शिवपुरी, 25 अक्टूबर 2022। आपदा जोखिम न्यूनीकरण हेतु उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश के हितधारकों के साथ कमान्डेंट श्री मनोज कुमार शर्मा के कुशल दिशा-निर्देशन में 11 एनडीआरएफ वाराणसी की टीमें विभिन्न एजेंसियों के साथ सामंजस्य स्थापित करते हुए संयुक्त मॉक अभ्यास का आयोजन कर रही हैं। उसी कड़ी में गत दिवस राम भवन सिंह यादव (उप कमांडेंट) के पर्यवेक्षण, इंस्पेक्टर बी.के. तिवारी की अगुवाई में 11 एनडीआरएफ वाराणसी की टीम ने जिला प्रशासन के साथ समन्वय से शिवपुरी क्लब में CBRN (केमिकल, बायोलोजिकल, रेडिओलोजिकल और न्यूक्लियर) आपदा पर संयुक्त माँक अभ्यास किया।
मॉक अभ्यास में शिवपुरी क्लब में एक रेडियोधर्मी पदार्थ पाये जाने के परिदृश्य को तैयार किया गया था, जिसमें कुछ नागरिक विकिरण के संपर्क आ गये थे। जिससे फंसे हुए पीड़ितों को निकालने हेतु विशेष प्रतिक्रिया के लिए एनडीआरएफ टीम को बुलाया गया। सबसे पहले एनडीआरएफ की टीम ने जानकारी जुटाकर स्थिति का आकलन किया। इसके साथ ही ऑपरेशन बेस, मेडिकल पोस्ट और कम्युनिकेशन पोस्ट तैयार किया। इसके बाद टीम ने खतरे की जांच कर ऑपरेशन शुरू किया। बचाव दल ने सीबीआरएन सूट और एससीबीए सेट की मदद से गंभीर रूप से फंसे हुए पीड़ितों को निकाला और तत्पश्चात अग्रिम उपचार के लिए अस्पताल भिजवाया गया। रेडियोधर्मी पदार्थ को टीम द्वार हटा दिया गया। यह पूरा मॉक अभ्यास इंसिडेंट रिस्पांस सिस्टम के दिशानिर्देशों के अनुसार आयोजित किया गया था और पूरी प्रक्रिया का पालन किया गया।
इस मॉक अभ्यास का मुख्य उद्देश्य किसी भी केमिकल, बायोलोजिकल, रेडियोलॉजिकल एवं न्यूक्लियर आपदा के दौरान प्रभावित हुए व्यक्तियों के अमूल्य जीवन की रक्षा करना, सभी रेस्पोंस एजेंसियों का रेस्पोंस चेक करना व सभी हित धारकों के बीच आपसी समन्वय स्थापित करना तथा खोज, राहत व बचाव कार्य के संचालन में आने वाली कमियों की समीक्षा कर उन्हें दूर करना भी है।
इस मॉक अभ्यास में जिला प्रशासन, अग्निशमन विभाग, स्थानीय पुलिस, एसडीईआरएफ, होमगार्ड, नगर निगम,स्वास्थ्य विभाग मीडियाकर्मियों व अन्य हितधारकों ने भाग लिया। एनडीआरएफ बचाव दल द्वारा प्रदर्शित पेशेवर कौशल की जिला प्रशासन एवं अन्य हितधारकों द्वारा भी सराहना की गई।
समाचार क्रमांक 133/2022

कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें