(ऋषि शर्मा की रिपोर्ट)
शिवपुरी। नगर पालिका के पंप अटेंडर आज सड़कों पर उतर आए। कोर्ट से कलेक्टर दर से वेतन देने के कोर्ट से हुए आदेश का पालन किए जाने की मांग को लेकर पंप अटेंडरों ने आज सुबह सीएमओ कोठी का घेराव कर डाला। सीएमओ ने उनसे बात की उनका पक्ष सुना फिर कहा की कोर्ट के आदेश के बादआपको तय समय सीमा में नपा के पत्र के जवाब देने थे लेकिन नहीं दिए तो अब फिर से कोर्ट में अपील कीजिए। जिस पर नाराज पंप अटेंडरो ने सिंधिया जन संपर्क कार्यालय का रुख किया और मंत्री श्रीमंत सिंधिया से मदद की गुहार लगाई। श्रम न्यायालय ने दिए वेतन बढ़ाने के निर्देश
पंप अटेंडरों का कहना है नगर पालिका में 240 के लगभग पंप अटेंडर कार्यरत है, जिनमें से 65 पंप अटेंडरों ने वेतन बढ़ाए जाने की संबंध में श्रम न्यायालय में केस दायर किया था। उक्त केस में न्यायालय द्वारा हमारे हित में फैसला सुनाया है न्यायालय ने नगर पालिका शिवपुरी के 65 पंप अटेंडरों का वेतन सात हजार से बढ़ा कर 9325/- रु प्रतिमाह देने का फरमान सुनाया है। इसके बावजूद नगर पालिका प्रबंधन उन्हें वेतन बढ़ाकर नहीं दे रही है। जबकि सभी नगर पालिका के पंप अटेंडर के पद पर पदस्थ होने के बावजूद पानी सप्लाई सेवा से हटकर नगरपालिका के अन्य कार्यों में भी सहयोग करते हैं। इसके बावजूद नगर पालिका प्रबंधन पंप अटेंडरों के परिवार के हित के बारे में नहीं सोच रहा है आज उन्हें सात हजार रुपए के लगभग वेतन दिया जाता है जो कि आज की महंगाई के इस दौर में काफी नहीं है इसके अतिरिक्त दो माह की वेतन भी रोक कर नगर पालिका की ओर से दी जा रही है। अब श्रम न्यायालय ग्वालियर ने वेतन बढ़ाए जाने का आदेश भी जारी किया है लेकिन नगर पालिका प्रबंधन आदेश का भी पालन नहीं कर रही है। मुख्य नगर पालिका अधिकारी केशव सरकार का कहना है कि न्यायालय के वेतन वृद्धि के आदेश काव्य हाईकोर्ट में अपील करेंगे।

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