करैरा। नगर के शासकीय बालक माध्यमिक विद्यालय के प्रांगण में शिक्षकों को एफ एल एन का प्रशिक्षण योग्य प्रशिक्षको द्वारा दिया जा रहा है। प्रशिक्षण में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के बारे में विस्तार से जानकारी दी जा रही है, एफएलएन मिशन निपुण भारत के तहत मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मक मिशन है, यह एक ऐसा मिशन है जिसका उद्देश्य 0 से लेकर 9 वर्ष तक के बच्चों का समग्र विकास करना है जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की सर्वोच्च प्राथमिकता है जिसे वर्ष 2021 में शुरू किया गया था।एफएलएन के उद्देश्य
बच्चों की शिक्षा के प्रारंभिक वर्षों में भाषा और गणित कौशल का निर्माण करने और दिशा निर्देश प्रदान करने के लिए भारत सरकार ने बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन एसएलएन प्रारंभ किया जिसे आधारभूत साक्षरता के साथ जोड़ा गया ।
आधारभूत साक्षरता क्या है आधारभूत या मौलिक साक्षरता का तात्पर्य पढ़ने,बोलने ,लिखने और अपने विचारों की व्याख्या करने में शामिल कौशल और रणनीतियों के लिए है ।
साक्षरता विकास के पांच चरणों में आकस्मिक साक्षरता, वर्णमाला प्रवाह, शब्द और पैटर्न, मध्यवर्ती पढ़ना और उन्नत पढ़ना शामिल है ।इस प्रशिक्षण के द्वारा शिक्षक बच्चों को नई गतिविधियों के बारे में बता सकेंगे जिसमें हिंदी, गणित ,अंग्रेजी पर्यावरण विषयों में कक्षा स्तर के अनुरूप बच्चे दक्षता हासिल कर सकेंगे । करैरा के जन शिक्षा केंद्र के माध्यमिक विद्यालय प्रांगण में 120 शिक्षकों का प्रशिक्षण दिनांक 24 से 28 जुलाई तक आयोजित किया जा रहा है ।प्रशिक्षण प्रभारी धर्मेंद्र जैन ने बताया कि प्रशिक्षण में प्रशिक्षक व प्रशिक्षणार्थी मन लगाकर कार्य कर रहे हैं जिसके परिणाम बहुत अच्छे निकलेंगे । प्रशिक्षण देने वालों में सी ए सी नीरज गुप्ता, गजेंद्र सिंह लोधी, सुनील भार्गव, मोहर सिंह बघेल, राजेंद्र सक्सेना ,रामहित तोमर , मोहन सिंह रावत, घनश्याम सुमन, रामजीलाल द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें