Gwalior ग्वालियर। परम श्रद्धेय राजमाता विजयाराजे सिंधिया जी की 104वीं जयंती हिंदी तिथि के अनुसार मनाई गई। इस अवसर पर अम्मामहाराज की लाडली बेटी खेल मंत्री श्रीमंत यशोधरा राजे सिंधिया छत्री पहुंचकर भजन प्रभात एवं पुष्पांजलि सभा में सम्मिलित हुईं एवं उनके चरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
उन्होंने अपनी भावना प्रकट करते हुए कहा कि अम्मा महाराज ज्ञान, भक्ति और कर्म योग की त्रिवेणीं थीं। उनका संपूर्ण जीवन जन सेवा के लिए समर्पित था। राजमाता ने सार्वजनिक जीवन में साबित किया कि जन प्रतिनिधियों के लिए 'राज सत्ता' नहीं बल्कि 'जन सेवा' महत्वपूर्ण है।
मां, आपका आशीर्वाद सदैव बना रहे।

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