कोटा पंचायत की सरपंच अनसुईया आदिवासी बोली रोज हादसे
बता दें कि बुधवार को ग्रामीणों ने झांसी लिंक रोड़ पर जमकर प्रदर्शन कर चक्काजाम किया। कोटा पंचायत की सरपंच अनसुईया आदिवासी ने कहा कि खराब सड़क होने के चलते आए दिन सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं। इसकी शिकायत पिछले मंगलवार को जनसुनवाई में पहुंचकर दर्ज कराई थी लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई, उस दिन कहा था कि 18 को चक्का जाम करेंगे तो आज कर डाला। इधर ठेकेदार द्वारा सड़क खोदकर डाल दी गई है, जिससे इस बदल सड़क के कारण लोग परेशान हैं। (जाम लगाए ग्रामीण, सरपंच की सुनिए)
दतिया पीतांबरा जाना किया बंद
दतिया शक्तिपीठ मां पीतांबरा के दर्शन के लिए सैकड़ों भक्त शनिवार सहित अन्य दिनों में जाते हैं लेकिन सड़क की बदहाली के फेर में लोगों ने दतिया जाना तक बंद कर दिया लेकिन ठेकेदार के कानों तक जू नहीं रेंगी।
झांसी, दिनारा, करेरा, पिछोर, खनियाधाना के हजारों लोग परेशान
खराब सड़क के चलते झांसी, दिनारा, करेरा, पिछोर, खनियाधाना के हजारों लोग परेशान हैं तो वहीं कोटा पंचायत के साथ हातोद, मझेरा, करई, सुरवाया, गढ़ीबरोद, खैरोना, डबिया और गंगोरा पंचायत के ग्रामीण सबसे ज्यादा परेशान हैं।
नेताओं के लिए चार करोड़ कुछ भी नहीं सरदार जगजीत सिंह
स्थानीय निवासी जगजीत सिंह गिल ने बताया कि खराब सड़क की धूल से क्षेत्र में बुरा असर पड़ रहा हैं। इस क्षेत्र में लोगों को खांसी से निजात नहीं मिल पा रही है। इससे फसलों को भी नुकसान हो रहा है। बच्चों को स्कूल जाने में भी परेशानी हो रही हैं। पिछले एक साल से खोदी गई सड़क का दंश क्षेत्र की जनता भुगत रही हैं। इसके बावजूद नेता-प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
मलकीत सिंह बोले, ये देखो मेरी चोट का निशान, हुआ था घायल
मलकीत सिंह ने बताया कि इस मार्ग से गुजरने वाले राहगीर आए दिन दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। वह खुद भी 15 अक्टूबर को दुर्घटना का शिकार हो गए थे, उन्हें सर्जरी तक कराना पड़ी थी।
लोनिवि, ठेकेदार के झोल में जनता की फ़जीती
बता दें कि उक्त सड़क के निर्माण को लेकर लोनिवि के अधिकारी कतई संजीदा नहीं हैं शुरू से ही लापरवाही करते आ रहे हैं। जिसके नतीजे में सड़क बीते चार सालों से नहीं बनाई जा सकी। ऊपर से स्थानीय ठेकेदार को काम देने का नतीजा भी जनता को भुगतना पड़ रहा है। सड़क को नियम कायदे से परमिशन लेकर नहीं बनाए जाने के फेर में बार बार परमिशन न मिलने का गाना सुनाई दे रहा है। जबकि केंद्रीय मंत्री द ग्रेट श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया सार्वजनिक तौर पर सड़क की वन विभाग से noc मिलने की बात कहते आए हैं आखिर फिर वन महकमा कैसे जिला कलेक्टर के ऊपर हो गया है जो सड़क को चार करोड़ जमा न होने तक नहीं बनाने दे रहा। पूरे मामले में झोल दिखाई दे रहा है क्योंकि ठेकेदार पवन जैन मीडिया से कहते रहे हैं कि जेब से कब तक पैसे लगाऊं सरकार पेमेंट नहीं दे रही। आज भी चक्का जाम कर रहे ग्रामीणों ने बताया कि ठेकेदार द्वारा भुगतान ना मिलने के कारण निर्माण कार्य नहीं करना की बात कही है, वन विभाग से तो सिंधिया जी अनुमति दिलवा चुके। फिर अधिकारी झूठ बोल रहे या नेताजी? जनता का ये भी कहना है कि पहले काम तो पूरा कीजिए तब भुगतान होगा पहले एडवांस में कैसा भुगतान ?
सीएम यादव ने बनाया ऐप बोल रहे खराब सड़क बताइए तत्काल बनेगी
एक तरफ शिवपुरी में चार साल से शिवपुरी झांसी लिंक रोड नहीं बन पा रही उधर प्रदेश सरकार के मुखिया डॉ मोहन यादव ने एक ऐप बनाया है, जो pwd के अधीन है, जिसमें फोटो के साथ शिकायत की तो सात दिन में सड़क की खराबी दूर कर निर्माण न दावे किए जा रहे हैं लेकिन हकीकत किसी से छुपी नहीं है।

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