अब इसी मामले में देखा जाये तो समर्थ कार के शिकायती दस्तावेज ठीक जान पड़ते है और ताला जड़ा जाना उचित प्रतीत नहीं हो रहा लेकिन जिस काम को पुलिस अकेली भी कर सकती थी उसमें एक दबंग समझें जाने वाले विधायक प्रीतम लोधी को क्यों शामिल किया गया? दरअसल इसी बात को लेकर नेताओं से लेकर व्यवसाई सनाके में हैं।बताते हैं बातों की वज़ह
* शिवपुरी में विधानसभा चुनाब दबंग वरसिस विनम्र के नारे पर लड़ा गया था पोस्टर लगाए गए थे जिसके नतीजे में पिछोर से 6 बार विधायक रह चुके के पी सिंह की करारी हार हुई।
* यानि जनता को सिंधिया राजवंश की शांत शिवपुरी में कोतुहल बिलकुल पसंद नहीं?
* बीते सालों में ज़ब ज़ब विधायक और मंत्री श्रीमंत यशोधरा राजे सिंधिया रहीं किसी की क्या मजाल की शिवपुरी में आकर इस तरह कोई ताला तोड़ पाया हो लेकिन आज उनके राइट हेंड रहे दिलीप मुदगल के ताले पिछोर से शिवपुरी आकर एक विधायक ने टूड़वा डाले!
* ज़ब शिवपुरी के विधायक देवेंद्र जैन हैं तो ये घटना चौकाने वाली हैं. क्योंकि खुद विधायक जैन जो दबंग ओर विनम्र के मुद्दे पर ऐतिहासिक चुनाव जीते हैं उनकी गैर मौजूदगी में सिटी में ताले तोड़ डाले गए आखिर कैसे?
* ज़ब हमने विधायक जैन से बात की तो उन्होने बताया की वे cm के पिताजी के निधन के चलते शोक कार्यक्रम में इसलिए उन्हें ज्ञात नहीं की शिवपुरी में क्या घटना घटी उन्होने ये भी कहा की वे फुर्सत होते ही फोन करेंगे लेकिन देर रात तक कोई सम्पर्क नहीं किया। अब देखना हैं की वे इस खासे चर्चित मुद्दे पर कुछ व्यान देंगे या चुप रहेंगे
* शहर के व्यवसाइयो के मन में इस घटना से डर बैठ गया की क्या आगे भी इसी तरह ताले तोड़े जायेंगे?
* ये मसला कानूनी नजर से भले ही समर्थ कार की तरफ झुका जान पड़ रहा लेकिन तरीका विवादों से घिर गया है।दिलीप मुदगल ने कहा, विधायक लोधी पर कराऊंगा fir
ताले तोड़ने से नाराज मुदगल ने भी मीडिया के सामने अपनी बात रखी. बोले जो हुआ ठीक नहीं हुआ हम विधायक पर केस दर्ज करवाएंगे।

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