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#धमाका खास खबर: "हैप्पी न्यू ईयर 2025, 1 जनवरी को है शिवपुरी का जन्मदिन, 19 जनवरी 1920 को जन्मी थी शिवपुरी, अब होने जा रही है 105 साल की"

मंगलवार, 31 दिसंबर 2024

/ by Vipin Shukla Mama
डॉक्टर विकास दीप शर्मा की कलम से
शिवपुरी। कभी “शियापुरी” कभी “सीपरी” कभी शिवपुरी तो कभी कुछ और…..! जैसे-जैसे समय बदलता रहा वैसे- वैसे शिव की पावन नगरी शिवपुरी का नाम समय-समय पर परिवर्तित होता रहा। यदि मुगलों के समय में “सियापुरी” रहा तो किसी अन्य युग में “सीपरी” हो गया।लेकिन सिंधीया राजवंश ने वर्ष 5 अक्टूबर 1919 को जारी किये एक गजट नोटिफिकेशन के द्वारा यकुम जनवरी अर्थात 1 जनवरी 1920 से इस प्यारी सी नगरी का नाम” शिवपुरी “घोषित किया गया था और तब से आज तक यह खूबसूरत नगरी 104 साल की हो गयी है। कुछ वर्षों पूर्व मिले गजट नोटिफिकेशन के दस्तावेजों में आधार पर इसकी खोज की गई और आज यह खूबसूरत नगरी अपने नाम के आधार पर 104 वसंत देख चुकी है ।समय दर समय कभी इस नगरी का उत्थान हुआ तो कभी विनाश के कगार पर भी रही किंतु यह बात भी सच है कि विकास से पहले विनाश भी एक अनवरत प्रक्रिया रही है सो अब फिर यह नगरी उन्माद की ओर अग्रसर है
डॉ विकास दीप शर्मा ज्योतिषचार्या श्री मंशापूर्ण पुजारी के अनुसार शिवपुरी का जन्म 1919 मे जारी नोटिफिकेसन के अनुसार 2008 में जब श्री बृजेश सिंह तोमर वरिष्ठ पत्रकार से एक शहर चर्चा में बात आई कि किसी शहर की पत्रिका कैसे बनाई जा सकती है तब हमने उनको कहा कि किसी भी शहर का जिस दिन नाम संस्कार होता है वही दिन उसका जन्मदिन कहलाता है तब श्री बृजेश सिंह तोमर जी द्वारा उपरोक्त नोटिफिकेशन गजट का पत्र मुझे प्रदान किया गया इस पत्र के आधार पर हम निरंतर 2008 से शिवपुरी का वर्षफल आंकलन निकाल रहे हैं ,उस गजट नोटिफिकेशन के अनुसार 01 जनबरी 1920 को सीपरी का पुराना नाम बदलकर नया नाम शिवपुरी रखा गया | जो बाद मे यहा का स्थायी नाम शिवपुरी हो गया |
नया साल, नई खुशियां, नए सपने, नए अरमान और नए संकल्प लेकर आता है। कैसा रहेगा वर्ष 2025 शिवपुरी के विकास के लिए , यह देखने के लिए हम निरंतर प्रयास मे रहते है |  
शिवपुरी की जन्म कुंडली मे उच्च का गुरु है ओर सूर्य की दशम भाव पर पूर्ण दृष्टि होने से सिंधिया राजवंश की कृपा हमेशा शिवपुरी पर होने से यह शहर देश विदेशों तक अपने नाम की ख्याति प्राप्त किये हुए है । एकादश भाव में उच्च का गुरु के प्रभाव शिवपुरी में धर्म छेत्र के विस्तार से ही शहर का विकास होगा | शिवपुरी को धर्म की पूरी भी कह सकते है | एकादश गुरु के प्रभाव से सज्जनों और श्रेष्ठ व्यक्तियों की संगति करने वाले व्यक्ति हैं।
मेदिनी ज्योतिष अनुसार कुण्डली में दशम भाव राजा का होता है ओर चतुर्थ भाव प्रजा या जनता का एकादश भाव राज परिवार के मुखिया का माना गया है । गुरु इस भाव मे उच्च का होने से शिवपुरी के लिए सबसे बड़ी सौभाग्य की बात यह है कि यह शहर राजाओं की कृपा से ओर राज परिवार से जुड़ा होने से नवीन योजनाएं लाकर प्रजा को दी जाती रही है । प्रजा या जनता के हित में कार्य पूर्ण मेहनत और ईमानदारी के साथ , धर्मोचित कर्म किये जाते है । 
पराक्रम भाव के राहू शुक्र — बुध के साथ होने से यहा धर्म कार्यो से लाभ होगा |शुक्र बुध के प्रभाव से पर्यटक छेत्र से शिवपुरी का नाम पूरे देश में विख्यात है | शुक्र कला कारक है और बुध के प्रभाव से हरियाली और प्राकर्तिक सौंदर्य , विस्तार को बढावा देगा | धर्म नगरी भी कही जा सकती है | शिवपुरी की कुंडली में चतुर्थ भाव में सूर्य के प्रभाव से राजाओ का वर्चस्व रहेगा ओर राजाओ द्वारा ही विकास की धारा भी शिवपुरी पर हमेशा बनी रहेगी |  
पं.डॉ विकास दीप शर्मा ज्योतिषचार्या के अनुसार शिवपुरी को राजा या सरकार के द्वारा सम्मान और लाभ मिलेगा। श्रीमान और राज कुलीन लोगों से शहर की उन्नति होगी। राजा द्वारा शहर की आशाओं और महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने मे आपकी सहायता करेंगे। चापलूसों के कारण विकास के मार्ग अवरुद्ध होंगे लेकिन अच्छे गुणी लोगो की सलाह कार्य उत्तम और फायदेमंद रहेगी राजा द्वारा किए गए उत्तम कार्यों से समाज मे उनका नाम होगा और श्रेष्ठता भी बढेगी। अर्थलाभ और धन की प्राप्ति होगी। शिवपुरी एक धर्म छेत्र से पूर्ण एक आध्यात्मिक शहर हैं। यहां आद्यात्मिक स्तर का लाभ जल्दी मिलेगा ।शिवपुरी की कुंडली में लग गत मंगल के प्रभाव से शहर के आकर्षण में कुछ कमी आ जाती है । पराक्रम की बृद्धि होती है, मगर भौतिक सुखों का अभाव बना रहता| बुध राहु का प्रभाव व्यवसाय के छेत्र में भी कठिनाइयां आती हैं शहर जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में संघर्षों का मुकाबला करता हुआ बढ़ता है ।
डॉ विकासदीप ज्योतिष के अनुसार शिवपुरी की कुंडली मे हिंदू नववर्ष यानी विक्रम संवत् 2082 की शुरुआत रविवार से होगी. चूंकि, रविवार के देवता सूर्य माने गए हैं. इसके अलावा ये समस्त ग्रहों के राजा भी कहे गए हैं इसलिए हिंदू नववर्ष के राजा भगवान सूर्य होंगे. इसके साथ ही हिंदू नववर्ष के मंत्री भी सूर्य ही होंगे. हालांकि, कुछ विद्वान हिंदू नववर्ष के मंत्री चंद्र देव को बता रहे हैं. सूर्य के हिंदू नववर्ष के राजा होने से गर्मी का प्रकोप बढ़ सकता है. किसानों को खेती में परेशानियों को सामना करना पड़ सकता है. राजनीति में उथल-पुथल की संभावना रहेगी. सूर्य के प्रभाव से सत्ता पक्ष मे मतभेद वाद वियाद, फूट ओर अस्थिरता दिखाई देगी । सत्ता की हठधर्मिता ओर अहंकार के कारण कई निर्णय पर जनता अपना रोश भी दिखाएगी | वर्ष का राजा सूर्य होने से अल्प व्रष्टि या अनाव्रष्टि से फल ओर अनाज के उत्पादन मे कमी आती है | प्रजा अग्नि ओर चोर से कष्ट पाती है | कभी कभी मंत्री गण असफल या पराजित होने का दंस भोगते है | वर्ष का मंत्री भी सूर्य होने से प्रजा को राजा असामाजिक तत्व , विरोधी तत्व , गुंडे , चोर तथा बड़े महामारी रोगो से कष्ट आता है | 2025 वर्ष मे सूर्य जब जब गौचरवस नकारात्मक प्रभाव मे आएंगे तब तब राजनीतिक उठापटक , हिंसा , दंगे , जातिगत विवाद , तथा देश मे बड़े बड़े मुद्दे सामने आएंगे जिनके निर्णय लेने मे राजा को कठिनाई रहेगी | भविष्य मे देश हित के लिए कड़े नियम कानून बनेंगे | राजा के लिए वर्ष 2025 जोखिम भरा रहेगा | साल के राजा सूर्य हैं. ऐसे में साल 2025 में गर्मी का प्रकोप रहेगा, जिससे कृषि के क्षेत्र में कठिनाईयों का सामना करना पड़ेगा और दूध की कीमतें बढ़ सकती हैं. वहीं, राजनीति के क्षेत्र की बात करें तो काफी उथल-पुथल और संघर्ष देखने को मिल सकता है. डॉ विकासदीप ज्योतिष के अनुसार शिवपुरी की कुंडली मे वर्ष 2025 कुछ नए परिवर्तनों के साथ-साथ नकारात्मक प्रभाव भी स्थापित करने वाला है। वर्ष 2025 कई मूलांक वालों के लिए बहुत शुभ साबित होने वाला है. वर्ष 2025 के अंकों का योग 9 है और मूलांक 9 के स्वामी मंगल हैं. मंगल ग्रह को साहस और पराक्रम से भी संबंधित ग्रह माना जाता है. वर्ष 2025 पर मंगल का प्रभाव रहेगा. कुछ मूलांक वालों के लिए वर्ष 2025 काफी शुभ साबित होगा. इन सभी को करियर में बड़ी सफलता (प्राप्त हो सकती है. तकनीकी, सुरक्षा और खेल आदि क्षेत्र से जुड़े जातकों 2025 के लिए आने वाला साल काफी अच्छा रहने वाला है। आप इस साल में अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन करेंगे, जिसके लिए आपकी सराहना भी की जाएगी। साल 2025 में आपके लिए शुभ अंक 9 होगा, 

डॉ विकासदीप ज्योतिष के अनुसार शिवपुरी की कुंडली मे 17-12-2024 से 30-05-2025 तक बुध मे शुक्र मे शनि की प्रत्यांतर दशा रहेगी शनि कन्या लग्न के लिए पंचमेश और षष्ठेश है। पंचम भाव का स्वामी होने के कारण यह शिक्षा,छेत्र मे उन्नतिदायक रहेगा | संतान, बाल आयोग ओर गरीबो के हितार्थ लाभप्रद योजनाओ और सृजनात्मकता कार्यो के लिए शुभ हो सकता है।द्वादश भाव में स्थित शनि धन का अप व्यय, विदेश से या बाहरी कंपनियो से लाभ , और आध्यात्मिकता धर्म , मंदिरो से संबंधित सकरतमक परिणाम दे सकता है। लेकिन यह दशा काल यह शहर के विकास मे आर्थिक हानि या आपसी तनाव भी दे सकता है|


शिवपुरी की कुंडली मे 17-12-2024 से 30-05-2025 से 23-10 2025 तक बुध मे शुक्र मे बुध की प्रत्यांतर दशा रहेगी शुक्र कन्या लग्न के लिए द्वितीयेश और नवमेश है। नवम भाव का स्वामी होने के कारण यह भाग्यकारक ग्रह है। तीसरे भाव में स्थित होने के कारण शुक्र परिश्रम, साहस, पर्यावरण और संचार के क्षेत्रों में सफलता दिलाता है। यह राजनीतिक रिश्तों और आर्थिक स्थिति में समस्या पैदा कर सकता है। बुध कुंडली में अच्छा स्थान रखता है और शुभ दृष्टियों के अधीन है, तो इसकी दशा व्यक्ति के जीवन में उन्नति और स्थिरता लाती है। बुध कन्या लग्न में लग्नेश और चतुर्थेश है। इसका स्वामीत्व इसे शुभ ग्रह बनाता है। यह बुद्धिमत्ता, निर्णय क्षमता, और संपत्ति से संबंधित फलों को दर्शाता है।


शिवपुरी की कुंडली मे 23-10 2025 से 23-12 -2025 तक बुध मे शुक्र मे केतू की प्रत्यांतर दशा रहेगी
डॉ विकासदीप ज्योतिष के अनुसार शिवपुरी की कुंडली मे दशाओ के सकारात्मक प्रभाव मे बुध और शुक्र की दशा-अन्तर्दशा मिलकर साहस, संचार,छेत्र , सुंदरता, धर्म छेत्र , न्याय पालिका ,, कानूनी नियमो मे परिवर्तन और धर्म कार्यो में वृद्धि कर सकती है। यह समय शिक्षा, के विकास , लेखन, और विदेशी संपर्कों के व्यापार लिए अनुकूल हो सकता है| शहर मे नए प्रोजेक्ट ओर कार्य छेत्र मे बदलाव देखने को मिलेंगे | शिक्षा ओर आर्थिक स्मर्द्धि के लिए विशेष रहेगा | शुक्र कलात्मक ओर रचनात्मक छेत्र मे उन्नती ओर साहित्यिक कार्यो मे बड़ावा देता है |

नकारात्मक प्रभाव: द्वादश भाव में स्थित शनि व्यय को बढ़ा सकता है, जिससे आर्थिक दबाव महसूस हो सकता है। कार्यप्रणाली से जुड़े लोगो को स्वास्थ्य और मानसिक शांति के लिए यह समय थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता है।

मेदिनी ज्योतिष के अनुसार, शिवपुरी की कन्या लग्न अनुसार वर्तमान मे शनि का गोचर षष्ठ भाव में 29-03-2025 तक रहेगा , यह सामान्यतः शुभ माना जाता है। षष्ठ भाव रोग, शत्रु, ऋण, और सेवा का भाव है। शनि का स्वामीत्व इन क्षेत्रों में संतुलन और अनुशासन लाता है। इसका प्रभाव इस प्रकार हो सकता है:शत्रुओं पर विजय: शनि षष्ठ भाव में होने पर व्यक्ति को अपने शत्रुओं और विरोधियों पर विजय प्राप्त होती है। स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार होगा | यह गोचर स्वास्थ्य समस्याओं में राहत और धीरे-धीरे सुधार का संकेत देता है शनि इस दौरान कर्ज चुकाने और वित्तीय प्रबंधन में मदद करता है। कार्य क्षेत्र में सफलता: मेहनत और अनुशासन के माध्यम से कार्यस्थल पर प्रगति होती है। इस अवधि में कार्यों को पूरा करने के लिए अत्यधिक परिश्रम करना पड़ सकता है। प्रतिस्पर्धा के कारण तनाव हो सकता है, लेकिन यह स्थायी नहीं रहेगा। रोजगार की समस्या , स्वास्थ्य सुविधा की कमी, चोरी, जमीनी विवाद, अग्निकांड , गैर कानूनी धंधे उपरोक्त समस्याओं से ग्रसित रही । वर्तमान दिसंबर 2024 से मार्च 2025 से दिसंबर 2025 तक का समय थोड़ा संघर्ष कारी कार्य रहेगा तक का समय थोड़ा कार्यशैली के अनुसार, मतभेद , वाद विवाद ओर संघर्ष अधिक दिखाई देगा बीच-बीच में राजनीतिक ओर जनता का विरोध भी सामने आयंगे| अप्रैल 2025 से शनि का गोचर सप्तम भाव मे रहेगा | यह सांझेदारी का भाव होने से अनुसाशन ओर नियमो का पालन होगा | नयी नीति पार्टनर ओर नवीन परिवर्तन देखने को मिलेगा | कार्य प्रगति धीमी रहेगी लेकिन स्थायी कार्यो पर सुचारु काम प्रारम्भ होंगे | जन सामान्य मे असंतोश ओर अस्थिरता देखने को मिलेगी | न्याय ओर कानून व्यवस्था मे परिवर्तन आएगा | सरकार ओर विपक्षी दल आपस मे टकराव पैदा होंगे | किसी बड़े समझौते पर नीतिगत बदलाब आएगा | निगम के कार्यो मे पैसे की तंगी के कारण झगड़े ओर विवाद देखने को मिलेंगे | मूल रूप से शनि का यह गोचर कार्यो की गति शने शने होगी लेकिन स्थायी कार्यो पर मूल रूप से गौर देखने को मिलेगा | बड़े प्रोजेक्टो पर कार्यो की गतिशीलता आ जाएगी | गुरु का बदलाव भी मई 2025 मे देखने को मिलेगा किसी बड़े नेता का उदय काल प्रारम्भ हो रहा है | धर्म ओर कानून की नयी नीती लागू होंगी | उद्योग के छेत्र मे नवीन कार्य ओर विस्तार की योजना बनेगी | नए प्रोजेक्ट ओर परियोजनाओ का शुभारंभ भी रहेगा |
उपरोक्त आंकलन ज्योतिष ओर ग्रहो की स्थिति अनुसार एक प्रयास है शिवपुरी की कुंडली में बुध ग्रह लग्न और कर्म स्थान का स्वामी है ,उसी के साथ पराक्रम भाव में होने से अब शिबपुरी की दशा बदलने जा रही है बुध की महादशा में शहर में शिक्षा ,वकालात, उच्च अधिकारी पद, पुलिस , पर्यटक ,नेशनल पार्क शेयर ब्रोकर, बैंकिंग क्षेत्र में यहां से जुड़े लोगों को अधिक लाभ प्राप्त होगा , जहां से निकली विद्यार्थी देश विदेश में अपना नाम रोशन करेंग

नववर्ष 2025 आर्थिक तौर पर अच्छा भी रहने वाला है. साथ ही पिछले साल जो कार्य रुक गए थे उन सभी के कार्यों को गति मिलने वाली है. ज्योतिष शास्त्र की गणना के मुताबिक साल 2025 में शनि और गुरु ग्रह की गौचर चाल अनुसार सप्तम ओर दशम भाव पर विशेष स्थिति रहेगी. साल 2025 में न्याय और कर्मफलदाता शनि अपनी स्वयं की राशि कुंभ में ही विराजमान रहेंगे. इसके अलावा गुरु मई 202५ तक व्रष राशि में मौजूद रहेंगे फिर बुध की राशि मिथुन में प्रवेश कर जाएंगे. इसके अलावा 

२०२५ साल मे राहु मीन ओर कुम्भ राशि में और केतु कन्या ओर सिंह राशि में मौजूद रहेंगे.वर्ष 202५ धर्म , न्याय ओर कानूनी समीकरण से जुड़ा होगा | धर्म छेत्र विस्तार , कानूनी छेत्र मे परिवर्तन , ओर धर्म संगत न्याय देखने को मिलेगा | 

 डॉ विकासदीप शर्मा मंशापूर्ण ज्योतिष 9993462153, 9425137382
निवेदन :--उपरोक्त भविष्यफल कथन,शास्त्र अनुसार फलित ग्रहो की गौचर गणनाओ के आधार पर की जाती है | किसी भी प्रकार की व्यक्ति विशेष का विवरण नही किया जाता है | ज्योतिष केवल एक ग्रहो की चाल के अनुसार उनके स्वभाव के अनुसार आंकलन है | जिसको हम कभी भविष्यवाणी नाम नही देते है हमारा प्रयास मेदिनी ज्योतिष अनुसार जैसे भारत की कुण्डली पर विधवान वर्ग अपना फलित आंकलन निकालते है उसी तरह हमने भी 2008 से निरंतर शिवपुरी की जन्म कुण्डली ओर उसके नाम आधार पर अंक ज्योतिष ओर गृह गौचर अनुसार अपना आंकलन निकालते है | उस आंकलन को पूर्ण करना ईश्वर ओर गुरु की कृपा से होता है |

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