शिवपुरी। स्वतंत्रता की लड़ाई में अहम स्थान रखने वाले अमर शहीद वीर तात्या टोपे का बलिदान दिवस 18 अप्रैल को हैं। हर साल उन्हे याद किया जाता रहा हैं लेकिन धीरे धीरे लोगों को इस आयोजन से जोड़ने वाली गतिविधियों को दूर किया जा रहा हैं। लोगों की मानें तो केवल खानापूर्ति तक यह आयोजन सिमटकर रह गया हैं। हमने इस आयोजन से बीते कई सालों से जुड़े नगर के जागरूक समाजसेवी प्रभात मिश्रा से बात की तो उन्होंने कहा की जनता की रुचि कवि सम्मेलन में होती थी जिसे षड्यंत्र पूर्वक गायब कर दिया गया और प्रतिवर्ष सिर्फ सुहासिनी जोशी ही क्यों आमंत्रित की जा रही हैं ? जबकि आयोजन स्थल सुना देखा जाता हैं। बात करें तो जिला प्रशासन ही इसके लिए दोषी नहीं हैं बल्कि भोपाल स्तर से अब लगभग प्रत्येक आयोजन को थोपा जाने लगा हैं। बीते कुछ आयोजनों की बात करें तो यही देखने में आया हैं और जिला प्रशासन को भीड़ जुटाने मशक्कत तक करनी पड़ी हैं।
(इनसे समझिए आयोजन की गंभीरता, एक पिछले साल तो दूसरा इसी साल का कार्ड)
तत्यातोपे खेल मैदान भी बदतर, कब सवरेगा
बात करें तो नगर के ठीक बीच स्थित तात्या टोपे खेल मैदान जिसे पोलो ग्राउंड पुकारा जाता हैं उसकी सुध आज तक नहीं ली जा सकी हैं। पीएम से लेकर सीएम तक के आयोजन इसी मैदान पर होते आए हैं और नगर के खिलाड़ियों की यह पहली पसंद भी हैं बावजूद इसके जिला प्रशासन इसकी सुध नहीं लेता।
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