महिला अधिकारी ने कहा कि मेरा काम मेंटरिंग विजिट का है। मेंटरिंग विजिट की चेक लिस्ट में सीबीएमओ के सिग्नेचर जरूरी होते हैं। मैं इसके लिए 4 मार्च को उनके कार्यालय पहुंचीं। वहां से मोबाइल पर बात की तो उन्होंने अपने प्राइवेट क्लिनिक पर बुलाया। यह क्लिनिक परासिया रोड पर है।
महिला अधिकारी ने बताया, 'क्लीनिक पहुंची तो सीबीएमओ ने गंदी निगाह से देखा। बोले- मुझे साइन के बदले में क्या दोगी? मैंने पूछा- पैसे चाहिए क्या? बोले- पैसे किसको चाहिए? तुम समझदार हो, मुझे क्या चाहिए...।
सीबीएमओ डॉ. प्रमोद वाचक ने नजदीक आकर मेरा हाथ पकड़ा। मैंने कहा कि साइन कर दीजिए, मेरे मामा बाहर खड़े हैं। इस पर वे घबरा गए और तुरंत साइन कर चेक लिस्ट दे दी। मैंने ये बात अपने कलीग्स और परिवार को बताई। शुरुआत में इसलिए शिकायत नहीं
की क्योंकि डर गई थी। ये सैलरी रुकवाने की धमकी देते थे। जब परासिया में डॉक्टर ने सीबीएमओ के खिलाफ केस किया तो मैं भी थाने पहुंची।'
राइट हैंड के बल्लेबाज, कई महिलाओं ने की शिकायत, हटाए तो कोर्ट से ले आए
सीबीएमओ डॉ. प्रमोद वाचक के खिलाफ कई महिलाएं शिकायत कर चुकी हैं। इससे पहले एक सीएचओ और एएनएम के साथ स्टाफ नर्स ने भी शिकायत की थी। उस मामले में कलेक्टर ने इन्हें सस्पेंड कर दिया था। एक साल पहले इन्हें हाईकोर्ट से स्टे मिला तो अब फिर ट्रायल बॉल डालने में लगे हैं।

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