थाना प्रभारी राजेंद्र वर्मा ने बताया कि तीन युवकों के खिलाफ केस दर्ज किया है। मामले की जांच की जा रही है। वहीं कलेक्टर राजेश बाथम ने बताया कि दो डॉक्टरों पर आरोप लगाए गए हैं। पुलिस जांच कर कार्रवाई कर रही है। दूसरी तरफ मारपीट के आरोपी जितेंद्र की मां ने भी थाने में सिविल सर्जन के खिलाफ शिकायती आवेदन दिया है।
तस्कर से जुड़ा है विवाद
पूरा विवाद एक तस्कर को भर्ती कर जमानत का फायदा दिलाने से जुड़ा बताया जा रहा है। डॉ सागर ने कहा कि डॉ. जीवन चौहान और डॉ. रवि दिवेकर ने एक तस्कर को जमानत दिलाने के लिए अस्पताल में भर्ती कराया था। मुझे शासन से नोटिस मिला था। उस नोटिस के बदले मैंने जांच कराई तो दोनों दोषी पाए गए थे। उसी बात का बदला लेने दोनों ने मुझ पर हमला कराया है। कलेक्टर से मिलकर पूरी बात बताई है। दूसरी तरफ डॉ. रवि दिवेकर ने अपने ऊपर लगे आरोपों पर कहा कि मैं 15 नवंबर से छुट्टी पर हूं। सिविल सर्जन किसी साजिश के तहत झूठे आरोप लगा रहे हैं। इनमें कोई सच्चाई नहीं है। वहीं, डॉ. जीवन चौहान ने कहा कि सिविल सर्जन जो आरोप लगा रहे हैं, वो निराधार हैं।

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