इंदौर। स्वक्षता में नंबर एक वाले इंदौर महानगर की सड़कों पर आज प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह हाथ ठेला लेकर निकल पड़े। वजह वही थी जिसके लिए उन्होंने भोपाल में भी ठेला ढकेला था। मसलन आंगनबाड़ी के बच्चों के लिए खिलौने एकत्रित करने के लिए उन्होंने यह कवायद की। देखते ही देखते इंदौर के दिलवाले लोगों ने ठेला खिलौनों से भर दिया। इस दौरान सभी विधायक उनके साथ नजर आए। इंदौर में अब नहीं दिखेंगे भिखारी
इंदौर को सफाई के बाद स्वक्षता का तमगा मिला हुआ हैं जबकि अब ये महानगर भिकारी विहीन नजर आएगा। आज सीएम शिवराज ने यह एलान किया और कहा की भिक्षु केंद्र की स्थापना की जाएगी।
इसके पहले उन्होंने आंगनवाड़ी के बच्चों के लिए खिलौने और अन्य सामग्री एकत्रित की। वे शहर में लोधीपुरा गली नंबर एक से शीतला माता बाजार तक ठेला लेकर घूमे। उनके इस अभियान में भारी भीड़ नजर आई। लोगों ने जमकर खिलौने और अन्य सामग्री भेंट की। बाद में सीएम शिवराज ने नृसिंह बाजार चौराहे पर जनता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि लोग संकल्प लें कि आंगनवाड़ी के एक भी बच्चे को कुपोषित नहीं रहने देंगे। हम आंगनवाड़ी को शिक्षा का केंद्र बना रहे है। इंदौर के लोग तय करें कि उनके जन्मदिन पर बच्चों को दूध और फल खिलायेंगे। माता-पिता की पुण्यतिथि, मैरिज एनिवर्सरी पर बच्चों को खाना खिलाएंगे।
नो भिक्षा, केवल शिक्षा अभियान की हुई शुरुआत, दो आश्रय गृह बनाएंगे
सीएम शिवराज सिंह ने शहर को भिक्षुक मुक्त बनाने मंगलवार को इंदौर में नो भिक्षा, केवल शिक्षा अभियान की शुरुआत की। सीएम ने देश के सबसे स्वच्छ और स्मार्ट शहर इंदौर को भिक्षुक मुक्त बनाने का संकल्प दोहराते हुए कहा कि अब इंदौर की सड़कों पर एक भी भिक्षुक नजर नहीं आएगा।
अहिल्या धाम में महिला और शिवधाम में पुरुष भिक्षु
सीएम ने कहा कि जन भागीदारी से शहर में भिक्षुकों के लिए दो आश्रय स्थल शिवधाम और अहिल्याधाम का निर्माण कराया जाएगा। इन आश्रय स्थलों में भिक्षुओं को पुर्नवास किया जाएगा। अहिल्या धाम में महिला और शिवधाम में पुरुष भिक्षुकों को रखा जाएगा।
जितना चाहे पढ़ो मामा तुम्हारे साथ
इसके पहले सीएम शिवराज सिंह शाम 5 बजे एरोड्रम रोड स्थित नृसिंह वाटिका में कोरोना में माता या पिता को खो चुके बच्चों से संवाद करने पहुंचे। इस कार्यक्रम में जिले के 525 बच्चे उपस्थित रहे। जिनके माता या पिता में से किसी एक की कोरोना से मौत हो चुकी है। इन बच्चों की जिम्मेदारी अलग-अलग समाज व संगठनों ने ली है। उन्होंने बच्चों से कहा की जितना चाहे पढ़ो मामा तुम्हारे साथ है।

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