Responsive Ad Slot

Latest

latest

धमाका खबर का असर: वकील विजय तिवारी के नोटिस से मचा हड़कंप, मप्रप्रनि बोर्ड की टीम ने की जांच, नतीजा 18 वीं बटालियन से विनेगा आश्रम तक नई सड़क पर ट्रैफिक शुरू, वैकल्पिक सड़क पर हुआ डामरीकरण, खुबत के नीचे अब रोज होगा वाटर स्प्रे, धमाका ने उठाया था मुद्दा

गुरुवार, 10 नवंबर 2022

/ by Vipin Shukla Mama
शिवपुरी। आगरा मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग पर शिवपुरी ग्वालियर के बीच खूबत घाटी पर 6 किलोमीटर के हिस्से में फोर लाइन का निर्माण चल रहा है। इस निर्माण में वैकल्पिक सड़क का निर्माण नहीं किए जाने के चलते गड्ढे, गिट्टी और बेतहाशा धूल से लोग परेशान हैं। लेकिन जानकर आपको खुशी होगी की अब लोगों को इससे राहत मिल गई है। क्योंकि शिकायत पर अमल के साथ 18 वीं बटालियन से विनेगा आश्रम तक नई सड़क पर ट्रैफिक शुरू कर दिया गया है जबकि आगे की वैकल्पिक सड़क पर डामरीकरण भी हो गया है। इस तरह अब खूबत घाटी तक सड़क बिना धूल की हो गई हैं, गड्ढे गिट्टी भी नहीं मिलेंगे। अब सिर्फ पेट्रोल पंप से खूबत घाटी तक सड़क दो महीने में तैयार होगी तब तक पानी के छिड़काव के साथ ट्रैफिक चलेगा। ये बड़ी सौगात एडवोकेट विजय तिवारी के नोटिस थमाने के बाद और धमाका द्वारा जोरदार खबर लगाने के बाद अमल में आई हुई स्पॉट जांच की बड़ी कारवाई के नतीजे में मिली है। याद रहे आगे फिर वही कहानी दोहराई गई तो धमाका फिर से लिखेगा। फिलहाल राहत का लाभ लीजिए।
आइए पढ़िए नोटिस ने क्या किया धमाका
बता दें की आम जन की पीड़ा को समझते हुए शिवपुरी शहर के जन हितैषी विषयों पर मुखर रहने वाले एडवोकेट विजय तिवारी ने बीते दिनों एक वैधानिक पत्र ऊपर थमाया था। ये पत्र मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आला अधिकारी के साथ साथ एनएचआई की अध्यक्ष को प्रेषित किया गया था। जिसके नतीजे में एनएचआई की अध्यक्ष ने निर्माणाधीन सड़क की जांच के निर्देश दिए थे और एक टीम का गठन करते हुए स्पॉट निरीक्षण के लिए कहा था। इसी क्रम में मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण विभाग ग्वालियर की सात सदस्यीय टीम तैयार की गई। जिसमें मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वैज्ञानिक और इंजीनियर शामिल थे।
टीम ने स्पॉट का किया निरीक्षण
खास बात यह रही कि मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने इस दौरान शिकायतकर्ता एडवोकेट विजय तिवारी को भी स्पॉट पर ही आमंत्रित किया था। जिस दौरान परीक्षण किया गया एडवोकेट तिवारी के साथ-साथ उड़ने वाली धूल और मिट्टी मिट्टी वाली सड़क और नोटिस को लेकर प्रमुखता से खबर प्रकाशित करने वाली धमाका टीम भी मौके पर मौजूद थी। जिसने पूरी टीम के साथ स्थल का निरीक्षण किया जो टीम मौके पर पहुंची थी उसमें मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ग्वालियर के कार्यपालन यंत्री आरके रोहिताश, कनिष्ठ वैज्ञानिक डीके शर्मा, रसानज्ञ धर्मेंद्र यादव, सैंपलर अशोक गुप्ता, गुलाबराव अहिरवार, महेंद्र कुमार भागदेवे, शैलेश बरैया शामिल थे।
बारीकी से की जांच
 स्पॉट पर निरीक्षण के दौरान एडवोकेट तिवारी ने यहां से निकलने वाले 50,000 से ज्यादा लोगों की परेशानी के बारे में टीम को अवगत कराया जबकि धमाका ने भी यहां के बिगड़े हुए हालातों की जानकारी दी। जिसके बाद प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने ठेकेदार को चेतावनी दी है कि भविष्य में आमजन को किसी तरह की परेशानी ना हो इस बात का ध्यान रखा जाए लगातार पानी का छिड़काव किया जाए। उन्होंने मौके पर ही एक पंचनामा भी तैयार किया है जिसमें सभी बातों का उल्लेख किया गया है।
चार जगह लगाई मशीनें
 बता दें कि 9 और 10 को टीम निरीक्षण के लिए आई थी जिसने चार स्थानों पर मशीन लगाई। पहली मशीन पेट्रोल पंप पर लगी, दूसरी हाल ही में तैयार हुई खूबत घाटी इलाके में तीसरी खुबत बाबा के पास और चौथी बिजली कंपनी के कार्यालय पर स्थापित की गई। बुधवार 9 और 10 नवंबर को खूबत घाटी पर दस्तक दी और निर्माण कंपनी केआरसी इंफ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड के ठेकेदार के साथ स्पॉट का निरीक्षण किया। 4 स्थानों पर प्रदूषण की जांच करने के लिए मशीनें लगाई गई। 24 घंटे तक यह मशीन अलग-अलग स्थानों पर स्थापित की गई। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने एक-एक स्थान पर जाकर स्थल परीक्षण किया।
असर ये हुआ हैं की तैयार हो गई नई सड़क, पुरानी वैकल्पिक सड़क पर हुआ डामरीकरण
एडवोकेट तिवारी के नोटिस और खबर का बड़ा असर ये हुआ हैं की अठारवी बटालियन से नई सड़क तैयार होकर ट्रैफिक चलाया गया जो विंग तक चलेगा। उसके बाद वेकल्पिक कच्ची सड़क पर डामरीकरण कर दिया गया हैं। जिससे खूबत घाटी तक राहत मिल गई हैं। अब केवल खूबत घाटी के निचले हिस्से में पेट्रोल पंप तक का ही निर्माण कार्य बाकी है जिसे लेकर मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने कंपनी को निर्देशित किया है कि वह वाटर स्प्रे यानी सड़क निर्माण पूरा होने तक लगातार पानी का छिड़काव करते रहे। साथ ही जो भी टर्म और कंडीशन टेंडर में तय की गई है उन सभी का पालन किया जाए।
कड़ी मशक्कत की ठेकेदार ने 
कमाल ये हैं की एडवोकेट तिवारी के नोटिस ने जब ठोस कारवाई को अंजाम दिया तो जाम दल गठित हुआ। टीम आने की तैयारी हुई। सभी जानते हैं की सरकारी कागज आगे चलते हैं सो ठेकेदार को भी यह बात पता लगी जिसके बाद उन्होंने रात दिन एक कर के सड़क को सुधारने पर काम किया। पानी के छिड़काव का आलम यह था की निरीक्षण टीम के सामने छह टैंकर पानी के एक साथ पानी का छिड़काव करते दिखे। जिससे धूल नाम की चीज नहीं मिली। साथ ही धूल और मिट्टी का बचाव हो सके इसके लिए सड़क के कुछ हिस्से का निर्माण भी तेजी से किया गया। जिस वक्त अधिकारी मौके पर आए तो आठवीं बटालियन के पास से नई फोरलेन के निर्माण वाली सड़क से ट्रैफिक शुरू कर दिया गया था जो विनेगा आश्रम तक सुचारू रूप से शुरू हुआ। इसके बाद वैकल्पिक सड़क जिस पर पहले डामरीकरण नहीं था वहां डामरीकरण कर दिया गया। इसके बाद यह सड़क नई सड़क पर जाकर मिलती है जहां ठेकेदार ने पहले ही सड़क बनाकर तैयार कर दी है और अब नई सड़क से ट्रैफिक चल रहा है। 
दूधिए, बस, ऑटो, जीपों के यात्री बोले शुक्रिया
आगे जो होगा उसे फिर देखा जायेगा लेकिन मौके पर ही जब कुछ वाहन चालक और बाइक से दूध लेकर इसी सड़क से आने वाले दूधियों को बात पता लगी की किस बात की जांच हो रही हैं। उन्हे एडवोकेट तिवारी की शिकायत और धमाका की खबर के असर का पता लगा तो सभी ने धूल मिट्टी से बचाने पर धन्यवाद दिया। लोग बोले साहब कुछ दिन और धूल फाकते तो स्वांस के रोगी हो जाते। इस तरह भले की निर्माण कंपनी की नजर में एडवोकेट तिवारी या टीम धमाका ओर संपादक विपिन शुक्ला विलेन बने हो लेकिन आम जनता और वाहन चालकों ने धूल से निजात पर खुशी जाहिर की। 

कोई टिप्पणी नहीं

एक टिप्पणी भेजें

© all rights reserved by Vipin Shukla @ 2020
made with by rohit Bansal 9993475129