शिवपुरी। भारतीय जनता पार्टी विधि प्रकोष्ठ के जिला संयोजक अजय गौतम एडवोकेट आज अपनी टीम के सदस्यों के साथ कोतवाली थाने पहुंचे जहां उन्होंने एक शिकायती आवेदन देकर कूटरचित दस्तावेज के आधार पर छल करने के आशय से एवं मध्यप्रदेश में विधि द्वारा स्थापित भाजपा की सरकार के विरुद्ध घृणा और अवमान पैदा करने के आशय से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भ्रामक संदेश प्रसारित करने वाले कांग्रेस नेताओं और अन्य संबद्धों के विरुद्ध जांच कर कठोरतम वैधानिक कार्रवाई सुनिश्चित किये जाने की मांग की है।
दरअसल पिछले दिनों एक संविदाकार संघ के लैटरहेड पर ज्ञानेन्द्र अवस्थी नाम के किसी व्यक्ति द्वारा माननीय उच्च न्यायालय खंडपीठ ग्वालियर के मुख्य न्यायाधीश को संबोधित पत्र में असत्य तथ्यों के आधारों पर भ्रामक आरोप मध्यप्रदेश की सरकार पर लगाये गये और कांग्रेस के नेताओं प्रियंका गांधी, कमलनाथ आदि ने पत्र की विषयवस्तु व उसके के संबंध में किसी अखबार में छपी खबर को व्यापक तौर पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर तेजी से वायरल कर मध्यप्रदेश में विधि द्वारा स्थापित सरकार के विरुद्ध घृणा व अवमान पैदा करने का प्रयत्न किया है। संविदाकार संघ के ज्ञानेन्द्र द्वारा लिखे पत्र में कहा गया है कि यह संविदाकार संघ पेटी कान्ट्रेक्टर्स का प्रदेश स्तरीय संगठन है, सब कान्ट्रेक्टर्स परेशान हैं निर्माण कार्यों के एवज में भुगतान नहीं किया जा रहा है सरकार में सुनवाई नहीं है दलाल किस्म के लोग 50 प्रतिशत कमीशन लेकर भुगतान करा रहे हैं।
श्री गौतम ने आवेदन में कहा है उक्त संविदाकार संघ व ज्ञानेन्द्र के अस्तित्व का अभी तक कोई पता नहीं चल सका है ऐसे में उसकी जांच खोज तथा प्रियंका गांधी द्वारा किया गया ट्वीट व कमलनाथ द्वारा रीट्वीट किया जाना जांच और वैधानिक कार्यवाही का विषय है।
इस अवसर पर श्री गौतम के साथ भाजपा विधि प्रकोष्ठ के जिला कार्यसमिति सदस्य भूपेन्द्र जैमिनी एडवोकेट, भाजपा विधि प्रकोष्ठ के जिला सोशल मीडिया प्रभारी बहादुर सिंह रावत एडवोकेट, प्रकोष्ठ के शिवपुरी विधानसभा सह प्रभारी रितेश निगम एडवोकेट एवं विधि प्रकोष्ठ के सदस्य दीपक शर्मा एडवोकेट कपिल रावत एडवोकेट एवं हरप्रसाद यादव एडवोकेट आदि उपस्थित थे।
ये लिखा हैं शिकायत पत्र
श्रीमान थाना प्रभारी महोदय पुलिस कोतवाली शिवपुरी जिला शिवपुरी म.प्र.
विषय :- सोशल मीडिया व विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित लघु एवं मध्यम श्रेणी संविदाकार संघ के ज्ञानेन्द्र अवस्थी के वायरल पत्र में दिये गये संदर्भ की जांच विषयक।
महोदय,
मैं अजय गौतम निवासी नवाब साहब रोड शिवपुरी म.प्र. भारतीय जनता पार्टी विधि प्रकोष्ठ जिला शिवपुरी का संयोजक हूँ, भारतीय जनता पार्टी का एक समर्पित कार्यकर्ता हूँ मेरे द्वारा विगत दिनों में कांग्रेस के नेताओं द्वारा किये गये ट्वीट पर कुछ समाचार पत्रों की कटिंग में 50 प्रतिशत कमीशन की मांग संबंधित एक पोस्ट देखी गई जिसमें लिखा गया था कि मध्यप्रदेश के ठेकेदारों के संघ ने हाईकोर्ट के मुख्य न्यायधीश को पत्र लिखकर शिकायत की है कि. मध्यप्रदेश में 50 प्रतिशत कमीशन देने पर ही भुगतान मिलता है साथ ही किसी समाचार पत्र की पेपर कटिंग शेयर की गई थी। जिसका हैडिंग "सोशल मीडिया पत्र वायरल एक पत्र पेटी कॉन्ट्रेक्टर की चिट्टी लिखा- 50 प्रतिशत कमीशन मांगा जा रहा है, जांच करो" लिखा हुआ था। साथ ही एक पत्र भी उस पर संलग्न था। "लघु एवं मध्यम श्रेणी संविदाकार संघ के नाम से माननीय मुख्य न्यायधीश म.प्र. उच्च न्यायालय खण्डपीठ ग्वालियर को संबोधित करते हुए, किसी ज्ञानेन्द्र अवस्थी के नाम से है।" इस पत्र के विषय में जब मेरे द्वारा जानकारी प्राप्त की गई व अपने साथियों से ज्ञानेन्द्र अवस्थी के बारे में पता किया गया तब मुझे इस प्रकार के संघ या व्यक्ति के बारे में कोई जानकारी प्राप्त नहीं हुई जिससे यह संदेह होता है कि, उक्त पत्र कांग्रेस द्वारा जानबूझकर, आशयपूर्वक फर्जी रूप से भ्राम आरोपों के साथ तैयार करवाकर योजनाबद्ध तरीके से विभिन्न सोशल मीडिया साईट पर वायरल किया जा रहा है, ताकि जनता में मध्यप्रदेश राज्य में विधि द्वारा स्थापित सरकार के प्रति घृणा व अवमान पैदा हो सकें एवं भारतीय जनता पार्टी की छवि धूमिल की जा सकें।
यदि उक्त पत्र वास्तविक हैं तथा ज्ञानेन्द्र अवस्थी नामक व्यक्ति अस्तित्व में है, तो उस व्यक्ति के द्वारा जो निराधार आरोप लगाये गये हैं, उनकी विस्तृत जानकारी एवं दस्तावेज उक्त संघ से प्राप्त कर इस प्रकार के गंभीर कदाचरण करने वाले लोगों पर विधि के अनुसार कठोरतम वैधानिक कार्यवाही सुशिचित की जायें अन्यथा सोशल मीडिया पर उक्त भ्रामक खबर को प्रसारित करने वाले जैसे कमलनाथ, प्रियंका गांधी व अन्य पर म.प्र. सरकार व शासन की छवि धूमिल करने व भारतीय जनता पार्टी की यशस्वी सरकार के विरुद्ध जनमानस में कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर छलपूर्वक भ्रम उत्पन्न करने व वैमनस्यता उत्पन्न करने के लिए उक्त उक्त व्यक्तियों के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही तत्काल सुनिश्चित की जाये।
अतः श्रीमान जी से निवेदन है कि उपरोक्त निराधार व गंभीर प्रकृति के आरोप लगाने वाले एवं भ्रामक प्रचार करने वाले व्यक्तियो के तत्काल प्रथम सूचना दर्ज की जाकर विस्तृत जांच अत्यंत आवश्यक हैं, जो प्राथमिकता से तत्काल की जायें। उक्त पत्र में जो आरोप जिन व्यक्तियों द्वारा लगाये गये हैं व जिन व्यक्तियों द्वारा अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिये भ्रामक रूप से प्रसारित, प्रचारित किये गये हैं, वह वास्तविक हैं या नहीं. उक्त लोग वास्तविक है या नही. इसकी जांच से दूध का दूध और पानी का पानी हो सके और जनता के समक्ष सत्य उद्घाटित हो सकें।
दिनांक 13.08.2023
धन्यवाद।
संलग्न:-
1. सोशल मीडिया पर वायरल पत्र दिनांक 25 जुलाई 2023
2. सोशल मीडिया साईट ट्वीटर पर की गई पोस्ट का स्क्रीनशॉट ।
भवदीय
अजय गौतम "एडवोकेट "

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