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#धमाका न्यूज: देश का सबसे बड़ा आर्थिक घोटाला, "सहारा के निवेशकों" को उनकी जमा राशि के भुगतान की मांग

रविवार, 15 दिसंबर 2024

/ by Vipin Shukla Mama
* सहारा के रसूख के चलते भारत सरकार व उसकी सरकारी जांच एजेंसी फैल हो रही है
शिवपुरी (मध्य प्रदेश)। सहारा इंडिया ग्रुप ने भारत सरकार की विभिन्न संस्थाओं से लायसेंस लेकर सैकड़ों नहीं हजार की तादाद में चिटफण्ड कंपनियों का रजिस्ट्रेशन लेकर अपने एजेंट व मैनेजर के माध्यम से देश की भोली भाली जनता को लोक लुभावन स्कीम बताकर उनकी अपनी जीवनभर की कमाई को जमा करा लिया, उसका भुगतान नहीं कर, कन्वर्शन (परिवर्तन) एक चिट फंड कंपनी से दूसरी चिट फंड कंपनी में करती रही, जमकर आर्थिक अनियमितता की, सहारा के प्रभाव के कारण छोटे मोटे सरकारी अधिकारियों की हिम्मत नहीं हो पाती थी कि, वो सहारा को रोक सकें या उसके गलत और नियमों के विपरीत कामो को उजागर कर सके, यदि कोई सरकारी अधिकारी कोशिश भी करता तो उसे धमकाकर या लालच देकर चुप करा दिया जाता था, यही हाल आज भी है, ये बात शिवपुरी के वकील श्री रमेश मिश्रा ने मीडिया से कही। उन्होंने कहा कि भारत सरकार और उसकी सरकारी जांच एजेंसी कई साल बीत जाने के बाद भी न तो अपनी जांच पड़ताल को पूरी कर पाई है, और नाही कोई ठोस एवं प्रभावी कार्यवाही कर पा रही है। देश के गरीब निवेशकों को उनकी जरूरत के समय उनकी अपनी जमा राशि का भुगतान नहीं मिल रहा है, एडवोकेट श्री रमेश मिश्रा ने सरकार से मांग की है कि, सहारा के दुखी पीड़ित गरीब निवेशकों को उनकी जमा राशि का शीघ्र भुगतान कराया जावे।
चिट फंड कंपनी सहारा इंडिया ने रेलवे के बाद सबसे ज्यादा रोजगार दिया है, इस दावे को ही सच माने तो पूरे देश भर में चिटफण्ड कंपनी सहारा इंडिया ने अपने एजेंट (कार्यकर्ताओं) जो चतुर व होशियार हैं, को मोटा कमीशन देकर निवेशक के घर घर, दुकान दुकान पर जाकर कितनी राशि एकत्रित की है और उसको अपने एजेंट व मैनेजर ने मिलकर राशि को आगे परिवर्तित कराकर निवेशक के साथ ठगी व बेईमानी ओर धोखाधड़ी की है , निवेशक को उसकी अपनी जमा राशि का भुगतान नही किया है, विश्वास पैदा कर विश्वासघात किया है ,
देश भर में चिटफण्ड कंपनी सहारा इंडिया ने कितने लोगो के साथ ठगी की है, कितनी राशि की ठगी की है उसका अनुमान नही लगाया जा सकता है ,जो कई लाख करोड़ रुपए की हो सकती है। देश का सबसे बड़ा आर्थिक घोटाला चिट फंड कंपनी सहारा इंडिया ने किया है और देश के गरीब निवेशकों को बेसहारा किया है। एडवोकेट श्री रमेश मिश्रा ने भारत सरकार से मांग की है कि, चिट फंड कंपनी सहारा इंडिया के आर्थिक घोटाले की सी बी आइ, ई डी, ई ओ डब्ल्यू, आय कर विभाग और एस एफ आई ओ आदि से चल रही जांच को शीघ्र अति शीघ्र पूर्ण कराकर दोषी पाए व्यक्ति और व्यक्तियों को दण्डित किया जावे। दुःखी गरीब ठगी पीड़ित निवेशक को उसकी जमा राशि व्याज सहित भुगतान किया जावे। श्री मिश्रा ने आशा प्रकट की है कि, सहारा इंडिया की सारी संपत्ति को बेचकर  प्राथमिकता के आधार पर देश के सभी जिलों में ठगी पीड़ित निवेशकों को उनकी जमा राशि का ब्याज सहित भुगतान कराया जाएगा। रमेश मिश्रा एडवोकेट, शिवपुरी ( मध्य प्रदेश ) 473551मो.न. 9926873195.















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