दो घायलों को इमरजेंसी ट्रॉमा में भर्ती करवाया।
कार सवार नशे में था जो हादसे के वक़्त होश में नहीं था और कुछ भी बोल रहा था। जानकारी के अनुसार शुक्रवार सुबह शहर के झांसी रोड थाना स्थित ग्वालियर-झांसी हाइवे पर सिथौली में तेज रफ्तार कार डिवाइडर से टकरा कर पलट गई। कार चला रहे संजय धाकड़ (24), विवेक जोशी (22), ऋतिक मांझी (22) की मौके पर ही मौत हो गई है। दो युवक अंकित व मोहिल घायल हैं। शहर के विनय नगर, चंदन नगर,नदीपार टाल और थाटीपुर में रहने वाले पांच दोस्त संजय धाकड़ की कार में सवार होकर देर रात शीतला माता के दर्शन करने सातऊ की पहाड़िया पर गए थे। वापसी में संजय कार ड्राइव कर रहा था। शहर के बिल्कुल नजदीक सिथौली इलाके में तेज रफ्तार कार बेकाबू होकर लहराते हुए पलट गई। घायल अंकित ने बताया कि रात को अचानक संजय ने कहा कि चलो शीतला माता मंदिर चलते हैं। उसने एक बार ही कहा और सारे दोस्त तैयार हो गए। पहले पैदल जाने का विचार था, लेकिन संजय अपनी कार ले आया। माता के दर्शन किए और सुख-समृद्धि के साथ लंबी उम्र की कामना की।
पार्ट टाइम जॉब करते थे युवक
हादसे में जान गंवाने वाले ऋतिक के पिता महेश मांझी थाटीपुर में नाश्ते का ठेला लगाते हैं। ऋतिक बी.कॉम. फाइनल ईयर का छात्र है। सुबह पिता के साथ ठेले पर काम करने के बाद दोपहर 12 बजे से रात 10 बजे तक टोपी बाजार में एक सैंडविच शॉप पर जॉब करता था। विवेक भी एक सॉफ्टवेयर कंपनी में कर्मचारी था, जबकि मृतक संजय धाकड़ टैक्सी चालक है। मूल रूप से वह श्योपुर का रहने वाला है, लेकिन अभी यहां विनय नगर में रह रहा है।
कार की हालत देखकर बोले लोग, अरे बाप रे सूचना मिलने के बाद जब पुलिस मौके पर पहुंची तो कार की हालत देखकर पुलिस सहित अन्य लोग फटी आँख से कार देखने लगे। कार के तीन टुकड़े हो चुके थे, लोग बोले, अरे बाप रे। हादसे का मंजर देखकर पता लगता है की जब कार डिवाइडर से टकराई होगी तो उसकी गति क्या रही होगी।
त्यौहार पर तीन घरों में पसरा मातम
शुक्रवार को दुर्गा नवमी पर घरों में नवमी पूजन की तैयारियां चल रही थी। ऋतिक, संजय और विवेक जोशी के घर पर भी खुशी-खुशी परिजन माता पूजन की तैयारी कर रहे थे। तभी उनके घर इस दर्दनाक हादसे की खबर पहुंचने से मातम पसर गया। घर की महिलाओं को नहीं बताया गया था कि हादसे में उनके बेटों की मौत हो गई है। मृतक शीतला माता मंदिर जाने से पहले घर पर बोल कर गए थे कि सुबह लौट कर कन्या पूजन करेंगे।
कुछ ही सालों में बन गए थे गहरे दोस्त
मृतक ऋतिक, संजय और विवेक के अलावा घायल मोहिल और अंकित अच्छे दोस्त थे। पांचों कभी ना तो एक साथ पढ़े, न ही एक कॉलोनी या मोहल्ला में रहते थे. लेकिन इसके बाद भी एक दूसरे के जरिए कुछ ही मुलाकातों के बाद गहरे दोस्त बन गए थे।

कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें