बीना कोटा दोहरीकरण परियोजना के बीना-गुना खंड का दोहरीकरण का कार्य पूर्ण
भोपाल। बीना कोटा दोहरीकरण प्रोजेक्ट के अंतर्गत बीना-गुना खंड के दोहरीकरण का कार्ये पूर्ण कर लिया गया है।
बीना-कोटा (282 .66 किलोमीटर) दोहरीकरण परियोजना 2012 में स्वीकृत हुई थी, तभी से इस परियोजना पर कार्य शुरू हो गया था, परंतु कार्य की रफ्तार बहुत धीमी थी। माह सितंबर 2019 में रेल विकास निगम के मुख्य परियोजना प्रबन्धक श्री धर्मेंद्र कुमार पांडे द्वारा कार्य भार संभालने के बाद से इस प्रोजेक्ट में तेजी आई। दिसंबर 2019 में अशोकनगर-पीलीघटा खंड के 25 किलोमीटर में दोहरीकरण का कार्य को पूरा कराने के लिए इस खंड के बचे हुए कार्य को करने के लिए कुछ नई एजेंसीयो को कार्य पर लगा कर मात्र तीन माह में ही शेष बचे कार्यो को पूरा किया गया और इस खंड को रेल यातायात के लिए 03 दिसंबर 2019 को खोल दिया गया। कार्य की गुणवत्ता से संतुष्ट होकर रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा इस खंड पर 100 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति ट्रेन चलाने की अनुमति दी गई।
इसके बाद कोविड काल में लॉक डाउन अवधी में कार्य बंद हो गया। लॉक डाउन खत्म होने के उपरांत कार्य को तुरंत गति प्रदान की गई और शेष बचे खंड के सभी कार्य को तीव्र गति से चालू किये गए। दिसंबर 2020 में रेल विकास निगम लिमिटेड द्वारा गुना-पीलीघटा खंड के दोहरीकरण का कार्य समाप्त करते हुए इस खंड को भी परिचालन के लिए खोल दिया गया और कोरोना के दूसरी लहर आने के बाद पुनः कार्य बुरी तरह से प्रभावित होने की आशंका थी, फिर भी बीना खंड में कार्य पुनः कोरोना सावधानी के साथ-साथ चालू रखा गया।
इस क्रम में मार्च 2021 में बीना-कंजिया 20 किलोमीटर का कार्य लगभग पूरा कर लिया गया और मार्च 2021 में ही इंजन ट्रायल 130 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से सफलतापूर्वक कर लिया गया और फिर अशोकनगर - ओर 15 किलोमीटर खंड में भी 25 मार्च को कार्य पूरा करते हुए इंजन ट्रायल 100 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से करवाकर खंड को परिचालन के लिए खुलने के क्रम में अंतिम चरण की तैयारी शुरू कर दी गई।
जून 2021 में अशोकनगर - ओर खंड का रेल संरक्षा आयुक्त से निरीक्षण करवाकर, इसके नॉनइंटरलॉकिंग के कार्य को जुलाई में पूरा करते हुए रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा 100 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से इस खंड को दोहरीकरण के लिए खोलने की अनुमति दी गई।
इसके उपरांत बीना-कंजिया खंड जो कि 19.871 किलोमीटर का है, खंड में भी 24 दिसंबर 2021 को रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा निरीक्षण करवाकर के उपरान्त इस खंड में 100 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से इस खंड में ट्रेन परिचालन के लिए अनुमति गई।
ओर-पिपरईगांव रेल खंड जो कि 14.415 किलोमीटर है , में भी 14 मार्च 2022 को कार्य पूरा करते हुए बीना-कंजिया रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा निरीक्षण के उपरांत 90 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से इस खंड में ट्रेन परिचालन की अनुमति दी गई।
इसी क्रम में महादेवखेड़ी-मालखेड़ी खंड जो कि जबलपुर मंडल के कटनी-बीना खंड को भोपाल मंडल के बीना-कोटा खंड को जोड़ता है, इसके कार्य को भी सम्पादित करते हुए झांसी-बीना रेल लाइन पर दिनाक 27 दिसम्बर 2021 और 02 अगस्त 2022 को 6 घंटे में ब्लॉक लेकर गर्डर लॉन्चिंग का कार्य करने के बाद 18 नवम्बर 2022 को रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा निरीक्षण के उपरान्त 90 किलो मीटर प्रति घंटा की गति से ट्रेन चलाने की अनुमति दी गई।
अब कंजिया- मुंगावली -गुनेरुबामोरी-पिपरईगांव स्टेशनों के मध्य रेल लाइन दोहरीकरण के तहत प्रीनॉन/नॉनइंटरलॉकिंग का कार्य संपन्न हो गया है। दिनांक 20.01.2023 को रेल संरक्षा आयुक्त (मध्यवृत) मुम्बई द्वारा निरीक्षण किया जाएगा। स्पेशल ट्रेन से स्पीड ट्रायल व अनुमति के उपरांत रेल यातायात खोल दिया जायेगा इस लाइन का कार्य पूर्ण हो जाने के उपरांत इन स्टेशनों के मध्य रेल यातायात सुगम होगा। बीना गुना खंड के इस अंतिम सेक्शन का कार्य सम्पन्न होने के साथ अब बीना- गुना का दोहरीकरण संपन्न होगा , जो की रेल विकास निगम लिमिटेड के मुख्य परियोजना मुख्य परियोजना प्रबन्धक श्री धर्मेंद्र कुमार पांडे, महाप्रबंधक सौरव गुप्ता , महाप्रबंधक आनंद गोल्हानी एवं इनकी टीम द्वारा विगत 3 वर्षो के अथक परिश्रम व निष्ठा का ही परिणाम है।
इस कार्य भोपाल मंडल के मंडल रेल प्रबंधक श्री सौरभ बंदोपाध्याय एवं पश्चिम मध्य रेल के महाप्रबंधक श्री सुधीर गुप्ता के कुशल निर्देशन व मार्गदर्शन में सम्पन्न किया गया।
परियोजना का विवरण
परियोजना का शुभारंभ- वर्ष-2012
एस्टीमेट कॉस्ट :- रुपये 1417.74 करोड़
संशोधित कॉस्ट :- रुपये 2476.43 करोड़
भोपाल मण्डल के बीना-गुना रेल लाइन दोहरीकरण के तहत विगत तीन वर्षो में खुले खंडो का विवरण
1- अशोकनगर- पीलीघाट -25.676 किमी- दिसंबर' 2019
2- गुना-पीलीघाट-19.494 किमी -दिसंबर' 2020
3- अशोकनगर-ओर - 13.048 किमी - जून' 2021
4- बीना-कंजिया- 19.871 किमी- दिसंबर' 2021
5- ओर-पिपरई गांव - 14.414 किमी - मार्च' 2022
6- कंजिया-पिपरई गांव - 26.337 किमी- जनवरी' 2023
बीना-गुना कुल लम्बाई- 118.841 किमी.

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