कोलारस। ‘‘दांतों में उंगली दिए मौत भी खड़ी रही, फौलादी सैनिक भारत के इस तरह लड़े अंग्रेज बहादुर एक दुआ मांगा करते, फिर किसी तात्या से पाला नहीं पड़े। राष्ट्रीय कवि स्व. श्रीकृष्ण सरल के शब्दों में ऐसे थे वीर तात्या टोपे। जिनके सामने आने से अंग्रेज भी भयभीत होते थे। तात्या ने अपने देश को आजाद कराने में महत्ती भूमिका निभाई थी। देश में आजादी का बिगुल फूंकने वाले स्वतंत्रता संग्राम के वीर सपूत तात्या टोपे ने न सिर्फ 1857 में स्वतंत्रता संग्राम की नींव रखी, बल्कि पूरे देश में आजादी की चेतना का सूत्रपात किया। तात्या टोपे को शिवपुरी-गुना के जंगलों में सोते हुए धोखे से 7 अप्रेल 1859 को पकड़ लिया गया। बाद में अंग्रेजों ने शीघ्रता से मुकदमा चलाकर 18 अप्रेल 1859 को तात्या को फांसी की सजा दी गई थी। तात्या को याद करते हुए उनके बलिदान दिवस को पूरे भारत में मनाया जाता है। तात्या के बलिदान दिवस पर शिवपुरी जिले में प्रति वर्ष अवकाश रहता है और इसी दिन संपूर्ण जिले में तात्या को याद करते हुए बलिदान दिवस मनाते हैं।
इसी क्रम में स्वतंत्रता संग्राम के महानायक तात्या टोपे का बलिदान दिवस शिक्षा विभाग कोलारस द्वारा धूमधाम से मनाया गया। तात्या टोपे को याद करते हुए तथा नारे लगाते हुए सीएम राईज विद्यालय प्रांगण से रैली प्रांरभ की गई तथा जनपद प्रांगण पर पहुंचकर रैली का समापन किया गया। महान संग्रामी वीर तात्या टोपे की प्रतिमा पर उनको नमन करते हुए पुष्प अर्पित किये गए। तात्याटोपे की रैली में मुख्य रूप से बीईओ रामनिवास जाटव, कन्या उमावि प्राचार्य केपी जैन, सीएम राइज प्राचार्य राकेश कुलश्रेष्ठ, राजीव चौहान, मनोज कुमार कोली, अविनीश मिश्रा, कीरत सिंह राजौरिया, संजय जैन, हरिशंकर खेमरिया, राजीव विश्वकर्मा, श्रृद्धा श्रीवास्तव, प्रीति लोधी, सोनम जैन, विष्णु कुशवाहा, गौतम वैश्य, मनोज श्रीवास्तव, संदीप पारीक, अरविंद जाटव, अरुण धाकड़ सहित बड़ी संख्या में शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

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