(ध्यान से सुनिए रेहान खान ने जान बचाने पर क्या कहा लैक्चरार उत्कृष्ट दिलीप राय जी से )
पैर पकड़कर लाया ऊपर, ऊपर से पकड़ता तो मेरी गर्दन पकड़ लेते, मैं भी डूब जाता
इस बात को आप सभी पाठक जरा गौर से पढ़िए। रेहान खान कोई तैराक तो नहीं इंसानियत की मिसाल भर हैं लेकिन उसकी बुद्धिमानी का लोहा मानना पड़ेगा। जब धमाका ने उससे बात की तो वह चेहरे पर विजेता सी मुस्कान लिए बोला मैंने उनको पैर पकड़कर पानी से बाहर निकाला। जब हमने पूछा क्यों तो रेहान बोला अगर ऊपर से पकड़ता तो वो मेरी गर्दन पकड़कर मुझे भी डुबो देते इसलिए सीधे पैर पकड़े और ऊपर लेकर आया।
कलेक्टर ने लगा रखी रोक लेकिन
झील, झरने, कुंड, जलाश्य के पास जाने से रोकने जिले में रोक हैं, धारा 144 लागू हैं लेकिन कोई रोकने वाला नहीं हैं।

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