हादसा रविवार सुबह करीब 10 बजे मुंबई-आगरा नेशनल हाईवे पर हुआ। गनीमत है कि हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई। हालांकि, कुछ यात्रियों का सामान जल गया है। सेंधवा और राजपुर से पहुंची फायर ब्रिगेड की तीन दमकलों ने करीब आधे घंटे में आग पर काबू पाया। इस दौरान सड़क के एक तरफ ट्रैफिक रुका रहा।
टायर से धुआं निकलता देख पैसेंजर घबराए यात्रियों ने बताया कि हंस ट्रैवल्स की बस शनिवार शाम करीब 5 बजे मुंबई से इंदौर के लिए निकली थी। यह अपने समय से तीन घंटे लेट चल रही थी। टायरों के ब्रेक लाइनर चिपक रहे थे। इसकी जानकारी ड्राइवर को भी थी लेकिन उसने नजरअंदाज कर दिया। घटना से करीब एक घंटा पहले ही ड्राइवर और क्लीनर ने ब्रेक चेक किए थे।
एक पैसेंजर विधि नागर ने कहा- आज सुबह करीब 10 बजे सत्यम ढाबे के सामने बस के टायर से धुआं निकलने लगा। हम सभी घबरा गए। शोर सुनकर ड्राइवर ने बस को सड़क के किनारे लगाया। सभी यात्रियों को सामान समेत नीचे उतारा। इसी दौरान बस में आग लग गई।
यात्री चिल्लाए तो ड्राइवर ने बस रोकी
ड्राइवर मुश्ताक ने कहा- हम इंदौर की तरफ
जा रहे थे। इसी दौरान यात्री चिल्लाने लगे। देखा तो ड्राइवर साइड के टायर में से धुआं निकल रहा था। मैंने तुरंत बस रोकी। शायद शॉर्ट सर्किट हुआ था। मैंने यात्रियों को नीचे उतरने के लिए कहा। तब तक बस ने आग पकड़ ली। हालांकि, किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ।
कुंभ के लिए प्रयागराज जा रहे यात्री का सामान जला
यात्री गौतम देशमुख ने बताया कि वे मुंबई के ठाणे से प्रयागराज जा रहे थे। बस से इंदौर की यात्रा कर रहे थे। हादसे से आधे घंटे पहले ही बस के वैक्यूम पंप या ब्रेक लाइनर में कुछ दिक्कत होने से बस को रोका गया था। एक घंटे तक मरम्मत करने के बाद आगे बढ़े थे।
देशमुख ने बताया कि हम सभी यात्री आग बुझाने का प्रयास कर रहे थे। मैं भी पानी लेने चला गया। इस बीच बस में रखे मेरे तीन बैग जलकर खाक हो गए।

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