आइये पढ़िए क्या लिखा आवेदन में....
प्रति,
श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय
जिला शिवपुरी, मध्यप्रदेश
विषय _ शासकीय मेडिकल कॉलेज शिवपुरी के मारपीट के मामले में आरोपी इंटर्न छात्र अमीन राजद्वार द्वारा अपने आरोपी साथियों के साथ मिलकर फरियादी जूनियर डॉक्टर्स पर एफआईआर वापस कराने के लिए झूठे आरोप, जिनमें जातिगत टिप्पणी से बेइज्जती, जबरन शराब पिलाने व कपड़े उतरवाने, रैगिंग लेने की झूठी कहानी गढ़कर दबाव बनाने के संबंध में।
संदर्भ _ कोतवाली शिवपुरी में दर्ज एफ आई आर।
महोदय,
सविनय निवेदन है कि प्रार्थी डॉक्टर शैलेंद्र सिंह गुर्जर व डॉक्टर अमन तिवारी समेत डॉक्टर कुलदीप सिंह श्रीमंत राजमाता विजयराजे सिंधिया शासकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जूनियर रेसीडेंसी डॉक्टर पद पर पदस्थ हैं।
डॉक्टर अमन व डॉक्टर कुलदीप की पोस्टिंग हाल ही में हुई है। घटना दिनांक की रात 21 सितंबर को इसी कॉलेज के इंटर्न छात्र अमीन राजद्वार, शुभांशु पटेल और अजय रघुवंशी ने अपने 20 से अधिक साथी छात्रों के साथ मिलकर हम तीनों डॉक्टर्स पर हॉकी, बेल्टों से जानलेवा हमला किया। जिसमें हम तीनों को अत्यधिक चोटें आईं।
उस रात हम तीनों भयभीत व डरे होकर इन हमलावर छात्रों से बचते हुए देर रात तक जूनियर डॉक्टर्स हॉस्टल में छिपे रहे।
फिर दूसरे दिन कोतवाली जाकर पुलिस को आपबीती बताई, गंभीर चोटें दिखाईं। तब पुलिस ने हमारी फरियाद का आवेदन लेकर जिला अस्पताल शिवपुरी में हमारी मेडिकल जांच कराई। जाहिरा चोटें पुष्ट होने पर पुलिस द्वारा आरोपी इंटर्न छात्रों तीन नामजद व अन्य संबंधित हमलावरों के खिलाफ मारपीट समेत अन्य संबंधित धाराओं में एफ आई आर दर्ज कर विवेचना शुरू की गई।
इसकी जानकारी जब आरोपी हमलावरों को लगी तो अमीन राजद्वार द्वारा अपने आरोपी साथियों के साथ मिलकर मुझ फरियादी व मेरे घायल साथी डॉक्टर्स पर एफ आई आर वापस लेने के लिए दबाव बनाया जाने लगा।
श्रीमान जी दबाव इस हद तक बनाया जा रहा है कि हमें अपने कार्यस्थल मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में ढंग से ड्यूटी नहीं करने दी जा रही है। कॉल कर करके, अपने परिजनों रिश्तेदारों से फोन लगवाकर ना ना भांति से दबाव बनाया जा रहा है।
श्रीमान जी 26 सितंबर के कुछ डिजिटल प्लेटफार्म पर इंटर्न छात्रों द्वारा जूनियर डॉक्टर्स के खिलाफ गंभीर आरोपों की शिकायत का आवेदन आपको दिए जाने संबंधी खबर प्रकाशित हुई है। जिसमें झूठे आरोप लगाए गए हैं कि जूनियर डॉक्टर शराब के नशे में थे। उनके द्वारा इंटर्न छात्रों की रैगिंग ली गई, कपड़े उतरवाकर डांस कराया गया। मास रैगिंग में अमीन राजद्वार को एस टी जाति का होने से जमीन पर बैठकर बेइज्जती की गई। इंटर्न छात्रों को जबरन शराब पिलाई गई, आदि आरोप लगाए जाना खबर में प्रसारित है।
जबकि हकीकत में हमलावर छात्रों में से कुछ खुद ही शराब पीए होकर जानलेवा हमला करने आए और हम तीनों को बुरी तरह से घायल करके गए। हॉकी और बेल्टों से हमारे शरीर पर खून निकलने, जगह जगह सूजन होने, घाव होने, सिर में हॉकी लगने, हाथ और पीठ पर अनगिनत हॉकी मारे जाने के निशान अब भी मौजूद हैं।
श्रीमान जी इन छात्रों से हम लोगों का परिचय उस दिन पहली बार हुआ, जब पहले ये तीन, जिनमें अमीन राजद्वार व शुभांशु पटेल समेत रघुवंशी जूनियर डॉक्टर्स हॉस्टल में आए। वहां आकर इन लोगों ने रंगदारी की। अमीन शराब के ज्यादा नशे में नजर आ रहा था। जो मुझ प्रार्थी से विवाद करके चला गया और कुछ देर बाद हॉस्टल से बीस पच्चीस छात्रों के साथ आया और हॉकी बेल्टों से हम तीनों पर हमला कर दिया। जैसा कि एफ आई आर में दर्ज भी है।
श्रीमान जी, हम लोग इस कॉलेज में नए हैं, और ये छात्र यहीं पढ़े हैं। अमीन राजद्वार द्वारा अपना खौफ कायम करने, दादागिरी रंगदारी के लिए अपने साथी छात्रों के साथ मिलकर हम तीनों पर हमला किया गया। अब हमारे ऊपर झूठा केस भी कायम कराना चाह रहे हैं। जिसके लिए ये दबाव बनाकर हमें शासकीय सेवा करने में प्रताड़ना दे रहे हैं। श्रीमान जी इसकी जांच कराकर सच्चाई पता कर सकते हैं।
अतः श्रीमान जी से करबद्ध निवेदन है कि हम जूनियर डॉक्टर्स का वर्तमान व हमारा भविष्य खराब होने से बचाने की कृपा करें।
प्रार्थी
डॉक्टर शैलेंद्र सिंह गुर्जर, डॉक्टर अमन तिवारी, डॉक्टर कुलदीप सिंह
शिवपुरी मेडिकल कॉलेज
जिला शिवपुरी।

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