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शाही लिबास पहनकर ज्योतिरादित्य पहुंचे गोरखी देवघर, किया पूजन, सिंधिया राजघराने ने मनाई विजयादशमी

सोमवार, 23 अक्टूबर 2023

/ by Vipin Shukla Mama
Gwalior ग्वालियर। सिंधिया राजघराने के मुखिया व केंद्रीय मंत्री द ग्रेट ज्योतिरादित्य सिंधिया शाही लिबास में गोरखी स्थित देवघर पहुंचे फिर विजयादशमी का पूजन किया। महाआर्यमन सिंधिया ने भी पारंपरिक शाही लिबास पहना था। यहां राज पुरोहितों ने विधि-विधान के साथ पूजा कराई। सिंधिया सुबह जयविलास पैलेस से सीधे गोरखी देवघर पहुंचे यहां उन्होंने शस्त्र पूजन भी किया। इसके बाद वे सिंधिया परिवार की छत्रियों पर पहुंचे और पूर्वजों का स्मरण किया। इस अवसर पर यहां काफी संख्या में लोग भी उपस्थित थे। सभी ने सिंधिया का अभिवादन किया। इससे पहले सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शिनी राजे देवघर पहुंची उन्होंने यहां पूजा अर्चना की इसके बाद उन्होंने मंदिर में कन्या पूजन किया एवं कन्याओं को भोजन कराया तथा उन्हें वस्त्र प्रदान किए। हमेशा सिंधिया परिवार अपनी परम्परा के अनुसार इस त्योहार को मनाते आए हैं। यहां जब वह पूजन करते हैं तो राजघराने के पुरोहित उनको सारे संस्कार कराते हैं। यहां से निकलने के बाद सिंधिया अपने परिवार के बुजुर्ग व दिवंगत आत्माओं से आशीर्वाद लेने छत्री प्रांगण जाते हैं। इस दौरान काफी संख्या में वहां लोग मौजूद रहे। मराठा परिवार में तिथि के आधार पर दोपहर बाद से ही दशहरा मनाया जा रहा है, जबकि पूरे शहर में दशहरा का पर्व मंगलवार (24 अक्टूबर) को मनाया जाएगा।
शाम को हुआ शमी पूजन
 केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शाम को मांढरे की माता के समीप शमी मण्डप में पूजन किया। इस अवसर सिंधिया परिवार के लोग उपस्थित रहे। सिंधिया द्वारा दशहरे पर शमी पूजन किया जाता है। शमी पूजन की परंपरा वर्षों पुरानी है। इसमें सिंधिया द्वारा राजसी वेशभूषा में पूजन के बाद जैसे ही वे तलवार शमी के पूजन पर लगाते हैं। वैसे ही, उपस्थित लोग शमी की पत्तियां लूटते हैं। शमी की पत्तियों को सोने के प्रतीक माना जाता है। लोग इन पत्तियों को लेकर जाते हैं। राजपरिवार के राज पुरोहित त्रिम्बक शंकर शेंडे ने बताया कि आज के दिन सिंधिया परिवार अपनी 7 पीढ़ियों के समय से ये पूजा की करता हुआ आ रहा है।














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