ट्रकों की तरह माल भरकर चलते फिर भी पेट बड़े
सरकार को निजी बस चेकिंग का अभियान चलाना चाहिए क्योंकि बसों में यात्रियों से अधिक माल की ढुलाई की जाती है। जिससे मोटा मुनाफा होता है, जबकि माल ढुलाई गैर कानूनी है फिर भी RTO की शह पर बस यात्री की जगह माल ट्रांसपोर्ट बनकर रात दिन दौड़ती हैं।
जल्द शुरू की जाये बंद रोडवेज
प्रदेश सरकार के अधीन संचालित mp रोडवेज को नए सिरे से शुरू किया जाना चाहिए जिससे यात्रियों को बेहतर, सुरक्षित परिवहन सेवा का लाभ मिल सके साथ ही स्टाफ के घटिया वर्ताव से भी मुक्ति मिल सके।
ये बोल रही जनता पढ़िए
महेंद्र कंथरीय जो खुद बस ऑपरेटर रहे हैं आपका कहना है कि R T O कार्रवाई कर सकते हैं जब प्रति किलोमीटर किराया दर निर्धारित है तब किराया ज्यादा लेना नियमो का उलंघन है और जब बिना रुट परमिट के टूरिस्ट परमिट पर इनका संचालन हो रहा है तब परिवहन विभाग कार्यवाई नही करता तो यह सरासर लापरवाही ही है।
नीरज सरैया लिखते हैं जब दरें तय हैं तो फिर ये लूट क्यों .....परिवहन विभाग संज्ञान ले .....???? कुछ बसों के दाम तो प्लेन और रेलगाडी के first ac से भी ज्यादा आ रहे हैं।
संदीप शर्मा ने कहा सरकारी रोडवेज खत्म कर दिया गया प्राइवेट की लूट चल रही है।
पूर्व पार्षद राजेंद्र शर्मा पिंकी ने कहा माननीय आरटीओ को ध्यान देना चाहिए इनकी मनमानी नहीं चलेगी अब माननीय मुख्यमंत्री के 181 पर शिकायत करनी चाहिए स्कूली बच्चों के साथ ऐसा नहीं होना चाहिए जो बाहर पढ़ने जाते हैं। मध्य प्रदेश शासन को रोडवेज चालू करना चाहिए सरकारी किराए पर गरीब बच्चे बाहर पढ़ने जाते हैं उनको लाना चाहिए निजी बसों पर कार्रवाई की जानी चाहिए।

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