शिवपुरी। आंवला एकादशी व रंगभरी एकादशी पर आवला की पूजा अर्चना का बड़ा महत्व है। आंवला एकादशी के दिन बुधवार को सुबह से ही विष्णु मंदिर सिद्धेश्वर रोड पर स्थित आंवला वृक्ष एवं विष्णु मंदिर पर महिलाओं द्वारा अवल की पूजा अर्चना की जा रही है श्रीमती रेखा उपाध्याय द्वारा बताया गया कि भगवान विष्णु के मुख से चंद्रमा के समान एक छोटा सा बिंदु पृथ्वी पर गिरा जिससे अमला वृक्ष एवं अमला उत्पन्नहुआ इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी जी के साथ-साथ आंवला वृक्ष की भी पूजा की जाती है आवला भगवान विष्णु श्री हरि का प्रिय भी माना जाता है फाल्गुन शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन आंवला वृक्ष के समीप बैठकर एवं परिक्रमा करने से एवं व्रत रखने से अनंत गुना लाभ प्राप्त होता है इस एकादशी पर व्रत करने से 1100 गायो का दान करने बराबर फल प्राप्त होता है इसलिए इस व्रत को बहुत श्रेष्ठ माना गया है।

कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें