SHIVPURI शिवपुरी। नगर के निजी अस्पतालों में मानव अंगों सहित चिकित्सा अपशिष्ट का डिस्पोजल ठीक ढंग से नहीं किया जा रहा जिसके नतीजे में कई बार लापरवाही सामने आई हैं। सोमवार की शाम एक गंभीर मामला सामने आया जिसमें एसपी कोठी की दीवार के पास प्लास्टिक के कट्टे में एक नवजात का शव मिला। हैरानी इतनी ही होती तो ठीक लेकिन इस नवजात के टैग लगा हुआ हैं यानी जो अस्पतालों में लगाया जाता हैं। साफ हैं की निजी अस्पताल अपने यहां से निकलने वाले बायोमेडिकल वेस्ट को सड़क किनारे या खाली प्लाटों में फेंक रहे हैं! जबकि जिला स्वास्थ्य विभाग की तरफ से बायो मेडिकल वेस्ट यानी अस्पताल से निकलने वाले कचरे के सुरक्षित निस्तारण का आदेश है। एक और बात ये भी हैं की नवजात शिशुओं के जन्म में मौत हो तो उनके शव अस्पताल प्रबंधन द्वारा परिजनों के सुपुर्द कर दिए जाते हैं जिनके द्वारा उपरोक्त शव दफनाने की व्यवस्था ना करते हुए कभी कभार शव इस प्रकार से फेंक दिए जाते हैं ऐसी घटनाएं पूर्व में भी सामने आ चुकी है।
आज ये हुई घटना
बता दें की आज सोमवार शाम एक राहगीर सड़क से नीचे उतर कर एसपी बंगले की दीवार की और गया था। जहां उसे प्लास्टिक के कट्टे में नवजात शिशु का शव दिखाई दिया। देखने पर नवजात मेल था। नवजात शिशु की नाड़ी में कोड क्लिप लगी हुई थी जिससे यह प्रतीत होता है कि नवजात का जन्म किसी अस्पताल में हुआ। लेकिन मौत के बाद नवजात बच्चे को प्लास्टिक के कट्टे में भरकर फेंक दिया गया। सूचना के बाद मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने नवजात के शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। कोतवाली प्रभारी रणवीर सिंह चौहान का कहना है कि नवजात के शव को कब्जे में लेकर शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। साथ ही नवजात शिशु को फेंकने वाले माता- -पिता का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।

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