शिवपुरी। निश्चित ही श्री वीरेन्द्र जी वशिष्ठ भाईसाहब को कभी भुलाया नहीं जा सकता, एक साधारण व्यक्तित्व जिसने पत्रकारिता के क्षेत्र में असाधारण योगदान दिया। खासतौर पर शिवपुरी अंचल की पत्रकारिता के लिये वह नालंदा की भांति रहे। तकनीकी के घुर अकाल के कठिन दौर में दशकों तक समूचे अंचल में विश्वसनीय संचार माध्यम के साथ साथ राष्ट्रवाद के अग्रणी क्रांतिदूत रूप में स्वदेश समाचार पत्र को स्थापित बनाये रखने के साथ ही उन्होंने वर्तमान दौर के कई स्थापित और मूर्धन्य पत्रकारों के पत्रकारीय जीवन की आधारशिला रखी। बहुत परिश्रमी होने के साथ ही वह बहुत व्यवहारिक चातुर्य से भरपूर थे। यही कारण है कि पत्रकारिता के कठिन और जटिल क्षेत्र में उन्होंने निष्कलंक ढंग से अपनी यात्रा पूर्ण की। ठसक पूरी थी किन्तु अहंकार लेशमात्र भी नहीं। पत्रकारीय जीवन के साथ परिवार, समाज, व्यापार जगत, स्वयंसेवक जीवन और राजनीति में कुशल संतुलन बनाकर मुस्कुराते रहने वाले मनोरंजक व्यक्तित्व भी थे आदरणीय भाईसाहब।हालांकि मैं पत्रकार के रूप में उनके सानिध्य में नहीं रहा किन्तु दैनिक जागरण का पत्रकार होने के चलते मेरा उनसे खबरों का आदान-प्रदान होता रहता था।उनका मुझसे गहरा लगाव था और मेरा उनसे नियमित संवाद और संपर्क था। सभी महत्वपूर्ण विषयों पर बहुत चर्चा होती थी। उनसे आखिरी मुलाकात कलेक्ट्रेट में नंदू भाईसाहब चायवाले के पास हुई, शारीरिक दृष्टि से काफी कमजोर से हो गये थे किन्तु भावों में गर्मजोशी और हास्य पूरा था। कोरोना के सूने सन्नाटे में वीरेन्द्र जी भाईसाहब का जाना हर हृदय में शोर की सुनामी उठा गया। शिवपुरी और शिवपुरी का जनमानस आपको कभी नहीं भुला सकता, आप आज भी और कल भी शिवपुरी की कलम में विचार की अमर्त्य स्याही बनकर दौड़ते रहेंगे भाईसाहब श्री वीरेन्द्र जी।
सादर नमन
अजय गौतम " एडवोकेट "
जिला संयोजक
भाजपा विधि प्रकोष्ठ शिवपुरी
(म0प्र0)
धमाका टीम की तरफ से भी सादर श्रद्धांजलि
मामा का धमाका डॉट कॉम के प्रधान संपादक विपिन शुक्ला मामा ने भी श्री वीरेंद्र जी को श्रद्धासुमन अर्पित किए। पूरी टीम की तरफ से सादर नमन।

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