शिवपुरी। शहर स्थित पोहरी रोड लायंस चौराहे के पास स्थित प्राइवेट हॉस्पिटल वेदांता के संचालक डॉक्टर पिता और उनके पुत्र से उसी हॉस्पिटल में काम करने वाली सहायक नर्स व उसके साथी ने ब्लैकमेल कर 11 लाख 66 हजार कब्जे में ले लिए। नर्स ने 5 लाख 16 हजार रुपए नगदी, 1 लाख पचास हजार रुपए फोन के माध्यम व 5 लाख रुपए का चेक कुल मिलाकर 11 लाख 66 हजार रुपए बलात्कार का केस दर्ज करवाने की धमकी देकर लिए। डॉक्टर उसके झांसे में आ गए लेकिन जब कुछ दिन बाद नर्स ने फिर नौकरी, प्लॉट व 10 लाख रुपए की मांग की तो परेशान डॉक्टर पिता-पुत्र ने कोतवाली में मामले की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने नर्स व उसके साथी को गिरफ्तार कर 5 लाख का चेक व 4 लाख रुपए बरामद कर लिए हैं। पुलिस ने युवक महिला को न्यायालय में पेश किया जहां से युवक को जेल भेज दिया वही बकाया रुपयों की बरामदगी के लिए महिला को एक दिन की रिमांड पर लिया है।
बेटे पर डाले थे डोरे, आ गया था झांसे में, नोकरी से निकाला तो किया ब्लैकमेल
बता दें की शिवपुरी शहर में पोहरी रोड पर वेदान्ता मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल स्थित हैं। इसके संचालक डॉ. सूरज कुमार बंसल और उनके बेटे आदित्य बंसल को ब्लैकमेल कर 11.56 लाख रुपए ऐंठने का मामला सुर्खियों में है। कोतवाली टीआई सुनील खेमरिया को डॉ. बंसल के बेटे आदित्य बंसल ने नर्स रितु बंसल की पूरी दास्तान सुनाई। केसे वह उसके झांसे में आया। टीआई को उसने बताया की मेरे पिता डॉ. सूरज कुमार बंसल के वेदान्ता मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल में वह भी कभी कभी मेडिकल स्टोर पर बैठने चला जाता है। नर्सिंग होम में रितु श्रीवास्तव करीब चार महीने से नर्स सहायक के तौर पर काम कर रही थी। करीब एक माह पहले उसे काम में कमी के चलते नर्सिंग होम से हटा दिया गया था। इसके पहले जब वह नौकरी में रही तब नर्स रितु श्रीवास्तव मुझसे बाते करने लगी। अपनी शादी टूटने की बातें करती रहती थी। एक दिन मुझसे बोली कि मैं तुमसे प्यार करती हूं तो मैं भी उसकी बातों मे आ गया और उससे बातें करने लगा। नौकरी से निकालने के बाद वह मुझ पर दबाव डालने लगी और कहती कि अपने पिताजी से कहकर नौकरी वापस दिलवाओ। 4 जुलाई को रितु श्रीवास्तव ने दोपहर करीब 2 बजे मोबाइल से फोन लगाकर बताया कि मैं थाना कोतवाली में आई हूं और तुम्हारे खिलाफ दुष्कर्म की रिपोर्ट कर रही हूं। नहीं तो तुम यहीं आ जाओ। यह सुनते ही हमारे होश उड़ गए और मैं और मेरे पिताजी घबराकर कोतवाली पहुंचे तो वह हमें कोतवाली के बाहर खड़ी मिली और वह हमारे साथ अस्पताल आ गई। यहां वह मेरे पिताजी से बोली कि तुम मुझे दस लाख रुपए दो नहीं तो मैं तुम्हारे लड़के आदित्य को बलात्कार के केस में फंसा दूंगी। जिससे पिताजी घबरा गए और अपना नाम खराब होने के डर से रितु को पैसे देने को तैयार हो गए। रितु ने पांच लाख रुपए का चेक एवं पांच लाख रुपए नगद और डेढ़ लाख रुपए ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के माध्यम से अलग से लिए। इसके बाद भी रितु श्रीवास्तव नहीं मानी और आए दिन पिताजी के मोबाइल पर फोन एवं मैसेज के माध्यम से पैसों की मांग करती रही।
11 जुलाई को सुबह करीब 10.30 बजे मेरे पिता अस्पताल में ही थे तो उनसे जाकर बोली कि तुम मुझे प्लॉट दिलवाओ और अस्पताल में वापस नौकरी दो। मुझे 10 लाख रुपए नगद और चाहिए। अगर तुमने मेरी मांग पूरी नहीं की तो मैं तुम्हे और तुम्हारे लड़के दोनों पर दुष्कर्म का झूठा केस लगवा दूंगी। जब डॉक्टर पिता ने कहा कि इतने पैसे नहीं है उनके पास तो 16 हजार रुपए हैं, तो नर्स वह भी लेकर चली गयी। रितु की आए दिन की धमकियों और रुपयों की मांग कर ब्लैकमेल करने से जब हम पिता-पुत्र दोनों मानसिक रूप से परेशान हो चुके तब पुलिस की शरण ली।
वृद्ध हैं डॉक्टर बंसल
पुत्र आदित्य के अनुसार उसके पिता की उम्र 70 साल है वे काफी वृद्ध हैं। उनकी स्थिति इस ब्लैकमेलिंग से ज्यादा खराब है। रितु पूर्व में भी दो-तीन हॉस्पिटल में लोगों को ब्लैकमेल करके पैसे ले चुकी है और उसे वहां भी नौकरी से हटाया गया है। पुलिस को पड़ताल कर वह भी पता लगाना चाहिए।

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