दिल्ली। अल्लाह की इबादत करने वाला पाक महीना रमजान 2 अप्रैल से शुरू हो गया है। अगर दो अप्रैल को चांद दिखा तो तीन अप्रैल के दिन पहला रोजा रखा जाएगा। आमतौर पर, रमजान का चांद सबसे पहले सऊदी अरब और कुछ पश्चिमी देशों में दिखता है और इसके एक दिन बाद इसे भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश और अन्य देशों में देखा जाता है। रमजान इस्लामी कैलेंडर का नौवां महीना माना जाता है। माना जाता है कि इस महीने में ही 610 ईसवी में पैगंबर मोहम्मद साहब पर लेयलत-उल-कद्र के मौके पर पवित्र धर्म ग्रंथ कुरान शरीफ नाजिल हुई थी इसलिए इस्लाम में रमजान को पाक माह का दर्जा दिया गया है। इस पूरे महीने में लोग रोजा रखते हैं। वो पूरे दिन उपवास करते हैं, सूर्यास्त तक कुछ भी खाते या पीते नहीं हैं। और सुबह सूरज उगने से पहले सहरी का सेवन करते हैं। और शाम को सूरज डूबने के बाद इफ्तार किया जाता है। रमजान शुरू होने केपूरे 30 दिन बाद ईद-उल-फितर का पर्व मनाया जाता है।ईद-उल-फितर को मीठी ईद कहा जाता है क्योंकि इस दिन घरों में सेवईं बनाने की पंरपरा है। ये पर्व खुशियों और भाईचारे का मानक है। इस दिन लोग गिले-शिकवे भूलाकर एक-दूसरे के प्यार से गले मिलते हैं।
भारत के शहरों के अनुसार 'सहरी' और 'इफ्तार' का समय इस प्रकार है
'सहरी'
हैदराबाद -05:01am, 06:30pm
दिल्ली - 04:56am, 06:38pm
अहमदाबाद-05:20am, 06:55pm
सूरत- 05:21am, 06:53pm
मुंबई-05:22am, 06:52pm
पुणे- 05:19am, 06:48pm
बैंगलोर- 05:07am, 06:32pm
चेन्नई-' 04:56am, 06:21pm
कोलकता- 04:17am, 05:51pm
'इफ्तार'
हैदराबाद -06:30pm
दिल्ली - 06:38pm
अहमदाबाद- 06:55pm
सूरत- 06:53pm
मुंबई-06:52pm
पुणे- 06:48pm
बैंगलोर- 06:32pm
चेन्नई-' 06:21pm
कोलकता- 05:51pm
कानपुर- 06:25pm
नोट: 'सहरी' और 'इफ्तार' का वक्त सूर्य के सूर्योदय और सू्र्यास्त के हिसाब से है, जिसमें परिवर्तन संभव है।

कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें