इस दिन को मनाने का उद्देश्य है कि सभी स्वस्थ रहें.
हर साल स्लोगन को जागरुकता के लिए बदला जाता है इस बार की थीम है सब स्वस्थ्य रहे : अचल सिंह कुशवाह प्रिंसिपल सीएम राइस पोहरी
शिवपुरी। इंसान का शारीरिक और सामाजिक रूप से स्वस्थ होना बहुत जरूरी है. इंसान अगर शरीर से अच्छा रहेगा तभी बेहतर समाज को जन्म दे सकता है. शारीरिक रूप से पीड़ित व्यक्ति बेहतर कल के बारे में सोच ही नहीं सकता है. इंसान को फिजिकली खासकर मेंटली स्वस्थ रहना जरूरी है क्योंकि यहीं से उसे अपने कल का निर्माण करना होता है. 7 अप्रैल को हर साल विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है. इसका उद्देश्य हर किसी को स्वास्थ्य के प्रति जागरुक करना है. हर साल इसकी थीम बदलती है इस बार सब स्वस्थ्य रहे थीम रखी गई है। इसी विषय पर शक्ती शाली महिला संगठन शिवपुरी द्वारा सीएम राइस स्कूल पोहरी में प्रिंसिपल अचल सिंह कुशवाह के मुख्य आतिथ्य में एवम अतुल त्रिवेदी स्वच्छ भारत मिशन के अध्यक्षता में चार सैकड़ा छात्रों को स्वास्थ के प्रति जागरूक किया। अधिक जानकारी देते हुए कार्यक्रम संयोजक रवि गोयल ने कहा की वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन द्वारा हर साल 7 अप्रैल के दिन वर्ल्ड हेल्थ डे मनाया जाता है. हर साल इस दिवस की एक खास थीम रखी जाती है. वर्ल्ड हेल्थ डे 2023 की थीम ”हेल्थ फॉर ऑल” है जिसका उद्देश्य है कि अच्छा स्वास्थ्य हर किसी के लिए जरूरी है. हर किसी को अपनी हेल्थ की जिम्मेदारी लेते हुए अच्छा खान-पान, व्यायाम, योगा और भी वो चीजें करनी चाहिए जिसके कारण हेल्थ अच्छी रह सकती है. अच्छा स्वास्थ ही बेहतर कल को जन्म देता है. अगर इंसान फिजिकली मजबूत नहीं होता है तो वो ना किसी सपने को साकार कर सकता है और ना ही उसका कल अच्छा बन सकता है. इसलिए हर चीज से जरूरी आपका स्वास्थ्य है और बाकी चीजें बाद में होनी चाहिए. प्रोग्राम में अचल सिंह कुुशवाह प्रिंसिपल ने कहा की साल 1948 में विश्व स्वास्थ्य संगठन की स्थापना की गई थी. इसके दो साल बाद साल 1950 में विश्व स्वास्थ्य दिवस को मनाने का निर्णय लिया गया. इस दिन को विश्व स्तर पर मनाने की पहल विश्व स्वास्थ्य संगठन ने की. ऐसे में स्वास्थ्य दिवस को मनाने की शुरुआत हुई. दरअसल, विश्व स्वास्थ्य संगठन की स्थापना 7 अप्रैल को हुई थी. ऐसे में डब्ल्यूएचओ के स्थापना दिवस के मौके पर विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाने की शुरुआत हुई. 1950 को पहली बार डब्ल्यूएचओ से जुड़े सभी देशों ने विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया था. उसके बाद जैसे जैसे देश डब्ल्यूएचओ से जुड़ते हुए, वहां हर साल अप्रैल को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वास्थ्य दिवस मनाने की शुरुआत हुई. स्कूल के बच्चे अपने को आयरन से भरपूर हरी सब्जियां का सेवन करके एवम सेहजन की फली, पाउडर का उपयोग करके खुद को निरोगी बना सकते है क्योंकि स्वस्थ तन में ही स्वस्थ मस्तिष्क का बास होता है। प्रोग्राम में अतुल त्रिवेदी ने कहा की पिछले एक महीने में कोरोना के संक्रमण में तेजी से वृद्धि दर्ज की गई है। जनवरी-फरवरी में कोविड के केस काबू में थे, लेकिन मार्च में कोरोना ने काफी तेज रफ्तार पकड़ी। आंकड़े बताते हैं कि मार्च के महीने में देश में संक्रमण के कारण मृत्यु के आंकड़ों में 114 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। कोविड के कई वेरिएंट अब तक गंभीर समस्या बन चुके हैं। इस बार ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट XBB.1.16 को कारण माना जा रहा है। इस वैरिएंट में म्यूटेशन अन्य ओमिक्रॉन वैरिएंट्स से अधिक संक्रामक हैं। इसके अलावा पिछले कुछ वर्षों में मानसिक स्वास्थ्य, डायबिटीज और हृदय संबंधी रोगों में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। पिछले कुछ मामलों को देखकर पता चलता है कि जिम जाने वाले या शारीरिक फिटनेस पर ध्यान देने वालों में हृदयाघात का जोखिम बढ़ा है। स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याओं से लोगों को बचाने, उन्हें स्वास्थ्य के लिए जागरूक करने और सेहतमंद रहने के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से वैश्विक स्तर पर विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। प्रोग्राम में सीएम राइस के चार सैकड़ा छात्र एवम छात्रों के साथ स्कूल के शिक्षक के साथ साथ शक्ती शाली महिला संगठन की टीम उपस्थित थी।

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