते हैं, उक्त उद्गार पूज्य श्री रामतीर्थ दास जी महाराज ने सिद्ध श्री पवा धाम पीठ पर व्यक्त किए। उन्होंने बताया की पूतना राक्षसी होते हुए भगवान श्री कृष्ण की कृपा से बाल्यावस्था में कालकूट विष पिलाने के लिए आई तब भी भगवान ने मां यशोदा के समान यथोचित गति प्रदान की महाराज परीक्षित जी श्री सुखदेव स्वामी से प्रश्न किया कि महाराज हमने सुना है कि पूतना के मृत्यु के बाद जलाया गया तो उससे सुगंध कैसे निकली तब श्री सुखदेव स्वामी कहते हैं कि व्यक्ति में कितने भी दुर्गुण क्यों ना हो लेकिन भगवान उसमें भी कोई गुड ढूंढ लेते हैं ऐसे ही भगवान ने पूतना के अंदर ममता को देख लिया कैसे भी सही उसने मां यशोदा जैसा स्तनपान कराया है इसलिए भगवान ने उसको सद्गति प्रदान की
माखन चोरी लीला पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि गोपियां जब भगवान की झूठी शिकायत लेकर के मां यशोदा के द्वार उलाहना देकर जाती हैं तो गोपियां कहती है कि तुम्हारा कन्हैया असमय में ही मेरी बछड़ों को छोड़ देता है जब हम दूध दोहने जाती हैं तो गाय की लात खानी पड़ती है
श्री सुखदेव स्वामी कहते हैं कि बस यह जीव है जो जन्म मरण की खूंटी से बंधा हुआ है और भगवान यदि चाहे तो उसे असमय में भक्ति पद का अधिकारी बना देते हैं।
अघासुर बकासुर वध धेनुकासुर एवं कालिया मर्दन की कथा विस्तार से श्रवण कराई
गोवर्धन नाथ की कथा श्रवण कराते हुए महाराज सिंह ने बताया कि गोवर्धन का सही अर्थ है गो +धन अतः गोवर्धन जहां से गौ माता की वृद्धि हुई है उसे गोवर्धन कहते हैं भारतीय गाय के अंदर महाराज जी ने बताया जो गौ सेवा करते हैं उसे अन्य किसी देवताओं की आवश्यकता नहीं होती है क्योंकि गौमाता के अंदर सभी देवताओं का वास है। संगीतमय भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ में गांव से अपार जनमानस कथा श्रवण करने आ रहे हैं और आनंद विभोर हो रहे हैं यह कथा दिनांक 29 मार्च 2022 तक चलेगी 30 मार्च 2022 को विशाल पूर्णाहुति एवं प्रसाद वितरण होगा।

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