श्रीमंत राजमाता विजयाराजे सिंधिया चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सालय, शिवपुरी में उसका इलाज हुआ। यहां नाक कान गला रोग विशेषज्ञ डॉ. मेघा प्रभाकर ने बच्चे का ऑपरेशन किया और सिक्के को बाहर निकाला। फिलहाल बच्चा पूरी तरह स्वस्थ है।
राजमाता विजयाराजे सिंधिया चिकित्सालय के कैजुअल्टी ड्यूटी डॉक्टर द्वारा डॉ. मेघा को इस मामले की जानकारी दी गई थी। जिसके बाद उन्होंने दिव्यांश का एक्स-रे कर एंडोस्कोपी की मदद से आहार नली में फंसे सिक्के की स्थिति देखी। बाद में डॉक्टर प्रभाकर, डॉ. मीनाक्षी गर्ग, एनएसथीसिया की डॉक्टर साक्षी ने ओटी में आहार नली तथा सांस नली के बीच में फंसे सिक्के को निकाल दिया।

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