शिवपुरी। जिले में परिवहन के साधनों का पहले से अभाव ha नतीजे में ऑटो नपा सीमा को तोड़कर दूर दराज तक चलते हैं। फोरलेन पर उनको दौड़ते देखा जा सकता हैं। जबकि जीप ट्रेक्टर लोगों की आशा के बड़े केंद्र हैं। इधर बड़े रूटों पर जो यात्री बसें संचालित हैं उनमें कांच की जगह लकड़ी के फट्टे लगे हुए हैं। जबकि एसी बसें देशी अंदाज में चल रही हैं। इससे भी बुरी हालत ग्रामीण इलाकों की बसों की है। लोगों के अनुसार बसों की कंडीशन भी बहुत ही दयनीय है जो शिवपुरी से ग्रामीण क्षेत्रों में चल रही है। अब तो जनता की भगवान ही रक्षा करने वाला है। बस मालिक तो पुरानी बसों को चलाकर जान लेने पर उतारू है। इन बसों की कोई फिटनेस नही होती। खिड़कियां जाम हैं तो बॉडी में जंग लग रही है और इंजन और बस की आबाज क्या कहने, गियर बॉक्स ऐसा लगता है कि गियर डालते ही फट जायेगा। रन्नौद और अशोकनगर रोड की बसों की स्थिति और भी खराब है। लोगों ने कटाक्ष करते हुए कहा की अमर बूटी खाकर शिवपुरी में कई सालों से पदस्थ आर टी ओ मैडम को इन बसों पर कारवाई करनी चाहिए।

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