शिवपुरी। सी एम राइज विद्यालयों में चयन परीक्षा के उपरांत पदांकन में भारी पैमाने पर अनियमितता देखने को मिल रही है। मनमानी पूर्वक कम अंक प्राप्त शिक्षकों को पदांकन दिया गया जिससे मेरिट लिस्ट वाले अपने आपको ठगा महसूस कर रहे हैं। इस पर म.प्र.शासकीय अध्यापक संगठन ने आपत्ति दर्ज की है।
म.प्र.शासकीय अध्यापक संगठन के प्रांताध्यक्ष राकेश दुबे के अनुसार शिवपुरी, ग्वालियर, कटनी,सतना, छतरपुर, गुना, जबलपुर सहित प्रदेश के सभी जिलों से व्याख्याता एवं उच्च माध्यमिक शिक्षकों ने संगठन को अवगत कराया है कि उन्होंने सी एम राइज विद्यालयों में उप प्राचार्य/ शिक्षक के पद हेतु जहाँ का विकल्प भरा था उससे अन्यत्र दूर उनका पदांकन कर दिया गया है।जबकि उनके द्वारा चाहे गए स्थान पर या तो पूर्व से पदस्थ बताकर उनसे कम अंक प्राप्त करने वाले अभ्यर्थी को पदस्थ किया गया है या फिर नवीन चयनित को पदस्थ कर दिया। जबकि जब सी एम राइज विद्यालय में पदांकन हेतु विज्ञापन जारी कर आवेदन मंगाए गए थे तब स्पष्ट उल्लेख था कि चयनित अभ्यर्थियों को उनके चयन परीक्षा में प्राप्त अंकों की मेरिट के आधार पर मांगे गए विद्यालय में पदांकित किया जावेगा।
दुबे ने बताया कि मध्यप्रदेश के कटनी जिले की उच्च माध्यमिक शिक्षक श्रीमती मनीषा दीक्षित ने सी एम राइज स्कूल हेतु चयन परीक्षा में बायो संकाय में प्रदेश में सर्वाधिक अंक प्राप्त कर मेरिट में सर्वोच्च स्थान बनाया। और उन्होंने पदांकन हेतु शासकीय मॉडल स्कूल कटनी जिला कटनी में अपनी सहमति दी थी परंतु उनका पदांकन कटनी के दूरस्थ अंचल में शासकीय उ मा वि कारीतलाई जो कि कटनी से 70 किलोमीटर दूर है कर दिया और अब उन्हें जबरजस्ती कार्यमुक्त किया जा रहा है। यह तो केवल एक उदाहरण मात्र है ऐसे सैकड़ों प्रकरण हैं।
संगठन पदाधिकारी अरविंद सरैया के अनुसार यह अनुचित एवं प्रशासनिक हठधर्मिता का परिचायक है। अधिकारियों द्वारा मनमानी पूर्वक शिक्षकों के किए गए पदांकन से मुख्यमंत्री की सीएम राइज जैसी महत्ती योजना को पलीता लगाया जा रहा है।
संगठन के जिला अध्यक्ष शिवपुरी पवन अवस्थी ने कहा कि सी एम राइज विद्यालय मध्यप्रदेश शासन की एक बहुत ही महत्वपूर्ण योजना है और इस योजना को सफल बनाने के लिए माननीय मुख्यमंत्री महोदय भी बहुत आशान्वित हैं। ऐसे में उक्त विद्यालयों के प्रारंभ में ही यदि पदांकन को ही विवादित कर दिया जाएगा तो फिर सी एम राइज विद्यालय की अवधारणा एवं भविष्य दोनों की सफलता संदेहास्पद हो जाएंगे।
शासकीय अध्यापक संगठन ने मुख्यमंत्री, शिक्षामंत्री, प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा एवं आयुक्त लोकशिक्षण को पत्र लिखकर मांग की है कि सी एम राइज विद्यालय में उप प्राचार्य / शिक्षक की पदस्थापना करते समय चयनित अभ्यर्थियों को उनके चयन परीक्षा में प्राप्त अंकों की मेरिट के आधार पर ही प्रथम काउंसलिंग में चयनित विद्यालय में पदांकित किया जावे अथवा उनका चयन निरस्त कर पूर्व पदांकित संस्था में ही पदस्थ रहने दिया जावे। संगठन का मानना है कि शिक्षक को यदि दबाववश स्थान परिवर्तित कर किसी संस्था में पदांकित किया जाता है तो वह न तो शिक्षक के हित में होगा और न ही विद्यालय के।

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